Crypto Scams

Crypto Scams - ख़बरें

  • इंश्योरेंस से जुड़े स्कैम को रोकने के लिए TRAI ने लागू किया नया रूल
    इस रूल के तहत, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डिवेलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (IRDAI) की ओर से रेगुलेटेड सभी एंटिटीज को सर्विस और ट्रांजैक्शन से जुड़ी कॉल्स के लिए '1600' सीरीज के नंबर्स का इस्तेमाल करना होगा। इसका उद्देश्य वैध सर्विस और ट्रांजैक्शंस से जुड़ी कॉल्स की पहचान करना है। लगभग 570 एंटिटीज ने नई नंबरिंग सीरीज का इस्तेमाल शुरू किया है।
  • Bitcoin में भारी गिरावट, 86,000 डॉलर से नीचे गया प्राइस
    अक्टूबर की शुरुआत में बिटकॉइन ने 1,26,000 डॉलर से कुछ अधिक का हाई बनाया था। इसके बाद से यह लगभग 30 प्रतिशत गिरा है। इसका असर अन्य क्रिप्टोकरेंसीज पर भी पड़ा है। हाल ही में इंटरनेशनल बैंकिंग फर्म Standard Chartered ने बिटकॉइन के लिए प्राइस टारगेट को घटाया था। Standard Chartered ने इस वर्ष के अंत तक बिटकॉइन के लिए दो लाख डॉलर के पिछले पूर्वानुमान को आधा घटाकर एक लाख डॉलर किया गया है।
  • भारत में क्रिप्टो इनवेस्टमेंट में उत्तर प्रदेश का टॉप रैंक
    उत्तर प्रदेश में इनवेस्टर्स की डिजिटल एसेट्स में दिलचस्पी बढ़ी है। उत्तर प्रदेश में क्रिप्टोकरेंसीज में इनवेस्टमेंट और ट्रेडिंग के लिए बिटकॉइन सबसे अधिक लोकप्रिय है। हालांकि, राज्य में इनवेस्टर्स ने स्मॉल-कैप, मिड-कैप और लार्ज-कैप क्रिप्टो टोकन्स में भी इनवेस्टमेंट किया है। देश में क्रिप्टो सेगमेंट में नॉन-मेट्रो शहरों की हिस्सेदारी तेजी से बढ़ी है।
  • ED ने पकड़ा 2,300 करोड़ रुपये का क्रिप्टो स्कैम, विदेश भागा मुख्य आरोपी
    एन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट (ED) ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश में कई स्थानों पर छापे मारे हैं। इसमें कथित तौर पर जाली क्रिप्टोकरेंसी पॉन्जी स्कीम और मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) स्कैम से कई इनवेस्टर्स के साथ लगभग 2,300 करोड़ रुपये का फ्रॉड किया गया है। ED ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत इस मामले की जांच शुरू की है।
  • क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए सायबर क्रिमिनल्स ने खपाई 600 करोड़ रुपये से ज्यादा रकम, होम मिनिस्ट्री का खुलासा
    पिछले वर्ष की शुरुआत से इस वर्ष सितंबर तक सायबर क्रिमिनल्स ने कम से कम 27 क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए लगभग 624 करोड़ रुपये की गैर कानूनी रकम को खपाया है। होम मिनिस्ट्री के तहत आने वाले इंडियन सायबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) के रिकॉर्ड्स से पता चला है कि 2024-2025 के दौरान अपराध से मिली 25 करोड़ रुपये से अधिक की रकम को 12 विदेशी क्रिप्टो एक्सचेंजों के जरिए ट्रांसफर किया गया है।
  • देश में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े करोड़ों रुपये के सायबर फ्रॉड का खुलासा 
    इसमें पीड़ितों को इनवेस्टमेंट से जुड़े फ्रॉड और डिजिटल अरेस्ट के जरिए ठगा जाता था। इस मामले में दुबई में मौजूद अपराधियों तक लगभग पांच करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ी ट्रेल का खुलासा किया गया है। हाल ही में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने केरल में क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े लगभग 330 करोड़ रुपये के हवाला रैकेट का खुलासा किया था।
  • इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने पकड़ा 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो हवाला रैकेट
    फ्लावर्स का एक्सपोर्ट करने वाली यह फर्म मालापुरम के दो व्यक्ति चला रहे थे। पिछले कई वर्षों से यह फर्म इंडोनेशिया को फ्लावर्स का एक्सपोर्ट कर रही थी। इन दोनों आरोपियों को बैंकिंग सिस्टम के बजाय क्रिप्टोकरेंसी के जरिए पेमेंट्स मिलती थी। इस मामले में रकम को छिपाने के लिए इन दोनों ने कथित तौर पर स्टूडेंट्स सहित विभिन्न व्यक्तियों के नामों पर कई क्रिप्टो वॉलेट्स बनाए थे।
  • क्रिप्टो एक्सचेंजों के लिए जरूरी हुआ सायबर सिक्योरिटी ऑडिट, केंद्र सरकार का फैसला
    वर्चुअल डिजिटल एसेट (VDA) सर्विस प्रोवाइडर्स को इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (CERT-In) के साथ सम्बद्ध ऑडिटर्स को नियुक्त करना होगा। मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी के तहत आने वाली नोडल एजेंसी, CERT-In को सायबरस्पेस की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। क्रिप्टो एक्सचेंजों को यह निर्देश फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट (FIU-IND) ने दिया है।
