मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin ने गुरुवार को एक लाख डॉलर का लेवल पार कर नया हाई बनाया है। अमेरिका में ट्रंप के जीत के बाद से इस सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी के प्राइस में काफी बढ़ोतरी हुई है। बिटकॉइन के एक लाख डॉलर को पार करने पर ट्रंप ने इस क्रिप्टोकरेंसी में इनवेस्टमेंट करने वालों का स्वागत किया है।
मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी का इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर प्राइस 1.50 प्रतिशत से अधिक बढ़कर 96,500 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले महीने अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव में Donald Trump की जीत के बाद बिटकॉइन ने नए हाई बनाए थे। क्रिप्टोकरेंसीज के समर्थक Paul Atkins को ट्रंप ने सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) का नया चीफ नियुक्त किया है।
अगले वर्ष की शुरुआत में अमेरिका में ट्रंप की अगुवाई में नई सरकार कार्यभार संभालेगी। इस सरकार के एजेंडा में क्रिप्टो के लिए कानून बनाना भी शामिल हो सकता है। हालांकि, इस सेगमेंट के लिए सख्त रेगुलेशंस लागू करने की आशंका नहीं है। ट्रंप की जीत के बाद से मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में काफी तेजी है।
क्रिप्टो सेगमेंट में सॉफ्टवेयर कंपनियों ने भी दांव लगाना शुरू कर दिया है। MicroStrategy के बाद बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनियों में शामिल Microsoft भी बिटकॉइन में इनवेस्टमेंट कर सकती है। कंपनी ने इसके लिए अपने शेयरहोल्डर्स से फीडबैक मांगा है। माइक्रोसॉफ्ट ने अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) को एक फाइलिंग में इस बारे में जानकारी दी है।
पिछले वर्ष बिटकॉइन के प्राइस में भारी गिरावट आई थी। इसके पीछे क्रिप्टो से जुड़ी बहुत सी फर्मों का दिवालिया होना बड़ा कारण था। पिछले वर्ष के अंत में बिटकॉइन का प्राइस 42,000 डॉलर से अधिक पर था
पिछले वर्ष होम मिनिस्टर अमित शाह ने क्रिप्टो और मेटावर्स से जुड़े रिस्क को डायनामाइट के विस्फोट जैसा खतरनाक बताया था। उन्होंने कहा था कि इससे निपटने के लिए वैश्विक स्तर पर एक साझा स्ट्रैटेजी बनाने की जरूरत है
अमेरिका में मार्केट्स रेगुलेटर SEC के सोशल मीडिया हैंडल से फेक मैसेज पोस्ट होने के बाद इसके प्रमुख Gary Gensler ने एक पोस्ट कर जानकारी दी कि SEC के X पर हैंडल को हैक किया गया है और ETF को स्वीकृति देने की जानकारी गलत है
अमेरिका में बिटकॉइन स्पॉट ETF को लेकर इनवेस्टर्स उत्साहित हैं। इसके लिए SEC की ओर से जल्द स्वीकृति मिल सकती है। इसके साथ ही Fidelity ने ETH के ETF के लिए एप्लिकेशन दी है
बिटकॉइन ने पिछले वर्ष लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल छुआ था। इसके बाद से इसके प्राइस में भारी गिरावट हुई है। इससे इनवेस्टर्स को बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। कुछ क्रिप्टो फर्मों के दिवालिया होने से भी क्रिप्टो मार्केट में गिरावट आई थी
पिछले वर्ष के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के दिवालिया होने का मार्केट पर बड़ा असर पड़ा था। इससे बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स ने क्रिप्टोकरेंसीज से दूरी बना ली थी
इस छूट से फर्म को FTX से फंड उधार लेने की अनुमति मिल गई थी चाहे उसके बदले में कोलेट्रल की वैल्यू कितनी भी हो। कोड में इस बदलाव को अमेरिका के सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने पकड़ा है