अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई है। इन ETF में फंडिंग लगातार बढ़ रही है। इस सप्ताह बिटकॉइन का प्राइस भी 73,700 डॉलर से अधिक पर गया था जो इसका हाई प्राइस है
बिटकॉइन का पिछला हाई लेवल नवंबर, 2021 में 69,000 डॉलर से कुछ अधिक का था। पिछले एक दिन में इसका प्राइस 4.57 प्रतिशत की तेजी के साथ लगभग 2,508 डॉलर बढ़ा है
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.61 प्रतिशत कम होकर लगभग 2.59 लाख लाख करोड़ डॉलर पर था। इस मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग 51.9 प्रतिशत और Ether की 17.9 प्रतिशत की थी
दूसरी सबसे क्रिप्टोकरेंसी Ether ने लगभग दो वर्ष में पहली बार 3,000 डॉलर का लेवल छुआ है। हालांकि, इसके बाद इसमें गिरावट हुई और यह लगभग 0.25 प्रतिशत घटकर लगभग 2,870 डॉलर पर था
दूसरी सबसे क्रिप्टोकरेंसी Ether ने लगभग दो वर्ष में पहली बार 3,000 डॉलर का लेवल छुआ है। हालांकि, इसके बाद इसमें गिरावट हुई और यह लगभग 0.25 प्रतिशत घटकर लगभग 2,870 डॉलर पर था
बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टो सेगमेंट का कोई जिक्र नहीं किया था
पिछले महीने कुछ बड़े सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने एंप्लॉयी बेनेफिट स्कीम्स से जुड़ी रकम को एंप्लॉयीज के CBDC वॉलेट्स में ट्रांसफर किया था। इससे ट्रांजैक्शंस तेजी से बढ़ी हैं
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने क्रिप्टो सेगमेंट के लिए रूल्स बनाने की जरूरत बताई थी। उनका कहना था कि टेक्नोलॉजी के डिवेलपमेंट के साथ रफ्तार बरकरार रखने की जरूरत है
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है