Npci

Npci - ख़बरें

  • भारत बना दुनिया में सबसे तेज पेमेंट्स करने वाला देश, UPI ने बढ़ाई ट्रांजैक्शंस की स्पीड
    हाल ही में केंद्र सरकार ने UPI के जरिए डिजिटल तरीके से पेमेंट्स को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया था। इसके साथ ही सरकार ने यह स्पष्ट किया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (GST) लगाने के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। देश में UPI के जरिए प्रति माह 18 अरब से अधिक ट्रांजैक्शंस हो रही हैं।
  • बैंकिंग और UPI ऐप्स में ये 3 सेटिंग्स ऑन नहीं कीं? एक क्लिक में हो सकता है अकाउंट खाली
    UPI और मोबाइल बैंकिंग का जमाना है, लेकिन इसी कंवेनीयंस के चक्कर में कई बार सिक्योरिटी की बुनियादी चीजें नजरअंदाज हो जाती हैं। अगर आपने अपने Google Pay, PhonePe या बैंक ऐप्स में ये तीन अहम सेटिंग्स एक्टिव नहीं की हैं, तो सिर्फ एक छोटी सी गलती भी आपके अकाउंट को जोखिम में डाल सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर कौन‑सी वो तीन सेटिंग्स हैं और इन्हें ऑन करके आप बड़े नुकसान से बच सकते हैं।
  • UPI पेमेंट्स पर नहीं लगेगा कोई चार्ज, फाइनेंस मिनिस्ट्री ने दी जानकारी
    केंद्र सरकार इन ट्रांजैक्शंस पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को दोबारा लागू करने पर विचार नहीं कर रही। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने यह जानकारी दी है। मिनिस्ट्री ने कहा है कि डिजिटल तरीके से पेमेंट्स के लिए UPI एक कम कॉस्ट वाला प्लेटफॉर्म बना रहेगा। UPI को ऑपरेट करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की UPI के लिए 20 से 30 करोड़ नए यूजर्स को जोड़ने की योजना है।
  • बार-बार बैलेंस चेक करने की आदत? 1 अगस्त से UPI यूजर्स पर नया लिमिट सिस्टम
    UPI इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स के लिए एक जरूरी खबर है। NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने UPI सर्विसेज को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की हैं जो 1 अगस्त 2025 से लागू होंगी। इन नियमों के तहत अब कुछ खास सर्विसेज़ पर लिमिट लगाई जाएगी ताकि सिस्टम पर ट्रैफिक का लोड कंट्रोल में रहे और पीक टाइम में नेटवर्क स्लो या फेल न हो। बदलाव खासतौर पर बैलेंस चेक और ऑटोपे ट्रांजैक्शन्स को लेकर हैं।
  • 30 जून से लागू होगा नया UPI नियम, पेमेंट करने वालों की खत्म होगी सबसे बड़ी टेंशन!
    UPI यूजर्स के लिए एक जरूरी अपडेट सामने आया है। NPCI (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने एक नया नियम लागू करने का फैसला किया है, जिसके तहत 30 जून 2025 से जब भी यूजर्स UPI से किसी को पैसे भेजेंगे, तो पेमेंट करने से पहले रिसीवर का बैंक में रजिस्टर्ड असली नाम स्क्रीन पर दिखेगा। यह बदलाव गलत ट्रांसफर और फ्रॉड से यूजर्स को बचाने के लिए लाया जा रहा है।
  • UPI का नया नया फीचर खत्म करेगा पैसे भेजने वालों की सरदर्दी, फ्रॉड पर लगेगी लगाम!
    जल्द ही UPI पेमेंट्स और भी ज्यादा ट्रस्टेबल बन जाएंगे। अब जब भी आप किसी को पैसे भेजेंगे, तो ऐप में आपको उसका असली बैंक रजिस्टर्ड नाम दिखेगा, ना कि कोई QR कोड से निकाला गया नाम, सेव कॉन्टैक्ट का नाम या यूजर का खुद से रखा हुआ डिस्प्ले नेम। यह नया नियम NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने 24 अप्रैल 2025 को जारी एक सर्कुलर के जरिए अनाउंस किया है और इसे 30 जून 2025 तक सभी UPI ऐप्स में लागू करना जरूरी होगा।
  • UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर GST लगाने से सरकार ने किया इनकार
    हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर GST लग सकता है। सरकार ने इस तरह की रिपोर्ट्स को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया है। एक नोटिस में यह स्पष्ट किया गया है कि इस तरह के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। पिछले वर्ष दिसंबर में UPI के जरिए ट्रांजैक्शंस की कुल वैल्यू लगभग 23.25 लाख करोड़ रुपये की थी।
  • 12 अप्रैल को 5 घंटे के लिए भारत में UPI इसलिए हो गया था डाउन...
    12 अप्रैल को हुई UPI सर्विस में बड़ी आउटेज आई थी, जिसने देशभर में लोगों को कुछ घंटों के लिए परेशान कर दिया था। अब, इस आउटेज को लेकर नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपनी जांच रिपोर्ट शेयर की है। रिपोर्ट के मुताबिक, आउटेज की वजह UPI सिस्टम पर जरूरत से ज्यादा "Check Transaction" रिक्वेस्ट भेजा जाना था। यह भारी लोड न सिर्फ पेमेंट सर्वर को क्रैश के करीब ले गया, बल्कि करीब 5 घंटे तक करोड़ों लोगों को पेमेंट ट्रांजैक्शन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
