मोबाइल फोन पर कॉलर आइडेंटिफिकेशन सर्विस उपलब्ध कराने वाली Truecaller ने मैसेजिंग के लिए दुनिया भर में लोकप्रिय WhatsApp पर भी यह सर्विस देने की तैयारी की है। इससे यूजर्स को इंटरनेट पर स्पैम कॉल्स से बचने में आसानी होगी। यह फीचर बीटा फेज में है और इस महीने के अंत में इसे लॉन्च किया जाएगा।
भारत सहित बहुत से देशों में स्पैम और टेलीमार्केटिंग कॉल्स में बढ़ोतरी हुई है।
Truecaller की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि भारत में यूजर्स को प्रति माह औसत 18 स्पैम कॉल्स मिलती हैं। देश के टेलीकॉम रेगुलेटर ने फरवरी में Reliance Jio और Bharti Airtel जैसी टेलीकॉम कंपनियों को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस फिल्टर्स के इस्तेमाल से अपने नेटवर्क्स पर टेलीमार्केटिंग कॉल्स को ब्लॉक करने का निर्देश दिया था। Truecaller ने कहा कि वह ऐसे सॉल्यूशन को लागू करने के लिए टेलीकॉम कंपनियों के साथ बातचीत कर रही है।
Truecaller के चीफ एग्जिक्यूटिव, Alan Mamedi ने Reuters को बताया, "पिछले दो सप्ताह से हमने भारत से वॉट्सऐप पर स्पैम कॉल्स के बारे में शिकायतों में बढ़ोतरी देखी है।" देश में में वॉट्सऐप सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली मैसेजिंग सर्विस है और इसके यूजर्स की बड़ी संख्या है। हाल ही में Truecaller ने स्वीडन के बाहर अपना पहला एक्सक्लूसिव ऑफिस बेंगलुरु में शुरू किया था। इस ऑफिस का इस्तेमाल भारत के लिए विशेष फीचर्स डिवेलप करने में किया जाएगा। स्वीडन के स्टॉकहोम में हेडक्वार्टर रखने वाली इस
फर्म ने भारत में लगभग एक दशक पहले अपने बिजनेस की शुरुआत की थी।
इस ऑफिस की कैपेसिटी लगभग 250 वर्कर्स की है। इसमें मॉडर्न टेक्नोलॉजी और सुविधाएं उपलब्ध हैं। Truecaller के लगभग 35 करोड़ यूजर्स हैं और इनमें से 25 करोड़ यूजर्स भारत से हैं। इसका कहना है कि देश में Truecaller के प्लेटफॉर्म पर नए प्रोडक्ट्स और सर्विसेज लॉन्च करने के लिए अनूठे मौके हैं। Truecaller ने कहा था कि उसे मिले फीडबैक से सॉल्यूशंस में सुधार करने में मदद मिली है, जो उसकी ग्रोथ और इनोवेशन की क्षमताओं के लिए महत्वपूर्ण है। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े स्मार्टफोन मार्केट भारत में एपल, सैमसंग, शाओमी और वीवो जैसी विदेशी डिवाइसेज कंपनियों के साथ ही ट्रूकॉलर जैसी ऐप्स और टेक्नोलॉजी कंपनियों की दिलचस्पी भी बढ़ रही है।