• होम
  • विज्ञान
  • ख़बरें
  • ISRO रचेगी इतिहास! यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ लॉन्च करेगी Proba 3 मिशन, जानें क्यों है इतना खास?

ISRO रचेगी इतिहास! यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ लॉन्च करेगी Proba-3 मिशन, जानें क्यों है इतना खास?

मिशन के दौरान सूरज को पहली बार इतने करीब से देखा जाएगा।

ISRO रचेगी इतिहास! यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ लॉन्च करेगी Proba-3 मिशन, जानें क्यों है इतना खास?

मिशन को ISRO के PSLV-XL रॉकेट के माध्यम से लॉन्च किया जाएगा।

ख़ास बातें
  • पहला ऐसा मिशन होगा जिसमें 2 स्पेसक्राफ्ट एकसाथ एक सटीक गठन में उड़ेंगे।
  • यह सूर्य के वायुमंडल की स्टडी में मदद करेगा।
  • सूरज को पहली बार इतने करीब से देखा जाएगा।
विज्ञापन
भारत की स्पेस रिसर्च संस्था ISRO अगले महीने की शुरुआत में एक नया मिशन लॉन्च करने की तैयारी में है। इसरो इस मिशन को यूरोपियन स्पेस एजेंसी (ESA) के साथ मिलकर लॉन्च करेगी। इसे Proba-3 नाम दिया गया है। मिशन में 2 स्पेसक्राफ्ट शामिल होंगे जिन्हें भारत के सतीश धवन स्पेस सेंटर, श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया जाएगा। Proba-3 अपने आप में एक बेहद खास मिशन है। आइए जानते हैं यह क्यों महत्वपूर्ण है और मिशन के पीछे दोनों स्पेस एजेंसियों का क्या मकसद है। 

ISRO यूरोपियन स्पेस एजेंसी के साथ भागीदारी में नए स्पेस मिशन Proba-3 के लॉन्च की तैयारी में है। UNI के अनुसार, मिशन को 4 दिसंबर को लॉन्च करने की तैयारी है। यह मिशन इसलिए खास है क्योंकि यह पहला ऐसा मिशन होगा जिसमें 2 स्पेसक्राफ्ट एकसाथ एक सटीक गठन (precision formation) में उड़ेंगे। इस मिशन का मकसद है सूर्य के बारे में डिटेल स्टडी करना। यह मिशन एक कारनामा होगा क्योंकि यह सूर्य के वायुमंडल की स्टडी में मदद करेगा जिसे कोरोना (corona) कहते हैं। 

इस मिशन में दो स्पेसक्राफ्ट शामिल किए जाएंगे। एक का नाम ऑकल्टर स्पेसक्राफ्ट (OSC) है जोकि 200 किलोग्राम का होगा। जबकि दूसरे का नाम कोरोनाग्राफ स्पेसक्राफ्ट (CSC) है जो कि 340 किलोग्राम का होगा। इसमें लॉन्च के समय OSC स्पेसक्राफ्ट ऊपर की तरफ रहेगा जबकि CSC इसके नीचे मौजूद रहेगा। CSC में एक खास ईंधन भरकर इसे रवाना किया जाएगा ताकि जब यह स्पेस में पहुंचे तो अपनी यात्रा को जारी रख सके। 

मिशन को ISRO के PSLV-XL रॉकेट के माध्यम से लॉन्च किया जाएगा। यह दोनों स्पेसक्राफ्ट्स को पृथ्वी से बाहर लेकर जाएगा। स्पेस में पहुंचने के बाद दोनों स्पेसक्राफ्ट अलग हो जाएंगे लेकिन ये दोनों काम साथ में ही करेंगे। कम्युनिकेशन उपकरणों के माध्यम से यह एक दूसरे के संपर्क में रहेंगे और जुगलबंदी में काम करेंगे। दोनों मिलकर एक ऐसे बड़े उपकरण के रूप में काम करेंगे जो सूर्य को बेहद नजदीक से दिखाएगा। इससे सूर्य की क्लोज स्टडी की जा सकेगी। 

ऐसा पहली बार होगा कि सूर्य को इतने नजदीक से देखा जा सकेगा। इस मिशन के माध्यम से सूर्य के बारे में नई खोजें की जा सकेंगी। सूर्य की सतह पर क्या हो रहा है यह बेहद नजदीक से जांचा-परखा जा सकेगा। इसके साथ ही सौर-तूफानों की उत्पत्ति और इनकी मूवमेंट के बारे में भी बेहतर तरीके से जाना जा सकेगा। 

 
Comments

लेटेस्ट टेक न्यूज़, स्मार्टफोन रिव्यू और लोकप्रिय मोबाइल पर मिलने वाले एक्सक्लूसिव ऑफर के लिए गैजेट्स 360 एंड्रॉयड ऐप डाउनलोड करें और हमें गूगल समाचार पर फॉलो करें।

हेमन्त कुमार

हेमन्त कुमार Gadgets 360 में सीनियर सब-एडिटर हैं और विभिन्न प्रकार के ...और भी

संबंधित ख़बरें

Share on Facebook Gadgets360 Twitter ShareTweet Share Snapchat Reddit आपकी राय google-newsGoogle News

विज्ञापन

Follow Us

विज्ञापन

#ताज़ा ख़बरें
  1. WhatsApp पर FREE 'क्रिसमस गिफ्ट'! मिले ऐसा मैसेज तो हो जाएं सावधान
  2. सस्ता 5G स्मार्टफोन Honor Play 10A लॉन्च, 10% बैटरी में 65 घंटे चलने का दावा, जानें कीमत
  3. Croma Sale: iPhone 15 सबसे सस्ता! Rs 23 हजार से ज्यादा की छूट, बस लगा दें यह ऑफर
  4. Tata Motors ने बनाया रिकॉर्ड, बेचे 2.5 लाख से ज्यादा इलेक्ट्रिक व्हीकल्स 
  5. Microsoft ने H-1B वीजा वर्कर्स को दी विदेश यात्रा से बचने की चेतावनी
  6. Digtal Arrest Case: पुलिस इंस्पेक्टर बनकर 85 वर्ष के बुजुर्ग से ठगे 9 करोड़, इस तरह के स्कैम से सावधान!
  7. इस कार की सीट में लगा है 'हैलमेट एयरबैग', एक्सिडेंट के वक्त सिर की सेफ्टी पक्की! जानें कब होगी लॉन्च
  8. Oppo K15 Turbo Pro में मिल सकता है नया MediaTek Dimensity 9500s चिपसेट
  9. अगर फोन पर नहीं मिल रहा OTP तो ऐसे करें सर्च
  10. ISRO बना ग्लोबल हीरो! 'बाहुबली' रॉकेट से स्पेस में पहुंचाई सबसे भारी विदेशी सैटेलाइट, सेट किया रिकॉर्ड
© Copyright Red Pixels Ventures Limited 2025. All rights reserved.
ट्रेंडिंग प्रॉडक्ट्स »
लेटेस्ट टेक ख़बरें »