Npci

Npci - ख़बरें

  • ChatGPT करेगा शॉपिंग और पेमेंट्स, जानें क्या है भारत का नया Agentic Payments सिस्टम?
    आजकल यूजर ChatGPT जैसे AI असिस्टेंट्स से प्रोडक्ट्स सर्च करने, प्राइस कम्पेयर करने, या शॉपिंग लिस्ट बनाने जैसे काम करवाते हैं। लेकिन अब यह कदम आगे बढ़ चुका है। Agentic Payments की मदद से यूजर उसी चैट में पेमेंट भी पूरा कर पाएंगे, बिना किसी वेबसाइट या ऐप पर जाए। इस प्रोजेक्ट में तीन दिग्गजों की पार्टनरशिप है, जिसमें भारत में डिजिटल पेमेंट के लिए पॉपुलर Razorpay, हर महीने 20 बिलियन से ज्यादा UPI ट्रांजेक्शन को संभालने वाला NPCI और ChatGPT बनाने वाला OpenAI शामिल हैं।
  • अब नहीं डालना पड़ेगा UPI PIN! फिंगरप्रिंट और फेस अनलॉक से ऐसे होगा होगा पेमेंट, जानें स्टेप्स
    NPCI और RBI ने मिलकर डिजिटल पेमेंट्स को एक नए लेवल पर ले जाने की तैयारी कर ली है। अब UPI ट्रांजेक्शंस के लिए हर बार PIN डालने की झंझट खत्म होने वाली है। इसके बजाय यूजर्स अपने स्मार्टफोन के फिंगरप्रिंट स्कैनर या फेस अनलॉक का इस्तेमाल करके पेमेंट कर सकेंगे। यह फीचर खासतौर पर उन लोगों के लिए फायदेमंद रहेगा जो बार-बार PIN टाइप करने में दिक्कत महसूस करते हैं या मोबाइल पेमेंट में नए हैं। NPCI के मुताबिक, यह फीचर वैकल्पिक (optional) रहेगा यानी अगर कोई यूजर चाहे तो पुराना PIN सिस्टम भी इस्तेमाल कर सकता है। लेकिन बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन से पेमेंट करने पर पूरी प्रोसेस तेज और आसान हो जाएगी। चलिए पूरा प्रोसेस जानते हैं।
  • अब ‘चश्मा’ बनेगा वॉलेट! स्मार्ट ग्लास से होगा UPI पेमेंट, फोन की जरूरत नहीं
    भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में अब एक नया लेवल देखने को मिलेगा, जिसमें अब स्मार्ट ग्लासेस (चश्मे) से UPI पेमेंट करना मुमकिन होगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने मंगलवार को मुंबई में हुए Global Fintech Fest 2025 में ये इनोवेटिव फीचर लॉन्च किया। इसका मकसद है डिजिटल ट्रांजैक्शन को और तेज, आसान और हैंड्स-फ्री बनाना। इसके अलावा, अब Aadhaar-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन से भी UPI PIN सेट या रीसेट किया जा सकेगा। UIDAI की FaceRD App के जरिए यूजर का वेरिफिकेशन होगा, ताकि कार्ड न रखने वाले यूजर्स के लिए ऑनबोर्डिंग और आसान हो सके।
  • UPI से पेमेंट्स हुई आसान, बायोमेट्रिक ऑथेंटिकेशन की मिलेगी सुविधा
    NPCI ने बताया है कि इससे यूजर्स को UPI के जरिए ट्रांजैक्शंस को फेस या फिंगरप्रिंट के जरिए ऑथेंटिकेट करने की अनुमति मिलेगी और उन्हें छह डिजिट के PIN का इस्तेमाल नहीं करना होगा। हालांकि, UPI के जरिए पेमेंट्स को ऑथेंटिकेट करने के लिए PIN के इस्तेमाल के मौजूदा तरीके की भी अनुमति होगी। इस नए फीचर को Global Fintech Fest में लॉन्च किया है।
  • जल्द UPI को पेमेंट बदल सकेंगे EMI में! जानें क्या है NPCI का नया प्लान?
