TRAI ने स्पैम कॉल्स को लेकर सख्ती शुरू कर दी है। अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केट्स पर लगाम कसने के लिए टेलीकॉम कंपनियों ने 2.75 लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस काटे हैं। इसके साथ ही बहुत सी फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया गया है
हाल ही में BSNL ने बताया था कि उसने 'आत्मनिर्भर भारत' अभियान के तहत 15,000 से अधिक 4G साइट्स बनाई हैं। कंपनी की बाद में इन साइट्स को 5G में कन्वर्ट करने की योजना है
Bharti Airtel ने अप्रैल में लगभग 7,52,000 नए सब्सक्राइबर्स हासिल किए हैं। इस दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या लगभग 26.75 करोड़ हो गई है
कंपनी ने 6G कनेक्टिविटी का इस्तेमाल करने वाली राडार जैसी सेंसिंग टेक्नोलॉजी, रैपिड रेल NCRTC प्राइवेट वायरलेस नेटवर्क और रियल-टाइम एक्सटेंडेड रिएलिटी मल्टीमीडिया टेक्नोलॉजी प्रदर्शित की है
जियो के रेवेन्यू में ग्रोथ वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 20 प्रतिशत से अधिक की है। कंपनी के नेटवर्क पर प्रति यूजर डेटा की खपत भी 25 GB प्रति माह से अधिक हो गई है
इन रेगुलेशंस के तहत, सभी कमर्शियल प्रमोटर्स और टेलीमार्केट्स के लिए DLT प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन कराना और कस्टमर से दिन में उनकी पसंद के दिन और समय पर विभिन्न प्रकार के प्रमोशनल मैसेज प्राप्त करने की सहमति लेना जरूरी था
6G in India: प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के नागरिकों को टेलीकॉम टेक्नोलॉजी सशक्त बना रही है। हाल के वर्षों में ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट यूजर्स की संख्या तेजी से बढ़ी है। इससे डिजिटल इंडिया की ताकत का पता चलता है
रिलायंस जियो ने पिछले महीने अपने हाई-स्पीड 5G नेटवर्क का दायरा 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 20 शहरों में बढ़ाने की घोषणा की थी। इसके साथ ही कंपनी की 5G सर्विसेज 277 शहरों में उपलब्ध हो गई हैं
इन शहरों में कंपनी के यूजर्स को जियो वेल्कम ऑफर का इस्तेमाल कर बिना किसी अतिरिक्त कॉस्ट के 1 Gbps तक की स्पीड पर अनलिमिटेड डेटा का इस्तेमाल करने के लिए निमंत्रित किया जाएगा
टेलीकॉम सेक्टर की दो बड़ी कंपनियों Bharti Airtel और रिलायंस जियो ने अगले वर्ष मार्च तक 15 करोड़ तक मोबाइल फोन यूजर्स के 5G में कन्वर्ट होने का टारगेट रखा है
रिलायंस जियो ने छह वर्ष पहले टेलीकॉम सेक्टर में उतरने के बाद टैरिफ घटाने की प्रतिस्पर्धा शुरू की थी। इससे अन्य टेलीकॉम कंपनियों को भी अपनी सर्विसेज के प्राइस घटाने पड़े थे
पिछले वर्ष 5G स्पेक्ट्र्म की ऑक्शन में टेलीकॉम कंपनियों के अरबों डॉलर का खर्च करने के बाद रेवेन्यू को बढ़ाने के लिए इन कंपनियों को टैरिफ में बढ़ोतरी करने की जरूरत है