Isro Launch

Isro Launch - ख़बरें

  • ISRO के NISAR सैटेलाइट का सफल लॉन्च, धरती की निगरानी में होगा मददगार
    इस सैटेलाइट को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के साथ मिलकर बनाया है।इस सैटेलाइट के ऑर्बिट में पहुंचने के बाद इसके डुअल-फ्रीक्वेंसी राडार एक दिन में धरती का 14 बार चक्कर लगाएंगे। इससे प्रत्येक 12 दिनों में धरती पर सभी जमीन और बर्फ की सतहों की स्कैनिंग की जाएगी। यह सैटेलाइट धरती की सतह पर 1 सेंटीमीटर जितने बदलाव को भी रिकॉर्ड कर सकेगा।
  • भारत-अमेरिका का अंतरिक्ष मिशन NISAR सैटेलाइट आज होगा लॉन्च, दुनिया को इस खतरे से बचाएगा, ऐसे देखें लॉन्च इवेंट
    भारत की NASA-ISRO NISAR सैटेलाइट आज लॉन्च होने जा रही है। यह मिशन स्पेस साइंस, अर्थ ऑब्जर्वेशन और क्लाइमेट स्टडी में “गेमचेंजर” माना जा रहा है। अमेरिका की NASA और भारत की ISRO ने पहली बार इस स्तर की हाई-टेक राडार सैटेलाइट के लिए साझेदारी की है। NISAR की खासियत इसकी डुअल-बैंड Synthetic Aperture Radar तकनीक है, जो हर 12 दिन में पूरे पृथ्वी के सर्वे को संभव बनाएगी। इस सैटेलाइट के जरिए भूकंप, सुनामी, भूस्खलन जैसे आपदाओं का अलर्ट व मैपिंग के साथ कई अन्य कार्यों में मदद मिलेगी। आइए जानते हैं यह सैटेलाइट क्या करेगा, क्यों इतना अहम है और आप इसका लॉन्च लाइव कैसे देख सकते हैं।
  • धरती की निगरानी के लिए कल NISAR सैटेलाइट लॉन्च करेंगे ISRO और NASA
    NISAR सैटेलाइट को आंध्र प्रदेश में सतीश धवन स्पेस सेंटर से 30 जुलाई को 8:10 a.m. (भारतीय समय के अनुसार) लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए पिकअप ट्रक के साइज के स्पेसक्राफ्ट का इस्तेमाल होगा। इस सैटेलाइट के ऑर्बिट में पहुंचने के बाद इसके डुअल-फ्रीक्वेंसी राडार एक दिन में धरती का 14 बार चक्कर लगाएंगे। इससे प्रत्येक 12 दिनों में धरती पर सभी जमीन और बर्फ की सतहों की स्कैनिंग की जाएगी।
  • टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
    अमेरिका में कैलिफोर्निया के Kennedy Space Centre से बुधवार को SpaceX का Falcon 9 रॉकेट इस मिशन के स्पेसक्राफ्ट Dragon के साथ बुधवार को 12.01 PM पर लॉन्च किया गया था। इस स्पेसक्राफ्ट की लगभग 29 घंटे की उड़ान के बाद गुरुवार को 4.01 पर ISS के साथ डॉकिंग हुई है। Axiom-4 मिशन के क्रू के सदस्य ISS पर कई एक्सपेरिमेंट्स करेंगे।
  • टेक्नोलॉजी की दुनिया से आपके लिए आज की 5 महत्वपूर्ण खबरें
    अमेरिकी स्पेस इंफ्रास्ट्रक्चर डिवेलपर Axiom Space ने बताया है कि पिछले 40 वर्षों से अधिक में यह पहली बार है कि जब अमेरिका की सरकार ने भारत, पोलैंड या हंगरी के एस्ट्रोनॉट्स वाली एक स्पेसफ्लाइट के लिए स्वीकृति दी है। भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री Rakesh Sharma ने 1984 में अंतरिक्ष में पहुंचकर इतिहास बनाया था।
  • ISRO EOS-09 Launch: दुश्मन पर पैनी नजर रखने वाला जासूसी सैटेलाइट EOS-09 लॉन्च
    ISRO ने नए जासूसी सैटेलाइट EOS-09 को आज सुबह 5:59 बजे अंतरिक्ष में लॉन्च कर दिया। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान सी-61 (PSLV-C61) इस सैटेलाइट के साथ अंतरिक्ष के सफर पर रवाना हुआ। इसरो का यह 101वां मिशन है। हालांकि खबर लिखे जाने तक ISRO की ओर से बताया गया कि 2nd स्टेज तक मिशन में सबकुछ सही था लेकिन 3rd स्टेज में यह फेल हो गया।
  • अंतरिक्ष में फंसी एस्ट्रोनॉट Sunita Williams की अगले महीने हो सकती है धरती पर वापसी
    अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने बताया है कि ISS के लिए क्रू-10 मिशन को 25 मार्च के बजाय 12 मार्च को लॉन्च करने का टारगेट है। विलियम्स के साथी एस्ट्रोनॉट Butch Wilmore को भी इस मिशन में लाया जाएगा। NASA ने कहा है कि क्रू-10 मिशन नए स्पेसक्राफ्ट के बजाय पहले उड़ान भर चुके SpaceX के स्पेसक्राफ्ट Endurance का इस्तेमाल करेगा।
  • स्पेस में ISRO की सेंचुरी! 100वें मिशन का सफल लॉन्च, अंतरिक्ष में भेजा GSLV-F15 रॉकेट
    ISRO ने सैटेलाइट लॉन्च के मामले में शतक लगा दिया है। ISRO ने अपना 100वां रॉकेट मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है जिसके बाद रॉकेट लॉन्च में एजेंसी की सेंचुरी पूरी हो गई है। स्पेस एजेंसी ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से अपना GSLV-F15 रॉकेट लॉन्च किया जो NVS-02 सैटेलाइट को लेकर गया था। कंपनी के चेयरमैन वी नारायणन के इसरो में आने के बाद यह कंपनी का पहला मिशन भी था।
  • ISRO की नई छलांग! ESA के दो सैटेलाइट एकसाथ ऑर्बिट में पहुंचाए, PSLV ने दिखाया ‘कमाल’
    भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो (ISRO) के PSLV रॉकेट ने यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) के ‘प्रोबा-3’ (PROBA-3) सैटेलाइट्स को लेकर सफल उड़ान भर ली है। यह लॉन्‍च अब से थोड़ी देर पहले आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से किया गया है। इससे पहले बुधवार को आखिरी समय में लॉन्‍च कैंसल कर दिया गया था। स्‍पेसक्राफ्ट में मिली एक ‘‘विसंगति’’ के कारण लॉन्‍च को टाला गया था।
  • PROBA-3 Mission : ISRO कल पहुंचाएगा यूरोप के सैटेलाइट को अंतरिक्ष में, जानें मिशन की बड़ी बातें
    भारतीय स्‍पेस एजेंसी इसरो बुधवार को एक बड़े लॉन्‍च के लिए तैयार है। वह यूरोपीय स्‍पेस एजेंसी (ESA) के प्रोबा-3 (PROBA-3) मिशन को रवाना करेगी। इसरो ने बताया है कि PSLV-C59/PROBA-3 मिशन सैटेलाइट्स को 4 दिसंबर को शाम 4:06 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना किया जाएगा। इस काम में PSLV-C59 रॉकेट की मदद ली जाएगी, जोकि करीब 550 किलो के सैटेलाइट्स को लेकर उड़ान भरेगा।
  • Gaganyaan मिशन की लॉन्‍च डेट 1 मार्च 2025! क्‍या है यह मिशन, क्‍या हासिल होगा? जानें
    भारत के बहुप्रतीक्षित गगनयान (Gaganyaan) मिशन की शुरुआत अगले साल हो सकती है। एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले साल मार्च में मानवरहित (unmanned) मिशन को उड़ाया जा सकता है। अगर कामयाबी मिली तो यह भारत और इसरो (ISRO) के लिए बड़ी उपलब्‍ध‍ि होगी, जिससे साल 2026 के मानवयुक्‍त मिशन का रास्‍ता भी खुलेगा। गगनयान मिशन का अंत‍िम मकसद भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को अंतरिक्ष में अपने दम पर भेजना है।
  • ISRO रचेगी इतिहास! यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ लॉन्च करेगी Proba-3 मिशन, जानें क्यों है इतना खास?
    भारत की स्पेस रिसर्च संस्था ISRO 4 दिसंबर को यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के साथ मिलकर Proba-3 मिशन लॉन्च करेगी। यह पहला ऐसा मिशन होगा जिसमें 2 स्पेसक्राफ्ट एकसाथ एक सटीक गठन में उड़ेंगे। यह मिशन एक कारनामा होगा क्योंकि यह सूर्य के वायुमंडल की स्टडी में मदद करेगा जिसे कोरोना (corona) कहते हैं। सूरज को पहली बार इतने करीब से देखा जाएगा।
  • Chandrayaan 4 : चंद्रयान 4 करेगा कमाल! चांद से 2-3 किलो मिट्टी-पत्‍थर लाएगा धरती पर
    चंद्रयान-3 मिशन की कामयाबी ने चंद्रयान-4 मिशन में तेजी ला दी है। इसरो ने मिशन को साल 2029 तक लॉन्‍च करने का लक्ष्‍य है। इसकी अनुमानित लागत 2,104.06 करोड़ रुपये है। रिपोर्ट्स के अनुसार, चंद्रयान-4 मिशन इसलिए खास होने वाला है क्‍योंकि यह चांद से 2 से 3 किलो सैंपल लेकर लौटेगा। ऐसा पहली बार होगा जब कोई भारतीय स्‍पेस किसी खगोलीय पिंड से सैंपल जुटाएगा।
  • गगनयान मिशन की लॉन्चिंग इसी साल, इसरो चीफ ने दिया बड़ा अपडेट
    भारत का गगनयान मिशन इसी साल लॉन्‍च हो सकता है। इसरो चीफ एस सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि गगनयान मिशन इसी साल लॉन्च के लिए तैयार है। इसका मकसद कम से कम 3 भारतीय अंतरिक्ष यात्रियों को पृथ्‍वी की निचली कक्षा में भेजना है। यात्री तीन दिनों तक स्‍पेस में रहेंगे और फ‍िर समुद्र में एक तय लोकेशन पर लैंडिंग करेंगे। इसरो ने 3 मिशन प्‍लान किए हैं। पहले 2 मिशनों में रोबोट ‘व्‍योममित्र’ को भेजने की तैयारी है।
  • ISRO Launch : भारत के बेबी रॉकेट 16 अगस्‍त को उड़ेगा, EOS-8 सैटेलाइट के साथ ले जाएगा आधा किलो का ‘स्‍पेस रिक्‍शा’
    ISRO EOS-8 Satellite Launch : भारत के स्‍वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद यानी 16 अगस्‍त को इसरो (ISRO) का अहम लॉन्‍च होने जा रहा है।

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