देश में टेलीकॉम सब्सक्राइबर्स की संख्या अप्रैल में 1.2 अरब से ज्यादा हो गई। यह दूसरी बार है कि जब टेलीकॉम सब्सक्राइबर बेस 1.2 अरब से ज्यादा हुआ है। यह जुलाई 2017 में रिकॉर्ड 1.21 अरब पर पहुंचा था। Reliance Jio की वायरलेस सेगमेंट में ग्रोथ जारी है। कंपनी ने अप्रैल में 26.8 लाख नए सब्सक्राइबर्स जोड़े हैं। इसके साथ रिलायंस जियो के कुल सब्सक्राइबर्स 47.24 करोड़ हो गए हैं।
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) के
डेटा के अनुसार, Bharti Airtel ने अप्रैल में लगभग 7,52,000 नए सब्सक्राइबर्स हासिल किए हैं। इस दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी के सब्सक्राइबर्स की कुल संख्या लगभग 26.75 करोड़ हो गई है। हालांकि, सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) को 12 लाख से अधिक सब्सक्राइबर्स का नुकसान हुआ है। इसके अलावा अप्रैल में Vodafone Idea के सब्सक्राइबर्स में लगभग 7,35,000 की कमी हुई है।
वायरलाइन सेगमेंट में सब्सक्राइबर्स की संख्या अप्रैल में बढ़कर लगभग 3.42 करोड़ पर पहुंच गई। इस सेगमेंट में भी रिलायंस जियो को सबसे अधिक लगभग 3.6 लाख नए कस्टमर्स मिले हैं।
BSNL का पिछले वित्त वर्ष में नेट लॉस घटकर 5,367 करोड़ रुपये का रहा। इससे पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का नेट लॉस 8,161 करोड़ रुपये का था। इसका लॉस घटने के पीछे खर्चों में कमी और नॉन-ऑपरेटिंग इनकम में बढ़ोतरी जैसे कारण हैं।
पिछले वित्त वर्ष में BSNL का ऑपरेशंस से रेवेन्यू मामूली बढ़कर 19,343.6 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। हालांकि, यह केंद्र सरकार की ओर से तय किए गए 20,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य से कम रहा है। पिछले वित्त वर्ष में कंपनी का सेल्युलर सर्विसेज और एंटरप्राइज सेगमेंट से रेवेन्यू घटा है। इसके खर्च लगभग 2.5 प्रतिशत घटकर 26,683 करोड़ रुपये के रहे। हालांकि, कंपनी की एंप्लॉयी कॉस्ट 4.4 प्रतिशत बढ़कर 8,034 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। हाल ही में BSNL ने BharatNet प्रोजेक्ट के तीसरे फेज के लिए लगभग 65,000 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया था। BSNL को प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों से कड़ी टक्कर मिल रही है। यह अपनी 4G सर्विस लॉन्च कर रही है। भारती एयरटेल और रिलायंस जियो जैसी बड़ी प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों ने देश भर में अपना 5G नेटवर्क शुरू कर दिया है। इससे इन कंपनियों के सब्सक्राइबर्स की संख्या में भी बढ़ोतरी हो रही है।