स्मार्ट ग्लास पेमेंट्स के साथ ही NPCI ने ऑन-डिवाइस बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन भी शुरू किया है। यानी अब आप फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक से UPI पेमेंट कर सकते हैं, बिना PIN डाले।
Photo Credit: Unsplash/ muhamad kamaran
अब Aadhaar-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन से भी UPI PIN सेट या रीसेट किया जा सकेगा
भारत के डिजिटल पेमेंट सिस्टम में अब एक नया लेवल देखने को मिलेगा, जिसमें अब स्मार्ट ग्लासेस (चश्मे) से UPI पेमेंट करना मुमकिन होगा। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने मंगलवार को मुंबई में हुए Global Fintech Fest 2025 में ये इनोवेटिव फीचर लॉन्च किया। इसका मकसद है डिजिटल ट्रांजैक्शन को और तेज, आसान और हैंड्स-फ्री बनाना। इसके अलावा, अब Aadhaar-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन से भी UPI PIN सेट या रीसेट किया जा सकेगा। UIDAI की FaceRD App के जरिए यूजर का वेरिफिकेशन होगा, ताकि कार्ड न रखने वाले यूजर्स के लिए ऑनबोर्डिंग और आसान हो सके।
ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में NPCI ने UPI से जुड़े कई नए हाई-टेक फीचर्स अनाउंस किए। इनमें से एक स्मार्ट ग्लासेस से जुड़ा था। नए सिस्टम के तहत यूजर्स अपने वियरेबल स्मार्ट ग्लासेस के जरिए छोटे पेमेंट्स कर पाएंगे। बस QR कोड स्कैन करना होगा और वॉइस कमांड देना होगा और पेमेंट ऑटोमैटिकली हो जाएगा। इसमें ना मोबाइल की जरूरत होगी और ना PIN की। यह फीचर फिलहाल UPI Lite ट्रांजैक्शन के लिए है और छोटे पेमेंट्स जैसे रिटेल, ट्रांजिट या फूड पेमेंट्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
Step into the future with UPI Lite on smart glasses 👓💡
— UPI (@UPI_NPCI) October 7, 2025
Launched at #GFF2025, this innovation enables payments with just a voice command.
Just glance, speak, and pay. Seamless, futuristic, and effortless.#UPI #UPILite #DigitalPayments #NPCIGFF2025 https://t.co/ITrpRlm60e
स्मार्ट ग्लास पेमेंट्स के साथ ही NPCI ने ऑन-डिवाइस बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन भी शुरू किया है। यानी अब आप फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक से UPI पेमेंट कर सकते हैं, बिना PIN डाले। यह सुविधा ऑप्शन है और हर ट्रांजैक्शन बैंक द्वारा वेरिफाई किया जाएगा। NPCI के मुताबिक यह फीचर खासकर सीनियर सिटीजन और नए यूजर्स के लिए काफी मददगार रहेगा, जिन्हें PIN डालने में दिक्कत होती है।
इसके अलावा, अब Aadhaar-बेस्ड फेस ऑथेंटिकेशन से भी UPI PIN सेट या रीसेट किया जा सकेगा। UIDAI की FaceRD App के जरिए यूजर का वेरिफिकेशन होगा, ताकि कार्ड न रखने वाले यूजर्स के लिए ऑनबोर्डिंग और आसान हो सके।
फिलहाल बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन सिर्फ 5,000 रुपये तक के ट्रांजैक्शन पर लागू रहेगा। अगर कोई यूजर 90 दिन तक इसका इस्तेमाल नहीं करता या अपना PIN बदल देता है, तो यह फीचर अपने आप डिसेबल हो जाएगा। NPCI ने बैंकों और UPI ऐप्स को कहा है कि वे डिवाइस कम्पैटिबिलिटी और सिक्योरिटी चेक्स का पूरा ध्यान रखें।
इसी इवेंट में Navi UPI ने देश का पहला प्लेटफॉर्म बनने का दावा किया है जिसने बड़े पैमाने पर बायोमैट्रिक बेस्ड पेमेंट सिस्टम को लागू किया है।
हां, NPCI ने नए फीचर के तहत UPI Lite को स्मार्ट ग्लास से जोड़ दिया है। अब यूजर QR स्कैन कर वॉइस कमांड से छोटे पेमेंट्स कर सकते हैं, बिना मोबाइल या PIN के।
यह फिलहाल लो-वैल्यू पेमेंट्स जैसे रिटेल, ट्रांजिट, फूड आउटलेट्स या रोजमर्रा के छोटे खर्चों के लिए डिजाइन किया गया है।
PIN अभी भी रहेगा, लेकिन NPCI ने ऑन-डिवाइस बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन (फिंगरप्रिंट या फेस अनलॉक) का ऑप्शन दिया है। यानी यूजर चाहे तो PIN की जगह बायोमैट्रिक से ट्रांजैक्शन कर सकता है।
फिलहाल नहीं। NPCI ने कहा है कि बैंक्स और ऐप्स को पहले डिवाइस कम्पैटिबिलिटी और सिक्योरिटी वेरिफिकेशन पूरे करने होंगे। धीरे-धीरे यह सभी UPI प्लेटफॉर्म्स पर लागू होगा।
शुरुआत में बायोमैट्रिक ऑथेंटिकेशन 5,000 रुपये तक के ट्रांजैक्शन के लिए वैलिड रहेगा। इसके ऊपर के ट्रांजैक्शन के लिए अभी PIN जरूरी रहेगा।
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