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स्पेस में ISRO की सेंचुरी! 100वें मिशन का सफल लॉन्च, अंतरिक्ष में भेजा GSLV-F15 रॉकेट

ISRO ने सैटेलाइट लॉन्च के मामले में शतक लगा दिया है।

स्पेस में ISRO की सेंचुरी! 100वें मिशन का सफल लॉन्च, अंतरिक्ष में भेजा GSLV-F15 रॉकेट

ISRO ने अपना 100वां रॉकेट मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है

ख़ास बातें
  • रॉकेट लॉन्च में एजेंसी की सेंचुरी पूरी हो गई है।
  • ISRO ने श्रीहरिकोटा से अपना GSLV-F15 रॉकेट लॉन्च किया।
  • चेयरमैन वी नारायणन के इसरो में आने के बाद यह कंपनी का पहला मिशन भी था।
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भारत की स्पेस रिसर्च एजेंसी इसरो (Indian Space Research Organisation (ISRO) ने सैटेलाइट लॉन्च के मामले में शतक लगा दिया है। ISRO ने अपना 100वां रॉकेट मिशन सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है जिसके बाद रॉकेट लॉन्च में एजेंसी की सेंचुरी पूरी हो गई है। स्पेस एजेंसी ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से अपना GSLV-F15 रॉकेट लॉन्च किया जो NVS-02 सैटेलाइट को लेकर गया था। यह स्पेस एजेंसी का 100वां अंतरिक्ष मिशन था। साथ ही साथ कंपनी के चेयरमैन वी नारायणन के इसरो में आने के बाद यह कंपनी का पहला मिशन भी था। 

मिशन के दौरान इसरो ने सफलतापूर्क सैटेलाइट को GTO ऑर्बिट में स्थापित कर दिया। चेयरमैन वी नारायणन ने सफल लॉन्च के मौके पर कहा कि मिशन इसरो का 100वां लॉन्च था जो कि कंपनी के लिए महत्वपूर्ण मील का पत्थर बन गया। मिशन का डेटा भी इसरो ने प्राप्त होने की जानकारी दी है। यानी रॉकेट सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया और मिशन के सभी सिस्टम सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। 

श्रीहरिकोटा से इसरो ने पहला लॉन्च 10 अगस्त 1979 को किया था जब कंपनी ने पहला सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल (SLV) लॉन्च किया था। अब उसके लगभग 46 साल के बाद डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस ने सेंचुरी लगा दी है। कंपनी ने 100 सैटेलाइट लॉन्च कर दिए हैं। अभी तक श्रीहरिकोटा से जितने भी बड़े रॉकेट लॉन्च हुए हैं वे सभी भारत सरकार द्वारा किए गए हैं। 

तिरुअनंतपुरम स्थित भारत के मुख्य रॉकेट लैब विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक एस. उन्नीकृष्णन नायर ने कहा, "यह पिछले लॉन्च की तरह ही मजबूत है। जैसा कि अन्य लॉन्च होते हैं। हम अपनी पूरी क्षमता के साथ हर प्रक्षेपण को मजबूत बनाते हैं। यह भी सफल होगा।"

इस रॉकेट को इसरो कभी 'नॉटी बॉय' भी कहा करती थी क्योंकि इस रॉकेट ने स्पेस एजेंसी को काफी बुरा समय दिखाया था। इसके 16 लॉन्च में से 6 फेल हो चुके हैं। इसकी असफलता की दर 37% है। वहीं, भारत का लेटेस्ट बाहुबली रॉकेट लॉन्च व्हीकल मार्क-3 (Launch Vehicle Mark -3) की सफलता की दर 100% बताई जाती है। यह उसी फैमिली का रॉकेट है जिसमें भारत ने क्रायोजेनिक इंजन बनाने में महारत हासिल कर अपना कौशल दिखाया था। इस तकनीक में महारत के लिए भारत को दो दशक का समय लग गया था। 

100वें लॉन्च पर इसरो को उम्मीद है कि नेविगेशन सैटेलाइट्स और रॉकेट द्वारा पैदा की जाने वाली प्रारंभिक चुनौतियां अतीत की बात हो गई हैं। इसरो को उम्मीद है कि वह शानदार तरीके से 100वां लक्ष्य हासिल कर लेगी। 
 
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ये भी पढ़े: ISRO, 100th Rocket Launch, ISRO 100th Rocket Launch
हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

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