यूजर्स अपने सिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए कोई पॉपुलर या विश्वसनीय एंटीवायरस सॉफ्टवेयर का उपयोग भी कर सकते हैं। इसके अलावा, मौजूदा सॉफ्टवेयर को अपडेट रखना भी समझदारी होगी।
नया ऑपरेटिंग सिस्टम यूज़र्स को Chrome OS के कुछ फीचर्स इस्तेमाल करने की इज़ाजत देता है, जिसमें बैकग्राउंड अपडेट्स, सेंडबॉक्सिंग, वेब ऐप्स और एंड्रॉयड फोन नोटिफिकेशन सिंकिंग शामिल है।
Google Chrome ने iOS के लिए पासवर्ड की ऑटोफिलिंग से पहले बायोमेक्ट्रिक ऑथेन्टिकेशन स्टेप को भी जोड़ा है। आप अपनी फेस आईडी, टच आईडी या फिर फोन पासकोड के जरिए ऑथेन्टिकेशन सेट कर सकते हैं।
JioMeet डायरेक्ट कॉल (1: 1 कॉलिंग) के साथ-साथ 100 प्रतिभागियों के साथ मीटिंग आयोजित करने की क्षमता रखता है। Reliance Jio के अनुसार, ऐप एंटरप्राइज़-ग्रेड होस्ट कंट्रोल देत है। आप अपने फोन नंबर या ईमेल आईडी के साथ साइन-अप कर सकते हैं और एचडी क्वालिटी में अपनी मीटिंग्स कर सकते हैं।
Google Chrome का एंड्रॉयड ऐप अब यूज़र के लिए कंटेंट को ऑफलाइन भी उपलब्ध कराएगा। यह ब्राउज़र मुख्य तौर पर वाई-फाई नेटवर्क होने पर अपने आप संबंधित आर्टिकल को डाउनलोड कर लेगा।
गूगल ने बुधवार को नए गूगल पिक्सल स्मार्टफोन के लॉन्च के अलावा भी कई प्रोडक्ट लॉन्च किए। कंपनी ने क्रोम ओएस वाले गूगल पिक्सबुक से भी इस इवेंट में पर्दा उठाया। कंपनी के मुताबिक नया गूगल पिक्सलबुक ज़्यादा तेज और सुरक्षित है।
इस साल फरवरी महीने में गूगल के अधिकारी निक फॉक्स ने ऐलान किया था कि कंपनी आने वाले समय में गूगल अलो ऐप का वेब वर्ज़न जारी करेगी। अब कुछ कठिनाइयों के बाद कंपनी ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूज़र के लिए अलो फॉर वेब रिलीज कर दिया है।
गूगल ने गुजराती, पंजाबी, मलयालम और कन्नड़ सहित नौ और भारतीय भाषाओं के लिए सपोर्ट उपलब्ध करा दिया है। अब पहले से ज़्यादा लोग अपनी पसंद की भाषा में इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकेंगे। गूगल ट्रांसलेशन से लेकर जीबोर्ड ऐप तक में बदलाव किए गए हैं।