बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने मार्च में Hyundai को पीछे छोड़कर पैसेंजर व्हीकल्स के मार्केट में दूसरी सबसे बड़ी कंपनी का दर्जा हासिल कर लिया। टाटा मोटर्स को नए व्हीकल्स के लॉन्च से फायदा मिला है। कंपनी ने मार्च में पैसेंजर व्हीकल्स की 46,847 यूनिट्स बेची। यह पिछले वर्ष के इसी महीने की तुलना में 26 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी है।
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (FADA) के आंकड़ों के अनुसार, ह्युंडई ने मार्च में 46,703 यूनिट्स बेची हैं। यह पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 4.42 प्रतिशत की वृद्धि है। Maruti Suzuki ने अपना पहला स्थान बरकरार रखा है। कंपनी की पिछले महीने बिक्री 1,37,201 यूनिट्स की रही। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 15 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी है। कंपनी ने पिछले वर्ष के इसी महीने में 1,18,446 यूनिट्स बेची थी।
टाटा मोटर्स के पैसेंजर व्हीकल्स का कुल प्रोडक्शन 50 लाख यूनिट्स से अधिक हो गया है।
कंपनी ने 2004 में 10 लाख पैसेंजर व्हीकल्स के प्रोडक्शन का आंकड़ा पार किया था। इसके बाद 2010 में यह 20 लाख यूनिट्स पर पहुंचा था। कंपनी ने 2015 में 30 लाख यूनिट्स और 2020 में 40 लाख यूनिट्स का प्रोडक्शन पूरा कर लिया था।
हाल ही में टाटा मोटर्स की पैसेंजर व्हीकल्स यूनिट के मैनेजिंग डायरेक्टर, Shailesh Chandra ने एक स्टेटमेंट में कहा, "प्रत्येक 10 लाख यूनिट्स से अगली 10 लाख यूनिट्स तक की यात्रा में काफी उतार-चढ़ाव रहे हैं।" कंपनी ने बताया कि उसने 40 लाख यूनिट्स से 50 लाख यूनिट्स के कुल प्रोडक्शन तक पहुंचने में कोरोना से जुड़ी मुश्किलों और सेमीकंडक्टर की शॉर्टेज के बावजूद तीन वर्ष से कम लगाए हैं। पिछले वर्ष के अंत में टाटा मोटर्स ने 50,000 इलेक्ट्रिक कारों की डिलीवरी की उपलब्धि हासिल की थी। देश में
EV की बिक्री तेजी से बढ़ रही है। कार्बन इमिशन को कम करने और फ्यूल के इम्पोर्ट को घटाने के लिए केंद्र सरकार ने EV को बढ़ावा देने के उपाय किए हैं। बहुत सी राज्य सरकारें भी इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की खरीदारी पर लोगों को सब्सिडी दे रही हैं। इस सेगमेंट में मार्च में टाटा मोटर्स 7,137 यूनिट्स बेचकर पहले स्थान पर रही थी। टाटा मोटर्स तीन इलेक्ट्रिक कारों, Tiago EV, Tigor EV and Nexon EV की बिक्री करती है।