  • हनी ट्रैप में फंसाकर कोलकाता के कारोबारी से 3 करोड़ रुपये से ज्यादा का क्रिप्टो स्कैम
    इस महिला ने फेसबुक पर खुद को Aadhya Gupta बताया था। दोनों के बीच कई दिनों तक बातचीत होने के बाद, इस महिला ने झावर को अधिक रिटर्न की पेशकश करने वाले एक क्रिप्टोकरेंसी प्लेटफॉर्म में रकम लगाने की सलाह दी थी। इस पर झावर ने जुलाई में इस क्रिप्टो प्लेटफॉर्म में रकम लगाना शुरू कर दिया था। हालांकि, इसमें प्रॉफिट को विड्रॉ नहीं कर पाने पर उन्हें पता चला कि यह एक स्कैम था।
  • CBI का सायबर क्राइम के खिलाफ बड़ा अभियान, जब्त की 3 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसीज
    इस मामले में आरोपी Rahul Arora को कुछ जगहों पर छापे मारकर गिरफ्तार किया गया है। इस आरोपी के पास से लगभग 2.8 करोड़ रुपये की क्रिप्टोकरेंसीज और लगभग 22 लाख रुपये की नकदी जब्त की गई है। CBI ने सायबर अपराधियों के खिलाफ 'Chakra-V' अभियान चलाया है। विदेश में सरकारी अधिकारियों और टेक सपोर्ट कंपनियों के प्रतिनिधियों की जाली पहचान बताकर लोगों को ठगने की सूचना मिलने के बाद CBI ने एक मामला दर्ज किया था।
  • क्रिप्टो मार्केट पर इजरायल-ईरान के तनाव की मार, बिटकॉइन का प्राइस 3 प्रतिशत गिरा
    इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज Binance पर बिटकॉइन का प्राइस 2.70 प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 1,04,670 डॉलर पर था। इस सप्ताह की शुरुआत में बिटकॉइन ने 1,10,000 डॉलर का लेवल पार किया था। दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether में लगभग नौ प्रतिशत का नुकसान था। Ether का प्राइस लगभग 2,510 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। इसके अलावा Solana, Polkadot, Cardano, Monero, Stellar और XRP के प्राइस गिरे हैं।
  • क्रिप्टो स्कैम्स में इनवेस्टर्स को हुआ 39,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान
    पिछले वर्ष इंटरनेशनल क्रिप्टो स्कैम्स में लगभग 4.6 अरब डॉलर (लगभग 39,364 करोड़ रुपये) का नुकसान हुआ है। स्कैमर्स के ठगी के तरीकों में भी बदलाव हो रहा है और ये सोशल इंजीनियरिंग स्कैम्स के साथ डीपफेक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल भी कर रहे हैं। उदाहरण के लिए, स्कैमर्स AI-जेनरेटेड फेक स्टेकिंग ऑफर्स और फिशिंग बॉट्स का इस्तेमाल कर इनवेस्टर्स को ठग रहे हैं।
  • सावधान! ये 20 ऐप्स कहीं आपके फोन में तो नहीं? हटाया नहीं तो खाली हो सकता है बैंक अकाउंट
    अगर आप भी मोबाइल ऐप से अपना क्रिप्टो वॉलेट मैनेज करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बेहद जरूरी है। Cyble Research & Intelligence Labs (CRIL) की नई रिपोर्ट में सामने आया है कि Google Play Store पर 20 से भी ज्यादा ऐसे फेक ऐप्स मौजूद थे, जो असली क्रिप्टो वॉलेट्स जैसे दिखते थे लेकिन असल में यूजर का डेटा और फंड चुराने के लिए डिजाइन किए गए थे। CRIL के मुताबिक, ये ऐप्स दिखने में SushiSwap, PancakeSwap और HyperLiquid जैसे पॉपुलर वॉलेट्स जैसे लगते हैं, लेकिन इनमें ऐसे कोड शामिल थे जो यूजर्स का 12 शब्दों वाला रिकवरी फ्रेज (seed phrase) चोरी कर लेते थे।
  • 'फ्रेंडली' क्रिप्टो स्कैम बना सकते हैं रिकॉर्ड, AI का इस्तेमाल कर रहे स्कैमर्स
    इन स्कैम्स में आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल भी बढ़ रहा है। इस तरह के बहुत से मामलों में स्कैमर्स अपने शिकार के साथ दोस्ती कर उन्हें जाली स्कीम में रकम लगाने के लिए आश्वस्त करते हैं। ब्लॉकचेन एनालिटिक्स फर्म Chainalysis की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले वर्ष दोस्ती कर क्रिप्टो से जुड़े स्कैम के मामलों में लगभग 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
  • जॉब सर्च करने वालों को निशाना बना रहे क्रिप्टो स्कैमर्स
    ये स्कैमर्स अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए अपने शिकार खोजते हैं। इसी तरह का एक स्कैम जॉब रिक्रूटर्स की आड़ में किया जा रहा है।सायबर इनवेस्टिगेटर Taylor Monahan ने बताया है कि ये स्कैमर्स जॉब खोजने वालों से संपर्क करते हैं और उन्हें वीडियो कॉल से जुड़े सॉफ्टवेयर में समस्या को ठीक करने के लिए कहते हैं और इसके बाद उनके कंप्यूटर्स के एक्सेस के लिए Malware का इस्तेमाल करते हैं।

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