टाटा मोटर्स के EV कस्टमर्स Tata Power के EV चार्जर्स के साथ ही थर्ड-पार्टी EV चार्जिंग नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं। टाटा पावर के पास 8,000 से अधिक EV चार्जिंग स्टेशंस हैं
टाटा मोटर्स की की मार्च में सेल्स 14 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी ने भारत और इंटरनेशनल मार्केट्स में 50,937 यूनिट्स बेची हैं। इसका बड़ा हिस्सा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) और CNG व्हीकल्स से मिला है
पिछले महीने Tata Motors ने EV के प्राइस घटाए थे। कंपनी ने इनके प्राइसेज में 1.20 लाख रुपये तक कटौती की थी। देश में कारों की कुल सेल्स में EV की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत की है
पिछले महीने टाटा मोटर्स ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के प्राइसेज 1.20 लाख रुपये तक घटाए थे। देश में कारों की कुल सेल्स में EV की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत की है
नए 7.4 kW AC फास्ट चार्जिंग विकल्प से Comet EV को 3.5 घंटे से कुछ कम में पूरी तरह चार्ज किया जा सकता है, जबकि इसे 3.3 kW AC चार्जर से चार्जिंग में लगभग सात घंटे लगते हैं
Gadgets 360 से अंकित शर्मा और नितेश पपनोई को इस डेवलपमेंट और Tata Motors की भविष्य की योजनाओं के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पैसेंजर इलेक्ट्रिक व्हीकल, टाटा मोटर्स के वाइस प्रेसिडेंट और चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर श्री आनंद कुलकर्णी (Mr. Anand Kulkarni) के साथ बैठने का मौका मिला।
टाटा मोटर्स की जनवरी में सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी ने पिछले महीने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) सहित 54,033 यूनिट्स की बिक्री की है। पिछले वर्ष की समान अवधि में इसकी बिक्री 48,289 यूनिट्स की थी
Tata Motors की जनवरी में सेल्स वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 12 प्रतिशत बढ़ी है। कंपनी ने पिछले महीने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) सहित 54,033 यूनिट्स की बिक्री की है। पिछले वर्ष की समान अवधि में इसकी बिक्री 48,289 यूनिट्स थी
हाल ही में इसने Punch का इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च किया था। इलेक्ट्रिक कार के सेगमेंट में लगभग 85 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ इसका पहला स्थान है। टाटा मोटर्स की कॉम्पैक्ट SUV Nexon की मैन्युफैक्चरिंग छह लाख यूनिट्स की हो गई है
टाटा मोटर्स ने ने बताया है कि इसका कारण इनपुट कॉस्ट में हुई बढ़ोतरी का कुछ बोझ कम करना है। प्राइसेज में बढ़ोतरी पेट्रोल और डीजल इंजन वाली कारों के साथ ही इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) पर भी लागू होगी
Tata Motors ने यह नहीं बताया कि प्राप्त कोटेशन में बताई गई कीमतें गलत थीं या वैध। काफी संभावना है कि कोटेशन में बताई गई कीमतें सही हो सकती है, क्योंकि अपने रिप्लाई में कंपनी ने इन कीमतों को गलत नहीं ठहराया।