Bitcoin शॉर्ट फंड्स से बाहर निकल रहे इनवेस्टर्स

बिटकॉइन का प्राइस पिछले सप्ताह घटकर 20,000 डॉलर से नीचे चला गया था, जो पिछले वर्ष 20 दिसंबर के बाद से इसका लो लेवल था

Bitcoin शॉर्ट फंड्स से बाहर निकल रहे इनवेस्टर्स

इससे क्रिप्टो मार्केट में नेगेटिव सेंटीमेंट अधिक होने का संकेत मिल रहा है

ख़ास बातें
  • बिटकॉइन शॉर्ट फंड्स इस क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट पर दांव लगाते हैं
  • क्रिप्टो मार्केट में पिछले कुछ महीनों से बिकवाली हो रही है
  • यह मार्केट में नेगेटिव सेंटीमेंट का संकेत है
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पिछले कुछ दिनों में बिटकॉइन शॉर्ट फंड्स से इनवेस्टर्स ने लगभग 58 लाख करोड़ डॉलर रिडीम किए हैं। इससे क्रिप्टो मार्केट में नेगेटिव सेंटीमेंट अधिक होने का संकेत मिल रहा है। बिटकॉइन शॉर्ट फंड्स में मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से इस सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट पर दांव लगाया जाता है। 

CoinShares की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले एक सप्ताह में इन फंड्स का एसेट्स अंडर मैनेजमेंट (AUM) भी घटकर 36.3 अरब डॉलर हो गया है, जो पिछले वर्ष फरवरी के बाद से इसका लो लेवल है। बिटकॉइन का प्राइस पिछले सप्ताह घटकर 20,000 डॉलर से नीचे चला गया था, जो पिछले वर्ष 20 दिसंबर के बाद से इसका लो लेवल था।  हालांकि, इसके बाद से इसके प्राइस में कुछ रिकवरी हुई है और यह 21,000 डॉलर से कुछ अधिक पर है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की ओर से इन्फ्लेशन पर नियंत्रण करने के लिए इंटरेस्ट रेट बढ़ाने के बाद से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट बढ़ी है। कुछ क्रिप्टो फर्में इनवेस्टर्स को बिटकॉइन में गिरावट पर दांव लगाकर मुनाफा कमाने का मौका दे रही हैं। 

इन फर्मों में एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स (ETF) से जुड़ी ProShares शामिल है। फर्म ने शॉर्ट Bitcoin स्ट्रैटेजी ETF लॉन्च किया है। इससे इनवेस्टर्स को बिटकॉइन के प्राइस में गिरावट से प्रॉफिट कमाने या क्रिप्टो में अपने इनवेस्टमेंट को हेज करने का मौका मिलेगा। ProShares के चीफ एग्जिक्यूटिव ऑफिसर Michael Sapir ने एक स्टेटमेंट में कहा, "हाल के महीनों में यह पता चला है कि बिटकॉइन की वैल्यू घट सकती है। यह ETF ऐसे इनवेस्टर्स के लिए है जो मानते हैं कि बिटकॉइन के प्राइस में गिरावट आएगी और उन्हें इससे प्रॉफिट कमाने या अपनी क्रिप्टोकरेंसी होल्डिंग को हेज करने का मौका मिलेगा।" उन्होंने बताया कि इनवेस्टर्स ब्रोकरेज एकाउंट में एक ETF खरीदकर बिटकॉइन में शॉर्ट पोजिशन ले सकते हैं। अमेरिका में क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस को ट्रैक करने वाले बिटकॉइन ETF लोकप्रिय हो रहे हैं क्योंकि मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) की ओर से स्पॉट बिटकॉइन ETF के लिए अनुमति देने में देरी हुई है।

पिछले वर्ष SEC ने पहले बिटकॉइन फ्यूचर्स ETF की अनुमति दी थी। इसे ProShares ने लॉन्च किया था। इससे इंस्टीट्यूशनल और रिटेल इनवेस्टर्स को तकनीकी जटिलताओं या कानूनी रुकावटों का सामना किए बिना बिटकॉइन का एक्सेस मिला था। ProShares का शॉर्ट बिटकॉइन ETF इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स को मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से इस सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी में रुकावटों के बिना ट्रेडिंग करने का मौका देगा। 

 

भारतीय एक्सचेंजों में क्रिप्टोकरेंसी की कीमतें

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ये भी पढ़े: Crypto, Selling, Bitcoin, America, Investors, ETF, Profit, Inflation, SEC

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