  • UPI के लिए NPCI का 30 करोड़ नए यूजर्स जोड़ने का टारगेट
    UPI की लोकप्रियता तेजी से बढ़ने के साथ दुनिया में डिजिटल ट्रांजैक्शंस में भारत का योगदान लगभग 46 प्रतिशत हो गया है। PwC की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 12 वर्षों में रिटेल डिजिटल पेमेंट्स में लगभग 90 गुणा की बढ़ोतरी हुई है। NPCI की योजना में UPI के फीचर्स बढ़ाना भी शामिल है। पिछले वर्ष दिसंबर में UPI के जरिए ट्रांजैक्शंस की कुल वैल्यू लगभग 23.25 लाख करोड़ रुपये की थी।
  • मोबाइल से पेमेंट्स 200 लाख करोड़ रुपये तक पहुंची, UPI ट्रांजैक्शंस बढ़ने का असर
    पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में मोबाइल फोन्स के इस्तेमाल से ट्रांजैक्शंस की वैल्यू बढ़कर 198 लाख करोड़ रुपये की थी। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ट्रांजैक्शंस की बढ़ी हिस्सेदारी है। पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में मोबाइल से पेमेंट्स क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के जरिए खर्च की गई रकम की तुलना में लगभग 14.5 प्रतिशत अधिक थी।
  • आज से इन नंबर पर नहीं मिलेगी UPI सर्विस, Google Pay, Paytm, PhonePe का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे
    NPCI ने बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स से कहा है कि वे 1 अप्रैल से इनएक्टिव मोबाइल नंबर से लिंक UPI आईडी हटाएं। NPCI के अनुसार, यूपीआई आईडी से लिंक इनएक्टिवेटेड मोबाइल नंबर सिक्योरिटी के लिए खतरा हैं। ऐसे में अगर यूजर्स अपने बैंक डिटेल्स को अपडेट किए बिना अपने मोबाइल नंबर बदलते या इनएक्टिवेटेड करते हैं तो उन्हें खतरा हो सकता है क्योंकि फिर से असाइन किए गए नंबर अभी भी पिछले यूपीआई अकांट से लिंक हो सकते हैं।
  • 'पैसे थे, लेकिन चुका नहीं पाए!' - UPI ठप होते ही X पर छाए मजेदार मीम्स
    देशभर में लाखों लोग डिजिटल पेमेंट के लिए UPI पर निर्भर हैं, लेकिन 26 मार्च को जब अचानक यह डाउन हुआ, तो यूजर्स को परेशानी का सामना करना पड़ा। Google Pay, PhonePe, Paytm समेत कई प्रमुख ऐप्स पर लेनदेन रुक गए, जिससे लोग सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी और मजाकिया रिएक्शन शेयर करने लगे। NPCI ने इस आउटेज को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया, लेकिन कुछ बैंकों ने तकनीकी खामी को इसकी वजह बताया।
  • BHIM 3.0 हुआ लॉन्च, अब इन एडवांस फीचर्स से डिजिटल पेमेंट होगा आसान
    BHIM ऐप का नया अपग्रेड BHIM 3.0 लॉन्च हो गया है। BHIM 3.0 यूजर्स को आसानी से खर्चों को ट्रैक करने, मॉनिटर करने और अलग-अलग करने के लिए टूल प्रदान करता है। ऐप में अब स्प्लिट एक्सपेंस फीचर शामिल है, जिससे यूजर्स फूड, किराए या खरीदारी जैसी एक्टिविटी के लिए दोस्तों और परिवार के बीच बिल को विभाजित कर सकते हैं। ऐप में एक स्पेंड एनालिटिक्स डैशबोर्ड भी पेश किया गया है।
  • UPI यूजर्स अलर्ट! 1 अप्रैल से नए नियम लागू, आपका मोबाइल नंबर बंद तो UPI भी बंद
    NPCI ने UPI ट्रांजैक्शन की सिक्योरिटी और एफिशिएंसी बढ़ाने के लिए नए निर्देश जारी किए हैं, जो 1 अप्रैल 2025 से लागू होंगे। नए नियमों के अनुसार, यदि किसी मोबाइल नंबर को 90 दिनों तक उपयोग नहीं किया गया, तो उसे टेलीकॉम ऑपरेटर द्वारा री-असाइन किया जा सकता है। अब UPI से लिंक ऐसे पुराने और निष्क्रिय मोबाइल नंबरों को डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा। अगर आपका बैंक से लिंक नंबर बंद या बदला गया है, तो आपकी UPI ID अनलिंक हो सकती है और आप UPI सर्विसेज का यूज नहीं कर पाएंगे।
  • UPI में बड़ा बदलाव: स्कैम को रोकने के लिए हटाया जा रहा है यह फीचर
    एक बैंकिंग अधिकारी के हवाले से ET की रिपोर्ट बताती है कि Pull Transactions को फ्रॉड के लिहाज से ज्यादा जोखिम भरा माना जाता है। स्कैमर्स अक्सर ऑनलाइन प्रोडक्ट खरीदने के बहाने रिटेलर्स से संपर्क करते हैं और UPI पेमेंट का झांसा देकर Pull Request भेजते हैं। यूजर इसे गलती से पेमेंट रिसीव करने की रिक्वेस्ट समझ बैठते हैं और जैसे ही इसे अप्रूव करते हैं, पैसा उनके अकाउंट से कट जाता है।

Npci - वीडियो

विज्ञापन

Follow Us
विज्ञापन
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »