Mission

Mission - ख़बरें

  • अंतरिक्ष से पानी में लैंड करेंगे भारतीय एस्‍ट्रोनॉट तो क्‍या होगा? इसरो ने की टेस्टिंग, देखें फोटोज
    भारत अपने गगनयान मिशन को बेहतर बनाने के लिए काम कर रहा है। बीते सप्‍ताह एक नकली गगनयान क्रू मॉड्यूल को पानी में डालकर उसे उठाया गया। यह एक प्रकार की एक्‍सरसाइज थी यह देखने के लिए कि जब एस्‍ट्रोनॉट्स अंतरिक्ष से पानी में लैंड करेंगे, तब किस प्रकार की तैयारियां चाहिए होंगी। इसरो ने इंडियन नेवी के साथ मिलकर आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम के तट पर बंगाल की खाड़ी में यह एक्‍सरसाइज की।
  • अंतरिक्ष में अपना स्टेशन बनाएगा भारत, अगले वर्ष लॉन्च हो सकता है गगनयान मिशन
    इस स्टेशन का नाम "भारत अंतरिक्ष स्टेशन" होगा। इसकी स्थापना 2035 तक की जा सकती है। साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर जितेन्द्र सिंह ने बताया कि यह स्पेस स्टेशन 2035 तक बन जाएगा। इसके बाद 2040 तक एक भारतीय को चंद्रमा पर लैंड कराया जा सकता है। देश के पहले ह्युमन स्पेस फ्लाइट मिशन Gaganyaan के तहत 2026 की शुरुआत तक पहला भारतीय एस्ट्रोनॉट स्पेस की यात्रा करेगा।
  • अंतरिक्ष में कैसे पीते हैं लिक्विड, सुनीता विलियम्‍स ने बताया, देखें Video
    सुनीता विलियम्‍स ने मैसाचुसेट्स के सुनीता विलियम्स एलिमेंट्री स्कूल के स्‍टूडेंट्स के लिए एक सेशन होस्‍ट किया। इसमें उन्‍होंने स्‍पेस में लिक्विड ड्र‍िंक पीने के दौरान आने वाले चैलेंजेस पर चर्चा की। उन्‍होंने छात्रों को बताया कि जीरो ग्रैविटी में लिक्विड पदार्थ पीने के दौरान किन बातों का ध्‍यान रखना होता है। स्‍पेस में लिक्विड पदार्थ पीने के लिए खासतौर के पाउच डिजाइन किए गए हैं। सुनीता ने उन पाउचों को इस्‍तेमाल करने का तरीका बताया।
  • ISRO की नई छलांग! ESA के दो सैटेलाइट एकसाथ ऑर्बिट में पहुंचाए, PSLV ने दिखाया ‘कमाल’
    भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) के PSLV रॉकेट ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के ‘प्रोबा-3’ (PROBA-3) सैटेलाइट्स को लेकर सफल उड़ान भर ली है। यह लॉन्‍च अब से थोड़ी देर पहले आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया गया है। इससे पहले बुधवार को आखिरी समय में लॉन्‍च कैंसल कर दिया गया था। स्‍पेसक्राफ्ट में मिली एक ‘‘विसंगति’’ के कारण लॉन्‍च को टाला गया था।
  • ISRO PROBA-3 Mission Live : इसरो आज लॉन्‍च करेगा यूरोपीय मिशन,घर बैठे ऐसे देखें लाइव
    भारत की स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) आज एक बड़ा लॉन्‍च करने जा रही है। वह यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी (ESA) के प्रोबा-3 (PROBA-3) मिशन को अंतरिक्ष के लिए रवाना करेगी। इसरो के मुताबिक यह लॉन्‍च 4 दिसंबर की शाम 4:06 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से होगा। मिशन का नाम PSLV-C59/PROBA-3 है, जिसमें PSLV-C59 वह रॉकेट है, जो PROBA-3 सैटेलाइट को लेकर जाएगा। इस लॉन्‍च को आप घर बैठे लाइव देख पाएंगे।
  • PROBA-3 Mission : ISRO कल पहुंचाएगा यूरोप के सैटेलाइट को अंतरिक्ष में, जानें मिशन की बड़ी बातें
    भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो बुधवार को एक बड़े लॉन्‍च के लिए तैयार है। वह यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी (ESA) के प्रोबा-3 (PROBA-3) मिशन को रवाना करेगी। इसरो ने बताया है कि PSLV-C59/PROBA-3 मिशन सैटेलाइट्स को 4 दिसंबर को शाम 4:06 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया जाएगा। इस काम में PSLV-C59 रॉकेट की मदद ली जाएगी, जोकि करीब 550 किलो के सैटेलाइट्स को लेकर उड़ान भरेगा।
  • चलो 'शुक्र है'! भारत सरकार ने ISRO के 'शुक्रयान-1' मिशन को दी मंजूरी, 2028 में भरेगा उड़ान
    केंद्र सरकार ने भारत ने शुक्र ग्रह मिशन को हरी झंडी दे दी है। ISRO ने इसे वीनस ऑर्बिटर मिशन (VOM) नाम दिया है। शुक्रयान-1 इस मिशन का पहला भाग होगा जो 2028 में लॉन्च होगा। इसी के साथ सरकार ने भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (BAS) को भी मंजूरी दे दी है। यह भारत का अपना स्पेस स्टेशन होगा। ISRO के निदेशक नीलेश एम देसाई ने यह जानकारी साझा की।
  • भारत के Aditya-L1 की इस खोज ने 'दुनिया को बचा लिया'! सौर तूफान के बारे में हाथ लगा अहम डेटा
    Aditya-L1 पर लगे विजिबल एमिशन लाइन कोरोनाग्राफ (Velc) ने कोरोनल मास इजेक्शन (CME) के बारे में डेटा इकट्ठा किया। इस डेटा से वैज्ञानिकों को कोरोनल मास इजेक्शन के शुरू होने का सटीक टाइम पता चला। यानी मास इजेक्शन कब होगा और यह किस दिशा में जाएगा, अब पहले से पता लगाए जाने की संभावना बहुत ज्यादा बढ़ गई है।
  • Gaganyaan मिशन की लॉन्‍च डेट 1 मार्च 2025! क्‍या है यह मिशन, क्‍या हासिल होगा? जानें
    भारत के बहुप्रतीक्षित गगनयान (Gaganyaan) मिशन की शुरुआत अगले साल हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल मार्च में मानवरहित (unmanned) मिशन को उड़ाया जा सकता है। अगर कामयाबी मिली तो यह भारत और इसरो (ISRO) के लिए बड़ी उपलब्‍ध‍ि होगी, जिससे साल 2026 के मानवयुक्‍त मिशन का रास्‍ता भी खुलेगा। गगनयान मिशन का अंत‍िम मकसद भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में अपने दम पर भेजना है।
  • ISRO रचेगी इतिहास! यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ लॉन्च करेगी Proba-3 मिशन, जानें क्यों है इतना खास?
    भारत की स्पेस रिसर्च संस्था ISRO 4 दिसंबर को यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के साथ मिलकर Proba-3 मिशन लॉन्च करेगी। यह पहला ऐसा मिशन होगा जिसमें 2 स्पेसक्राफ्ट एकसाथ एक सटीक गठन में उड़ेंगे। यह मिशन एक कारनामा होगा क्योंकि यह सूर्य के वायुमंडल की स्टडी में मदद करेगा जिसे कोरोना (corona) कहते हैं। सूरज को पहली बार इतने करीब से देखा जाएगा।
  • ISRO बनाएगी मून स्‍पेस स्‍टेशन! चांद का लगाएगा चक्‍कर, मंगल जाने वाले एस्‍ट्रोनॉट्स उसमें रुक पाएंगे!
    भारत की स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) एक ऐसे अंतरिक्ष स्‍टेशन की योजना बना रही है, जो चंद्रमा की परिक्रमा करेगा। इसके अलावा, इसरो की योजना नासा और अन्‍य अंतरिक्ष एजेंसियों की तरह चांद पर लंबे समय तक रुकने वाला सेटअप तैयार करना है। चंद्रयान-3 मिशन की सफलता से उत्‍साहित इसरो चांद पर अपने एस्‍ट्रोनॉट्स भी भेजना चााहती है। कहा जाता है कि पूरी योजना को तीन हिस्‍सों में बांटा गया है, जिसे एक के बाद एक पूरा किया जाएगा।
  • चंद्रमा से लाई मिट्टी को ‘उधार’ में दे रहा चीन! मकसद क्‍या है? जानें
    चीन की अंतरिक्ष एजेंसी ने इस साल जून में पूरी दुनिया को चौंका दिया था, जब उसका चांग ई 6 (Chang'e 6) लूनार मिशन चंद्रमा के सुदूर हिस्‍से से सैंपल लेकर पृथ्‍वी पर लौटा। चंद्रमा का सुदूर हिस्‍सा वह जगह है, जो पृथ्‍वी से दिखाई नहीं देती। चांद से लाई गई मिट्टी को चीन उधार में देने जा रहा है! यह उन रिसर्चर्स को दी जाएगी, जो शोध करना चाहते हैं। इसके लिए ऐप्लिकेशंस मांगी गई हैं।
  • चांद पर दौड़ लगाएगी यह गाड़ी! किसने बनाई? नाम-खूबियां क्‍या हैं? सब जान लें
    अमेरिकी कंपनी इंट्यूटिव मशीन्स (Intuitive Machines) जिस तरह की गाड़ी को चांद पर दौड़ाना चाहती है, उसकी एक झलक गुरुवार को सामने आई। इसे मून रेसर भी कहा जा रहा है। यह एक इलेक्‍ट्र‍िक रोवर है, जिसे रौश (Roush) ने तैयार किया है। 14 फुट लंबा, 8.5 फुट ऊंचा और 12 फुट चौड़ा मून रेसर काफी पावरफुल है। यह 108 फुट लंबे ट्रेलर को खींच सकता है।
  • भारत का गगनयान मिशन 2026 तक टला, सेफ्टी और एस्ट्रोनॉट्स की ट्रेनिंग पर ISRO का फोकस
    भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के प्रमुख, S Somanath ने गगनयान मिशन को एक वर्ष के लिए टालने की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष में देश के एस्ट्रोनॉट मिशन से पहले बिना क्रू वाली कई टेस्ट फ्लाइट की जाएंगी। हाल ही में एयरोस्पेस इंडस्ट्री को लगे कुछ झटकों की वजह से गगनयान मिशन की तैयारी को लेकर ISRO पूरी सतर्कता बरत रहा है।
  • चीन ने 34 साल के दो युवा एस्‍ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा, 6 महीने बाद लौटेंगे
    चीन का शेनझोउ 19 मिशन लॉन्‍च हो गया है। दुनियाभर में इसकी चर्चा हो रही है, क्‍योंकि ड्रैगन ने 34 साल के दो युवाओं को अंतरिक्ष में भेजा है। उनके नाम सांग लिंगडॉन्‍ग और वांग होजे हैं। सांग की जन्‍म अगस्‍त 1990 में हुआ था, जबकि वांग मार्च 1990 में जन्‍मी थीं। दोनों महज 34 साल के हैं। सांग लिंगडॉन्‍ग चीन की ओर से भेजे जाने वाले सबसे कम उम्र के एस्‍ट्रोनॉट बन गए हैं।

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