    NPCI एक नया फीचर डेवलप कर रहा है, जिससे यूजर्स अपने UPI पेमेंट्स को सीधे EMI में बदल सकेंगे। ET की रिपोर्ट के अनुसार, यह कार्ड-पेमेंट्स जैसी सुविधा होगी जहां QR स्कैन करते ही EMI ऑप्शन मिलेगा। Navi और Paytm जैसे फिनटेक्स पहले से UPI क्रेडिट लाइन्स पर काम कर रहे हैं। इंडस्ट्री फाउंडर्स का मानना है कि यह फीचर UPI को केवल पेमेंट प्लेटफॉर्म से आगे बढ़ाकर एक फुल-फ्लेज्ड क्रेडिट इकोसिस्टम में बदल देगा।
  • Proxgy ThumbPay: स्मार्टफोन-QR को भूल जाइए, अंगूठे से होंगे डिजिटल पेमेंट!
    गुरुग्राम बेस्ड IoT स्टार्टअप Proxgy ने ThumbPay पेश किया है, जो भारत में डिजिटल पेमेंट्स का अगला बड़ा कदम माना जा रहा है। यह डिवाइस Aadhaar और UPI को जोड़कर सिर्फ बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन से पेमेंट पूरा करता है। कंपनी ने सफल पायलट के बाद अब UIDAI और NPCI से अप्रूवल्स के लिए आवेदन किया है। ThumbPay की कीमत 2,000 रुपये से कम रखी गई है और इसका लक्ष्य ग्रामीण इलाकों से लेकर शहरी बाजारों तक कैशलेस इकोसिस्टम को आसान बनाना है।
  • UPI की प्रति दिन और प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट में जल्द होगी बढ़ोतरी
    बढ़ी हुई लिमिट के साथ यूजर्स को प्रति ट्रांजैक्शन पांच लाख रुपये तक और कैपिटल मार्केट में इनवेस्टमेंट, इंश्योरेंस प्रीमियम, गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस पेमेंट्स और ट्रैवल से जुड़ी ट्रांजैक्शंस के लिए 10 लाख रुपये तक की लिमिट मिलेगी। क्रेडिट कार्ड की पेमेंट्स के लिए प्रति ट्रांजैक्शन लिमिट को बढ़ाकर पांच लाख रुपये और प्रति दिन ट्रांजैक्शन लिमिट को छह लाख रुपये किया गया है।
  • Google Pay, PhonePe, Paytm यूजर्स के लिए बड़ी खबर, 1 अक्टूबर से नहीं काम करेगा UPI का ये फीचर
    NPCI ने सुरक्षा बढ़ाने और ट्रांजेक्शन से होने वाले फ्रॉड को रोकने के लिए UPI में एक बड़े बदलाव की घोषणा की है। 1 अक्टूबर, 2025 से NPCI पर्सन-टू-पर्सन (P2P) कलेक्ट रिक्वेस्ट को बंद करने जा रहा है। इसके जरिए फ्रॉड अक्सर अनजाने में यूजर्स को भुगतान के लिए रिक्वेस्ट भेजते थे, अब इसकी संभावना कम होगी। NPCI ने 29 जुलाई को जारी एक आधिकारिक परिपत्र में बैंकों और पेमेंट ऐप्स को 1 अक्टूबर से ऐसे सभी P2P कलेक्ट ट्रांजेक्शन की प्रक्रिया बंद करने का निर्देश दिया है।
  • UPI यूजर्स हो जाएं अलर्ट! बैलेंस चेक और ऑटोपे पर लिमिट, फुल लिस्ट यहां पढ़ें
    UPI New Rules and Changes 2025: अगर आप भी दिन में कई बार UPI से बैलेंस चेक करने की आदत रखते हैं, तो अब जरा संभल जाइए। 1 अगस्त 2025 से देशभर में नए UPI नियम लागू हो चुके हैं, जो खासतौर से सिस्टम को ओवरलोड होने से बचाने और ट्रांजैक्शन को और भरोसेमंद बनाने के लिए लाए गए हैं। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से मई में इन गाइडलाइंस को नोटिफाई किया गया था और सभी बैंकों, ऐप्स और PSPs को 31 जुलाई तक इन बदलावों को लागू करने का समय दिया गया था। चलिए आपको विस्तार से बताते हैं कि क्या बदलाव होने जा रहे हैं।
  • UPI ट्रांजैक्शंस ने 19.47 अरब के साथ जुलाई में बनाया रिकॉर्ड
