• होम
  • electric vehicle
  • ख़बरें
  • इम्पोर्टेड EV पर टैक्स में छूट के लिए EV चार्जिंग में इनवेस्टमेंट का नहीं मिलेगा फायदा!

इम्पोर्टेड EV पर टैक्स में छूट के लिए EV चार्जिंग में इनवेस्टमेंट का नहीं मिलेगा फायदा!

इस EV पॉलिसी में बदलाव कर कम टैक्स के फायदे के लिए चार्जिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च को EV मेकर के कुल इनवेस्टमेंट के लगभग पांच प्रतिशत पर सीमित किया जा सकता है

इम्पोर्टेड EV पर टैक्स में छूट के लिए EV चार्जिंग में इनवेस्टमेंट का नहीं मिलेगा फायदा!

अमेरिकी EV मेकर Tesla की भारत में जल्द बिजनेस शुरू करने की योजना है

ख़ास बातें
  • अमेरिकी EV मेकर Tesla की भारत में जल्द बिजनेस शुरू करने की योजना है
  • केंद्र सरकार का यह फैसला मैन्युफैक्चरिंग पर जोर देने के लिए हो सकता है
  • पिछले कुछ वर्षों में EV की बिक्री तेजी से बढ़ी है
विज्ञापन
देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) की मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए जल्द ही नई EV पॉलिसी की घोषणा की जा सकती है। इस पॉलिसी में इम्पोर्टेड EV पर टैक्स में छूट के लिए चार्जिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च किए जाने वाले फंड की लिमिट तय की जा सकती है। अमेरिकी EV मेकर Tesla की भारत में जल्द बिजनेस शुरू करने की योजना है। 

पिछले वर्ष एक EV पॉलिसी जारी की गई थी। इसमें टेस्ला जैसी EV कंपनियों को आकर्षित करने के लिए इम्पोर्ट इलेक्ट्रिक व्हीकल्स पर टैक्स पर लगभग 100 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत किया गया था। हालांकि, इसके साथ यह शर्त थी कि कम टैक्स का फायदा उठाने वाले  EV मेकर्स को एक फैक्टरी लगाने में न्यूनतम 50 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट करना होगा। 

इस EV पॉलिसी में बदलाव कर कम टैक्स के फायदे के लिए चार्जिंग से जुड़े इंफ्रास्ट्रक्चर पर खर्च को EV मेकर के कुल इनवेस्टमेंट के लगभग पांच प्रतिशत पर सीमित किया जा सकता है। इस इंडस्ट्री से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि केंद्र सरकार का यह फैसला मैन्युफैक्चरिंग को प्रायरिटी देने के लिए हो सकता है। इस बारे में मिनिस्ट्री ऑफ इंडस्ट्रीज ने टिप्पणी के लिए भेजी गई ईमेल का उत्तर नहीं दिया।  नई EV पॉलिसी में कार मेकर्स के लिए कारोबार शुरू करने के दूसरे वर्ष के अंदर टर्नओवर को 2,500 करोड़ रुपये करने की शर्त हो सकती है। इसके साथ ही सरकार इम्पोर्ट ड्यूटी में और कमी कर सकती है। 

नई EV पॉलिसी की घोषणा मार्च के मध्य में की जा सकती है। इसके लिए मिले आवेदनों को अगले कुछ महीनों में मंजूरी दी जा सकती है। बिलिनेयर Elon Musk की अगुवाई वाली टेस्ला भारत में इम्पोर्ट के लिए शुरुआत में जर्मनी के बर्लिन में अपनी गीगाफैक्टरी पर निर्भर कर सकती है। इसके बाद कंपनी देश में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगी। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री Narendra Modi ने अमेरिका  के दौरे के दौरान मस्क के साथ भी मीटिंग की थी। हाल ही में Bloomberg की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि टेस्ला की योजना शुरुआत में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री करने की है। यह पता नहीं चला है कि देश में टेस्ला के कौन से मॉडल लाए जाएंगे। टेस्ला के पास अमेरिका, चीन और जर्मनी में फैक्टरियां हैं। अमेरिका के साथ ट्रेड डील के हिस्से के तौर पर भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स के इम्पोर्ट पर टैरिफ को घटाया जा सकता है। 
 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

आकाश आनंद

Gadgets 360 में आकाश आनंद डिप्टी न्यूज एडिटर हैं। उनके पास प्रमुख ...और भी

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News
Turbo Read

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. भारत में AI इंफ्रास्ट्रक्चर में 1.5 लाख करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट करेगी Microsoft 
  2. Nothing Phone 3a Community Edition हुआ भारत में लॉन्च, जानें प्राइस, स्पेसिफिकेशंस
  3. स्कैम कॉल्स से परिवार की सुरक्षा के लिए Truecaller लाया नया फैमिली फीचर
  4. क्रिप्टो से जुड़े अपराध के मामलों में ED ने अटैच किए 4,190 करोड़ रुपये
  5. Apple के iPhone 16 का जोरदार परफॉर्मेंस, लगातार तीसरी तिमाही में बेस्ट सेलिंग स्मार्टफोन
  6. 7,500mAh की बैटरी के साथ पेश हुआ Honor Magic 8 Lite
  7. Lava Play Max हुआ 50MP कैमरा, 5000mAh बैटरी के साथ लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स
  8. WhatsApp पर सीधे कैसे पूछे ChatGPT से सवाल, ये है तरीका
  9. 50MP कैमरा, 6000mAh बैटरी के साथ Poco C85 5G भारत में लॉन्च, जानें कीमत और स्पेसिफिकेशंस
  10. Facebook पर वर्क-फ्रॉम-होम के झांसे में फंसी महिला, ठग लिए गए 31 लाख, पुलिस ने दी चेतावनी!
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »