एक अधिक प्रभावशाली अल-नीनो इवेंट के कारण इसकी बर्फ के पिघलने की रफ्तार में एकदम से तेजी आ गई थी। उसके बाद से ग्लेशियर का पिघलना जारी है, और जो बर्फ पिघल चुकी है उसकी भरपाई नहीं हो पा रही है।
9 दिसंबर को पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र पर कमजोर लेकिन प्रत्यक्ष प्रभाव की संभावना बनी हुई है, जो अंतरिक्ष मौसम के विकास की निरंतर सतर्कता और निगरानी की आवश्यकता पर बल देती है।
Asteroid 2023 NR1 के लिए नासा का कहना है कि 1,120,000 किलोमीटर के दायरे से होकर धरती के पास से गुजरने वाला है। इसकी स्पीड 54710 किलोमीटर प्रतिघंटा बताई गई है।
एस्टरॉयड अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए इसलिए भी मायने रखते हैं क्योंकि ये सौरमंडल के निर्माण के समय से ही मौजूद हैं। इनको स्टडी कर पता लगाया जा सकता है कि ग्रह कैसे बने होंगे।