    वैल्यू के लिहाज से पिछले महीने ये ट्रांजैक्शंस 25.08 लाख करोड़ रुपये की रही हैं। यह मई में 25.14 लाख करोड़ रुपये के बाद दूसरा हाई है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने बताया कि देश में डिजिटल ट्रांजैक्शंस में UPI की हिस्सेदारी 85 प्रतिशत की है। हाल ही में दुनिया में भारत सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश बना था। इस उपलब्धि में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) का बड़ा योगदान है।
  • Google Pay, Paytm और PhonePe यूजर्स के लिए बड़ा अपडेट, अब बार-बार नहीं कर पाएंगे ये काम, 1 अगस्त से लागू होंगे
    UPI के नियमों में NPCI द्वारा बदलाव किया है जो कि 1 अगस्त से लागू होंगे। अब UPI यूजर्स अपने लिंक बैंक अकाउंट को एक दिन में 25 बार से ज्यादा नहीं देख पाएंगे। वहीं यूजर्स दिन में सिर्फ 50 बार तक ही अपना बैलेंस चेक कर पाएंगे। इसके अलावा पेमेंट ट्रैकिंग के मामले में किसी ट्रांजेक्शन स्टेटस को सिर्फ 3 बार ही चेक कर पाएंगे। वहीं हर प्रयास के बीच 90 सेकंड का अंतर होना चाहिए।
  • भारत बना दुनिया में सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश, UPI ने बढ़ाई ट्रांजैक्शंस की स्पीड
    हाल ही में केंद्र सरकार ने UPI के जरिए डिजिटल तरीके से पेमेंट्स को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। इसके साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। देश में UPI के जरिए प्रति माह 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शंस हो रही हैं।
  • भारत बना दुनिया में सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश, UPI ने बढ़ाई ट्रांजैक्शंस की स्पीड
    हाल ही में केंद्र सरकार ने UPI के जरिए डिजिटल तरीके से पेमेंट्स को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। इसके साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। देश में UPI के जरिए प्रति माह 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शंस हो रही हैं।
  • बैंकिंग और UPI ऐप्स में ये 3 सेटिंग्स ऑन नहीं कीं? एक क्लिक में हो सकता है अकाउंट खाली
    UPI और मोबाइल बैंकिंग का जमाना है, लेकिन इसी कंवेनीयंस के चक्कर में कई बार सिक्योरिटी की बुनियादी चीजें नजरअंदाज हो जाती हैं। अगर आपने अपने Google Pay, PhonePe या बैंक ऐप्स में ये तीन अहम सेटिंग्स एक्टिव नहीं की हैं, तो सिर्फ एक छोटी सी गलती भी आपके अकाउंट को जोखिम में डाल सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन‑सी वो तीन सेटिंग्स हैं और इन्हें ऑन करके आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
  • UPI पेमेंट्स पर नहीं लगेगा कोई चार्ज, फाइनेंस मिनिस्ट्री ने दी जानकारी
    केंद्र सरकार इन ट्रांजैक्शंस पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को दोबारा लागू करने पर विचार नहीं कर रही। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने यह जानकारी दी है। मिनिस्ट्री ने कहा है कि डिजिटल तरीके से पेमेंट्स के लिए UPI एक कम कॉस्ट वाला प्लेटफॉर्म बना रहेगा। UPI को ऑपरेट करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की UPI के लिए 20 से 30 करोड़ नए यूजर्स को जोड़ने की योजना है।

Npci - वीडियो

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »