दुनिया भर में लोकप्रिय मैसेजिंग सर्विस WhatsApp ने इंटरनेशनल स्पैम कॉल्स पर लगाम लगाने का आश्वासन दिया है। केंद्र सरकार ने Meta के मालिकाना हक वाले वॉट्सऐप को इस समस्या को लेकर नोटिस भेजने का फैसला किया है। वॉट्सऐप ने यूजर्स की प्राइवेसी और सिक्योरिटी को बरकरार रखने का वादा किया है।
वॉट्सऐप ने कहा कि उसके प्लेटफॉर्म पर यूजर्स को अनचाही कॉल्स और मैसेज से बचने के लिए ब्लॉक और रिपोर्ट के विकल्प दिए जाते हैं। इसके साथ ही आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग का इस्तेमाल भी बढ़ाया जा रहा है जिससे स्पैम कॉल्स की संख्या घटकर आधी हो सकती है।
वॉट्सऐप के प्रवक्ता ने IT मिनिस्ट्री की ओर से कंपनी को नोटिस भेजने का फैसला करने की रिपोर्ट पर एक स्टेटमेंट में कहा, "हमारे लिए हमारे यूजर्स बहुत महत्वपूर्ण हैं। यूजर्स को सुरक्षित रखने के सरकार के लक्ष्य के साथ हम पूरी तरह जुड़े हैं। यूजर्स की सुरक्षा को पक्का करने के लिए एंड-टु-एंड एनक्रिप्टेड सर्विसेज में वॉट्सऐप अग्रणी है।"
इस स्टेटमेंट में बताया गया है, "हमने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग सिस्टम को मजबूत किया है जिससे इन मामलों को कम किया जा सके। इससे इस तरह की कॉल्स घटकर आधी हो जाएंगी।" इससे पहले IT के मिनिस्टर ऑफ स्टेट Rajeev Chandrasekhar ने बताया था कि उनकी मिनिस्ट्री अज्ञात इंटरनेशनल नंबर्स से आने वाली कॉल्स की समस्या पर वॉट्सऐप को नोटिस भेजेगी। उनका कहना था कि यूजर्स की सुरक्षा को पक्का करना डिजिटल प्लेटफॉर्म्स की जिम्मेदारी है और वे इसके लिए जवाबदेह हैं। अगर ऐसे किसी प्लेटफॉर्म पर यूजर्स की प्राइवेसी का उल्लंघन होता है तो सरकार इस पर उपयुक्त कार्रवाई करेगी।
पिछले कुछ दिनों में देश में वॉट्सऐप यूजर्स को इंटरनेशनल स्पैम कॉल्स मिल रही हैं। बहुत से यूजर्स ने इसे लेकर ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर शिकायत की थी। मोबाइल फोन पर कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस उपलब्ध कराने वाली T
ruecaller ने वॉट्सऐप पर भी यह सर्विस देने की तैयारी की है। इससे यूजर्स को इंटरनेट पर स्पैम कॉल्स से बचने में आसानी होगी। यह फीचर बीटा फेज में है और इसे जल्द लॉन्च किया जा सकता है। इस बारे में ट्रूकॉलर ने एक रिपोर्ट में बताया था कि भारत में यूजर्स को प्रति माह औसत 18 स्पैम कॉल्स मिलती हैं।