पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसीज में ट्रेडिंग तेजी से बढ़ी है। हालांकि, यह सेगमेंट अधिक टैक्स के बोझ से जूझ रहा है। इस वर्ष के बजट में टैक्स में कोई राहत नहीं मिलने से क्रिप्टो से जुड़ी फर्मों को झटका लगा है। वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने मंगलवार को पेश किए गए बजट में कुछ सेक्टर्स के लिए रिफॉर्म्स की घोषणा की है। हालांकि, इसमें क्रिप्टो सेगमेंट या ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का कोई जिक्र नहीं था।
क्रिप्टो से जुड़ी फर्मों ने केंद्र सरकार से क्रिप्टो ट्रांजैक्शंस पर एक प्रतिशत के टैक्स डिडक्टेड ऐट सोर्स (TDS) को घटाने का निवेदन किया था। Bharat Web3 Association ने Gadgets360 को बताया, "हमने यूजर्स की ट्रेडिंग और ट्रांजैक्शंस में कमी को लेकर एनालिसिस जमा किया था। इसके साथ ही यह भी बताया गया था कि टैक्सेशन के स्ट्रक्चर में बदलाव से सरकार का रेवेन्यू किस तरह बढ़ सकता है। हम टैक्सेशन को संतुलित बनाने के लिए दबाव डालना जारी रखेंगे। इसमें TDS को घटाकर 0.01 प्रतिशत करना, VDA ट्रांजैक्शंस पर लॉस को सेटऑफ करने की अनुमति देना और कैपिटल गेन्स पर 30 प्रतिशत के टैक्स में संशोधन शामिल है।"
इस सेगमेंट से जुड़ी कुछ फर्मों का मानना है कि पिछले सप्ताह
क्रिप्टो एक्सचेंज WazirX के एक मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट में सेंध लगना बजट में क्रिप्टो से जुड़े रिफॉर्म्स को शामिल नहीं करने का एक कारण हो सकता है। इस मामले में लगभग 24 करोड़ डॉलर से अधिक के फंड का नुकसान हुआ है। यह फंड एक नए एड्रेस पर भेजा गया था, जो विवादास्पद क्रिप्टो मिक्सर प्लेटफॉर्म, Tornado Cash से जुड़ा है।
WazirX को इस मामले की जानकारी सिक्योरिटी फर्म Cyvers की ओर से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट से मिली थी।
WazirX ने एक स्टेटमेंट में बताया था, "हमें पता चला है कि हमारे मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट्स में से एक की सिक्योरिटी में सेंध लगी है। हमारी टीम इसकी जांच कर रही है।" WazirX ने अपने प्लेटफॉर्म पर सभी डिपॉजिट और विड्रॉल को रोक दिया है। Cyvers ने कहा था कि WazirX से फंड जिस एड्रेस पर भेजा गया है उसने PEPE, GALA और USDT टोकन्स को Ether में बदला है। इसने एक स्क्रीनशॉट शेयर किया था जिससे पता चला था कि तीन ट्रांजैक्शंस में एक बड़ी रकम को ट्रांसफर किया गया है।