रग पुल स्कैम में लॉन्च के 6 घंटे में बंद हुआ NFT मार्केटप्लेस

सिक्योरिटी रिसर्च फर्म PechShield ने बताया कि चुराए गए फंड को तीन विभिन्न क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर किया गया है

रग पुल स्कैम में लॉन्च के 6 घंटे में बंद हुआ NFT मार्केटप्लेस

इस स्कैम में 519 Ether के अलावा USD Coin भी चुराए गए हैं

ख़ास बातें
  • SudoRare का ट्विटर हैंडल भी निष्किय हो गया है
  • चुराए गए फंड को तीन विभिन्न क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर किया गया है
  • SudoRare को शुरू करने वालों के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिली है
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पिछले कुछ महीनों में क्रिप्टो सेगमेंट में रग पुल स्कैम्स में तेजी आई है। ऐसे ही एक मामले में SudoRare NFT मार्केटप्लेस को लॉन्च के छह घंटे बाद ही लगभग 8,50,000 डॉलर की ठगी करने के बाद बंद कर दिया गया। SudoRare का ट्विटर हैंडल भी निष्किय हो गया है। इस स्कैम में 519 Ether के अलावा USD Coin भी चुराए गए हैं। 

सिक्योरिटी रिसर्च फर्म PechShield ने बताया कि चुराए गए फंड को तीन विभिन्न क्रिप्टो वॉलेट्स में ट्रांसफर किया गया है और इनमें से प्रत्येक वॉलेट में 173 Ether टोकन भेजे गए हैं। SudoRare को शुरू करने वालों के बारे में अधिक जानकारी नहीं मिली है। हालांकि, PechShield को पता चला है कि इन क्रिप्टो वॉलेट्स में से एक क्रिप्टो एक्सचेंज Kraken के पास रजिस्टर्ड है। इस मामले में Kraken की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है। NFT कम्युनिटी से जुड़े बहुत से लोगों ने SudoRare के संदिग्ध होने के बारे में ट्विटर पर चेतावनी दी थी। Chainalysis की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि पिछले वर्ष रग पुल स्कैम के बहुत से मामलों में इनवेस्टर्स से 7.7 अरब डॉलर से अधिक की ठगी की गई थी। इस वर्ष ऐसे मामलों में 2.8 अरब डॉलर से अधिक की क्रिप्टोकरेंसी चुराई गई है। इस तरह के स्कैम के अधिकतर मामले डीसेंट्रलाइज्ड फाइनेंस (DeFi) में होते हैं। 

स्कैम करने वालों को तकनीकी जानकारी होने पर वे ब्लॉकचेन पर आसानी से नए टोकन बना लेते हैं और उन्हें बिना एक कोड ऑडिट के डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों पर लिस्ट कराया जाता है। बड़े NFT मार्केटप्लेस में से एक OpenSea ने यूजर्स को डिजिटल कलेक्टिबल्स की चोरी से बचाने के लिए अपनी पॉलिसी में बदलाव किया है। OpenSea ने चोरी के सभी मामलों में पुलिस अधिकारियों की मदद लेने का फैसला किया है। 

इसके साथ ही फर्म ने चोरी हुए आइटम्स की रिकवरी के बाद उनकी दोबारा बिक्री और खरीदारी को आसान बनाया है। ये बदलाव NFT कम्युनिटी से मिले फीडबैक के आधार पर किए गए हैं। OpenSea ने ट्विटर पर एक पोस्ट में कहा था, "चोरी हुए आइटम की रिपोर्ट देने वाले यूजर्स के लिए उस आइटम की रिकवरी होने पर दोबारा बिक्री या खरीदारी को हम आसान बना रहे हैं।" फर्म ने यह स्वीकार किया है कि चोरी हुए NFT के कुछ मामलों में उनके अगले बायर्स या होल्डर्स के लिए कानूनी मुश्किलें होने के कारण फर्म पर यूजर्स का विश्वास कमजोर हुआ है। 
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ये भी पढ़े: Crypto, Scam, Ether, Blockchain, Market, Policy, NFT, Users
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