इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की इंटरनेशनल मार्केट में पहले से बिक्री की जा रही है। विदेश में इसका प्राइस लगभग 11,795 डॉलर का है। इसे देश में लगभग 10 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) के प्राइस पर लॉन्च किया जा सकता है
लग्जरी कार मार्केट में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) सेगमेंट में भी कंपनी का पहला स्थान है। पहली छमाही में इस सेगमेंट में कंपनी की बिक्री वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 60 प्रतिशत की रही
कंपनी ने बताया है कि वह अगले वर्ष की शुरुआत में अपना नया इलेक्ट्रिक व्हीकल लॉन्च करेगी। यह क्रेटा का इलेक्ट्रिक वर्जन होगा। कंपनी की देश में चार EV लॉन्च करने की योजना है
अमेरिका में चाइनीज EV पर इम्पोर्ट टैरिफ में बढ़ोतरी की वजह से भारत इन कंपनियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्केट बन सकता है। Stellantis के पास देश में अपने पैसेंजर व्हीकल ब्रांड्स Jeep और Citroen के जरिए तीन मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं
कंपनी ने i20 पर 45,000 रुपये के बेनेफिट्स की पेशकश की है। इसमें 35,000 रुपये तक का डिस्काउंट और 10,000 रुपये का एक्सचेंज बोनस है। इसकी सब-कॉम्पैक्ट SUV Venue पर 35,000 रुपये तक के बेनेफिट्स दिए जा रहे हैं
रिसर्च में 2000 व्यस्कों को शामिल किया गया। इनकी बॉडी पर सेंसर लगे थे जो एक हफ्ते तक इनकी एक्टिविटी को मॉनिटर कर रहे थे। पता लगाया गया कि ये अपने दिन के 24 घंटों को कैसे बिताते हैं।
पिछले महीने केंद्र सरकार ने नई EV पॉलिसी की घोषणा की थी जिसमें किसी ऑटोमोबाइल कंपनी के कम से कम 50 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट करने पर कुछ मॉडल्स पर इम्पोर्ट टैक्स को 100 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत किया गया है
पिछले महीने Tata Motors ने EV के प्राइस घटाए थे। कंपनी ने इनके प्राइसेज में 1.20 लाख रुपये तक कटौती की थी। देश में कारों की कुल सेल्स में EV की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत की है
इस वर्ष की शुरुआत में अमेरिकी EV मेकर Tesla के CEO, Elon Musk ने कहा था कि अगर चाइनीज ऑटोमोबाइल कंपनियों पर ट्रेड से जुड़ी बंदिशें नहीं लगाई गई तो वे ग्लोबल ऑटोमोबाइल कंपनियों के लिए खतरा बन सकती हैं
पिछले कुछ वर्षों से टेस्ला के CEO, Elon Musk ने देश में बिजनेस शुरू करने की कोशिशें की हैं। पिछले वर्ष अमेरिका में मस्क ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ मीटिंग भी की थी। मस्क का मानना है कि देश में व्हीकल्स पर बहुत अधिक इम्पोर्ट टैक्स है
इनवेस्टमेंट और मैन्युफैक्चरिंग की शर्तों को पूरा करने वाली EV कंपनियों को 35,000 डॉलर और इससे अधिक प्राइस वाली इलेक्ट्रिक कारों को 15 प्रतिशत के इम्पोर्ट टैक्स पर सीमित संख्या में इम्पोर्ट करने की अनुमति मिलेगी