हाल ही में पुणे में एक Ola S1 Pro इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग लगी थी। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में खूब वायरल हुआ, जिसमें दमकल कर्मचारी आग पर काबू करने की मशक्कत करते नजर आ रहे थे। इसके बाद नगर निगम ने कहा कि इलेक्ट्रिक स्कूटर में आग की वजह बैटरी पैक में गड़बड़ थी। हालांकि, अब खबर के तूल पकड़ने के बाद Ola ने भी बयान जारी किया है और अपनी जांच के परिणाम सभी के साथ शेयर किए हैं।
पुणे में Ola S1 Pro में आग लगने का एक वीडियो हाल के दिनों में वायरल हुआ। वीडियो में एक स्कूटर से धुआं उठता दिखाई दे रहा था, जबकि फायर ब्रिगेड के सदस्य घटना पर नियंत्रण रखने के लिए उसपर सॉल्यूशन डालते नजर आ रहे थे। इसके बाद, पिंपरी चिंचवड़ नगर निगम (PCMC) फायर ब्रिगेड ने कहा कि यह वास्तव में बैटरी से संबंधित आग थी जो स्कूटर में लगी थी। नीचे X पर Pune Mirror द्वारा शेयर किया गया वीडियो देखें।
घटना के एक दिन बाद, ओला इलेक्ट्रिक ने स्कूटर की जांच करने के बाद एक आधिकारिक बयान जारी किया। कंपनी का कहना है कि स्कूटर में जोड़े गए आफ्टरमार्केट पार्ट्स की वजह से S1 Pro में आग लगी। कंपनी द्वारा की गई जांच के अनुसार, इन आफ्टरमार्केट पार्ट्स में शॉर्ट सर्किट हुआ जिसके बाद आग लगी। बयान में आगे स्पष्ट किया गया कि इलेक्ट्रिक स्कूटर की बैटरी बरकरार और कार्यात्मक है।
इसके अलावा, कंपनी ने अपने बयान में ग्राहकों से अनुरोध किया कि वे अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल के पार्ट्स आदि को केवल अधिकृत सर्विस सेंटर के जरिए ही फिट कराए और साथ ही एक्सेसरीज भी आधिकारिक ही इस्तेमाल करें। इलेक्ट्रिक स्कूटर में आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज जोड़ने से भी संभवतः बहुत अधिक जोखिम होता है क्योंकि ये एक्सेसरीज पूरे ईवी के इलेक्ट्रिकल सिस्टम में हस्तक्षेप कर सकती हैं।
हम पहले भी देख चुके हैं कि कई इलेक्ट्रिक व्हीकल्स में आग लगने की वजह आफ्टरमार्केट एक्सेसरीज या थर्ड-पार्टी रिपेयर सेंटर से रिपेयरिंग ही बताई गई है। इस तरह की घटनाओं में कई बार इंश्योरेंस आदि के क्लेम करने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, जहां इंश्योरेंस कंपनियां वाहन के साथ अनाधिकृत छेड़छाड़ बताकर क्लेम्स को रिजेक्ट कर देती हैं।