पिछले कुछ वर्षों में डेटा सेंटर्स की जरूरत बढ़ी है। भारत में भी नए सेंटर्स बनाए जा रहे हैं। बिलिनेयर Mukesh Ambani की कंपनी Reliance Industries (RIL) ने दुनिया का सबसे बड़ा डेटा सेंटर गुजरात के जामनगर में बनाने की योजना तैयार की है। इससे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में देश की क्षमता बढ़ेगी।
Bloomberg की
रिपोर्ट में बताया गया है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने AI से जुड़ी बड़ी कंपनियों में शामिल Nvidia से AI सेमीकंडक्टर्स खरीदे हैं। हालांकि, रिलायंस की ओर से डेटा सेंटर से जुड़े प्रोजेक्ट की जानकारी नहीं दी गई है। पिछले वर्ष मुंबई में आयोजित किए गए Nvidia AI Summit India में Nvidia के चेयरमैन, Jensen Huang ने अपनी कंपनी की रिलायंस के साथ पार्टनरशिप की घोषणा की थी। Huang ने कहा था, "भारत में सॉफ्टवेयर बनाया जाता था। आपने सॉफ्टवेयर का एक्सपोर्ट किया है। भविष्य में भारत AI का एक्सपोर्ट करेगा। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस में अगुवाई करने के लिए आपके पास AI मॉडल टेक्नोलॉजी होनी चाहिए जो भारत के पास है। आपको डेटा रखने की जरूरत है। इसके बाद आपके पास AI इंफ्रास्ट्रक्चर होना चाहिए।"
इस इवेंट में अंबानी ने कहा था कि दुनिया में भारत इंटेलिजेंस के बड़े मार्केट्स में शामिल होगा। हाल ही में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) ने एक रिपोर्ट में बताया था कि भारतीय कंपनियां महत्वपूर्ण टेक्नोलॉजीज के इस्तेमाल में इंटरनेशनल लेवल पर तेजी से आगे बढ़ रही हैं। इन AI और रोबोटिक्स शामिल हैं।
AI से जुड़े स्किल्स की बढ़ती डिमांड से जॉब मार्केट में बदलाव हो रहा है।
फ्यूचर ऑफ जॉब्स रिपोर्ट में कहा गया था कि देश में 2030 तक जॉब्स के फ्यूचर को आकार देने में बढ़ते हुए डिजिटल एक्सेस, कुछ देशों के बीच तनाव और क्लाइमेट चेंज से निपटने की कोशिशें प्रमुख ट्रेंड होंगे। भारत में कंपनियां AI, रोबोटिक्स और ऑटोनॉमस सिस्टम्स में काफी इनवेस्टमेंट कर रही हैं। इस वजह से देश में बिग डेटा स्पेशिलिस्ट्स, AI और मशीन लर्निंग स्पेशिलिस्ट्स की जॉब्स बढ़ रही हैं। WEF ने बताया है कि टैलेंट की जरूरतों को पूरा करने के लिए 67 प्रतिशत कंपनियां विविध टैलेंट पूल्स का इस्तेमाल करने की योजना बना रही हैं। इसके साथ ही लगभग 30 प्रतिशत कंपनियां डिग्री की जरूरत को हटाकर स्किल बेस्ड हायरिंग करने पर विचार कर रही हैं।