मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में सोमवार को 2.20 प्रतिशत की तेजी थी। इसका प्राइस 62,734 डॉलर पर था। Binance जैसे इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर यह 64,493 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले वीकेंड पर बिटकॉइन की चौथी हाविंग हुई है। इससे बिटकॉइन के माइनर्स के लिए इंसेंटिव घटे हैं।
Ether का प्राइस 2.61 प्रतिशत बढ़कर लगभग 2,985 डॉलर पर था। इसके अलावा Avalanche, Ripple, Binance Coin, Solana, USD Coin, Polkadot, Chainlink और Litecoin के प्राइस बढ़े हैं।
क्रिप्टो के मार्केट कैपिटलाइजेशन में लगभग 1.12 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है और यह 2.43 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, "बिटकॉइन की चौथी हाविंग के बाद इसमें तेजी आई है। इसमें निचले स्तरों पर काफी खरीदारी हो रही है। पिछले एक वर्ष में बिटकॉइन लगभग 137 प्रतिशत बढ़ा है। यह शॉर्ट-टर्म में 62,000 डॉलर से 66,000 डॉलर के बीच रह सकता है।" क्रिप्टो ऐप CoinDCX की मार्केट्स टीम ने कहा, "बिटकॉइन की हाविंग के बाद मार्केट में सेंटीमेंट बुलिश है। इसका कारण ईरान और इजरायल के बीच तनाव कम होना है। Ether के लिए 3,656 डॉलर का महत्वपूर्ण रेजिस्टेंस है।"
देश में क्रिप्टो सेगमेंट को लेकर केंद्र सरकार का सख्त रवैया बरकरार है। पिछले महीने वित्त मंत्री Nirmala Sitharaman ने कहा था कि देश में क्रिप्टोकरेंसीज को 'करेंसी' के तौर पर माना या देखा नहीं जाता। क्रिप्टो मार्केट में आई तेजी के बाद इस सेक्टर को लेकर सरकार के रवैये में बदलाव के प्रश्न पर, सीतारमण ने रहा था, "सरकार का हमेशा से यह मानना रहा है कि क्रिप्टो को लेकर बनाए गए एसेट्स का ट्रेडिंग और कई अन्य चीजों के लिए एसेट्स के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। हमने इन्हें रेगुलेट नहीं किया है। ये करेंसीज नहीं हो सकते और यह केंद्र सरकार की पोजिशन है।" अमेरिका में
बिटकॉइन स्पॉट ETF को सिक्योरिटीज रेगुलेटर की ओर से स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में काफी तेजी आई थी। इससे पहले कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने कहा था कि ट्रांजैक्शंस में आसानी के कारण स्टॉक मार्केट से बड़ी संख्या में इनवेस्टर्स का रुख क्रिप्टो सेगमेंट की ओर हो सकता है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं।