Xiaomi ने अपने ऑटोमोटिव ब्रांच से तीन कर्मचारियों को यह कहते हुए निकाल दिया कि उन्होंने निवेश संस्थानों के साथ अनधिकृत बैठकों में भाग लिया और गलत जानकारी फैलाई।
Ola ने ग्राहकों से अनुरोध किया कि वे अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल के पार्ट्स आदि को केवल अधिकृत सर्विस सेंटर के जरिए ही फिट कराए और साथ ही एक्सेसरीज भी आधिकारिक ही इस्तेमाल करें।
Tesla Model S को लेकर पिछले साल दिसंबर में भी एक घटना सामने आई थी, जहां एक मॉडल एस इलेक्ट्रिक कार मालिक ने दावा किया था ठंड बढ़ने पर उसकी कार चार्ज नहीं हुई।
कंपनी ने Pandaily को बयान में कहा कि इसमें स्थानीय विभागों को शामिल किया गया है और पूरी जांच के जरिए इस दुर्घटना के कारणों का पता लगाने पर काम कर रही है।
भारत में भी इस साल इलेक्ट्रिक वाहनों में आग लगने की काफी घटनाएं सामने आई हैं, जिसमें ओला का इलेक्ट्रिक स्कूटर और देश की जानी-मानी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स की Tata Nexon EV शामिल थी।
पिछले महीने के आखिर में ऑनलाइन किराना शॉपिंग प्लेटफॉर्म Big Basket के डिलीवरी ब्वॉय को अपनी राइड बीच में ही छोड़नी पड़ी, क्योंकि ई-स्कूटर में अचानक आग लग गई।
CPOS एक इंडस्ट्री बॉडी है, जो EV चार्जिंग स्टेशन कंपनियों का प्रतिनिधित्व करती है। इसका दावा है कि इसके पास 3,000 से अधिक ईवी चार्जिंग पॉइंट वाले 21 सदस्य हैं।
DRDO द्वारा की गई एक जांच में संगठन ने बैटरी में बड़ी दिक्कत देखी थी। एजेंसी ने साफ किया कि Okinawa Autotech, Pure EV, Jitendra Electric Vehicles, Ola Electric और Boom Motors जैसे इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स निर्माताओं ने लागत में कटौती के लिए लोअर ग्रेड मैटेरियल का इस्तेमाल किया हो सकता है।