देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी Bharti Airtel को इस वर्ष अपनी 5G सर्विसेज के सभी शहरों और महत्वपूर्ण ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी का अनुमान है कि नेटवर्क में लगभग 28,500 करोड़ रुपये का इनवेस्टमेंट होगा। देश में पिछले वर्ष 5G सर्विसेज लॉन्च की गई थी।
Bharti Airtel के मैनेजिंग डायरेक्टर, Gopal Vittal ने
कहा कि कंपनी के प्रीमियम 700 मेगाहर्ट्ज बैंड के लिए बिड नहीं करने और नॉन-स्टैंडअलोन 5G नेटवर्क को चुनने के फैसले से कम कॉस्ट पर बेहतर कवरेज में मदद मिल रही है। उन्होंने बताया, "लगभग 7,000 शहरों में से हमारी मौजूदगी 3,500 शहरों में है। हम इस वर्ष शहरों में कवरेज को पूरा करने के साथ ही कुछ महत्वपूर्ण ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंच जाएंगे।" उनका कहना था कि कंपनी ने 4G नेटवर्क में कैपेसिटी बढ़ाना बंद कर दिया है क्योंकि जिन क्षेत्रों में 5G नेटवर्क लॉन्च किया गया है वहां 30 प्रतिशत तक ट्रैफिक ऑफलोड हो रहा है।
पिछले फाइनेंशियल ईयर की चौथी तिमाही में
एयरटेल ने 193 रुपये का एवरेज रेवेन्यू प्रति यूजर (ARPU) हासिल किया था जो टेलीकॉम इंडस्ट्री में सबसे अधिक था। इस महीने कंपनी के मुंबई में 5G नेटवर्क पर कस्टमर्स की संख्या 20 लाख तक पहुंच गई है। देश में मुंबई ऐसा पहला शहर है जिसके सभी क्षेत्रों में 5G की कवरेज है। इन क्षेत्रों में मुंबई के अलावा नवी मुंबई, ठाणे, कल्याण डोंबीवली और मीरा भायंदर शामिल हैं।
इस बारे में कंपनी ने बताया था, "भारती एयरटेल ने मुंबई में अपने 5G नेटवर्क पर 20 लाख कस्टमर्स का स्वागत किया है। इस सर्विस के लॉन्च के केवल सात महीनों में यह ग्रोथ हासिल की गई है।" हाल ही में एयरटेल ने देश भर में अपने इस नेटवर्क पर एक करोड़ से अधिक कस्टमर्स का आंकड़ा पार किया था। पिछले महीने टेलीकॉम कंपनियों ने 50-100 mbps तक की रेंज में हाई-स्पीड डेटा सर्विसेज देने के लिए केंद्र सरकार से 6 GHz बैंड की मीडियम फ्रीक्वेंसी रेंज में उपलब्ध स्पेक्ट्रम को मोबाइल टेलीकॉम सेगमेंट के लिए रखने की मांग की थी। यह मांग करने वालों में Reliance Jio और एयरटेल शामिल हैं। इन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करने वाली सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोशिएशन ऑफ इंडिया (COAI) ने इस बारे में टेलीकॉम डिपार्टमेंट को पत्र लिखा है।