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हवाई जहाज जितना साइज, बिजली सी रफ्तार! पृथ्वी की ओर बढ़ रही हैं पांच चट्टानें

NA ने आज और कल पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले कई एस्टरॉयड्स को लेकर नया अलर्ट जारी किया है।

हवाई जहाज जितना साइज, बिजली सी रफ्तार! पृथ्वी की ओर बढ़ रही हैं पांच चट्टानें

Photo Credit: Wikipedia common

ख़ास बातें
  • 19 और 20 दिसंबर को पांच एस्टरॉयड पृथ्वी के पास से गुजरेंगे
  • कुछ एस्टेरॉयड्स का साइज एयरप्लेन जितना बताया गया है
  • नासा के मुताबिक सभी एस्टेरॉयड सुरक्षित दूरी से निकल जाएंगे
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NASA ने आज और कल पृथ्वी के करीब से गुजरने वाले कई एस्टेरॉयड (Asteroid) को लेकर नया अलर्ट जारी किया है। ये सभी एस्टेरॉयड उस क्लोज-अप्रोच जोन में एंट्री कर रहे हैं, जहां अगर कोई खगोलीय पिंड जरूरत से ज्यादा नजदीक आ जाए तो खतरे की स्थिति बन सकती है। एस्टेरॉयड चट्टानी पिंड होते हैं, जो सूरज के चारों ओर अलग-अलग कक्षाओं में घूमते रहते हैं और समय-समय पर पृथ्वी के पास से गुजरते हैं। इसी वजह से अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA व दुनिया की कई बड़ी स्पेस एजेंसियां लगातार इनकी निगरानी करती रहती है। आइए जानते हैं आज और कल के एस्टेरॉयड अलर्ट में क्या सामने आया है।

अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा की Jet Propulsion Laboratory (JPL) पृथ्वी के नजदीक आने वाले Near-Earth Objects पर लगातार नजर रखती है। JPL इन एस्टेरॉयड्स की स्पीड, साइज और ट्रैजेक्टरी का आकलन करती है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं कोई पिंड भविष्य में पृथ्वी के लिए खतरा तो नहीं बन सकता। नासा के मुताबिक, ऐसे एस्टरॉयड वैज्ञानिकों के लिए भी अहम होते हैं क्योंकि इनमें ब्रह्मांड की शुरुआती संरचना से जुड़ी जानकारियां छुपी हो सकती हैं।

NASA की JPL ट्रैकिंग लिस्ट के मुताबिक, 19 और 20 दिसंबर 2025 को कुल 5 एस्टरॉयड पृथ्वी के करीब से गुजर रहे हैं। इनमें कुछ एस्टेरॉयड एयरप्लेन के साइज के बताए गए हैं, जबकि एक बस के बराबर साइज का भी है। 19 दिसंबर को 2025 XQ3 और 2025 XV3 पृथ्वी के नजदीक से गुजरेंगे, जिनका अनुमानित साइज करीब 100 फीट और 170 फीट है। वहीं 20 दिसंबर को 2025 XT4, 2025 XV1 और 2010 WR7 पृथ्वी के पास से गुजरेंगे। इनमें XT4 का साइज करीब 29 फीट है, जबकि बाकी दो एस्टरॉयड्स का साइज 75 फीट और 220 फीट के आसपास बताया गया है।

नासा के आंकड़ों के मुताबिक, इन एस्टेरॉयड्स की पृथ्वी से कम से कम दूरी 15 लाख किलोमीटर से लेकर 46 लाख किलोमीटर के बीच रहेगी। यह दूरी एस्ट्रोनोमिकल स्टैंडर्ड्स के हिसाब से करीब मानी जाती है, लेकिन धरती के लिए फिलहाल सुरक्षित बताई जा रही है।

NASA आमतौर पर उन एस्टेरॉयड्स पर खास नजर रखती है जो पृथ्वी के 75 लाख किलोमीटर के दायरे में प्रवेश करते हैं। यह वो सीमा है जहां पृथ्वी की ग्रैविटी असर दिखा सकती है। हालांकि इसका मतलब यह नहीं होता कि हर एस्टेरॉयड टकराएगा। नासा ने साफ किया है कि आज और कल गुजरने वाले सभी एस्टरॉयड सुरक्षित दूरी से निकल जाएंगे और किसी भी तरह के टकराव की आशंका नहीं है।

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नितेश पपनोई Nitesh has almost seven years of experience in news writing and reviewing tech products like smartphones, headphones, and smartwatches. At Gadgets 360, he is covering all ...और भी
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