सरकारी टेलीकॉम कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने मोबाइल नेटवर्क पर स्कैम कॉल्स पर रोकने की योजना बनाई है। स्पैम कॉल्स से निपटने के लिए BSNL की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) से जुड़ा सॉल्यूशन इस्तेमाल करेगी। इस सॉल्यूशन को अगले महीने होने वाली इंडिया मोबाइल कांग्रेस में पेश किया जाएगा।
BSNL ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया है, "स्पैम कॉल्स की पहचान और उन्हें हटाने के लिए AI/ML से जुड़ा एक सॉल्यूशन तैयार किया जा रहा है। हम यूजर्स को अनचाही कॉल्स और मैसेज से सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।" टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया ( TRAI) ने भी
स्पैम कॉल्स को लेकर सख्ती शुरू कर दी है। अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स लगाम कसने के लिए हाल ही में
टेलीकॉम कंपनियों ने 2.75 लाख से अधिक मोबाइल कनेक्शंस काटे हैं। इसके साथ ही बहुत सी फर्मों को ब्लैकलिस्ट भी किया गया है।
TRAI ने एक स्टेटमेंट में बताया था, "टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ने स्पैम कॉल्स करने के लिए टेलीकॉम कनेक्शंस का गलत इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कड़े उपाय किए हैं। स्पैम कॉल्स से जुड़े 2.75 लाख से अधिक टेलीकॉम कनेक्शंस को काटा गया है। इसके साथ ही 50 से अधिक फर्मों को ब्लैकलिस्ट किया गया है।" इस वर्ष की पहली छमाही में TRAI को अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स से स्पैम कॉल्स की 7.9 लाख से अधिक शिकायतें मिली हैं। पिछले महीने टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स को अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स से प्रमोशनल कॉल्स को रोकने के कड़े निर्देश दिए गए थे। TRAI को उम्मीद है कि इससे स्पैम कॉल्स में कमी होगी और यूजर्स को राहत मिलेगी।
पिछले महीने दिए गए TRAI के निर्देश के अनुसार, देश में सभी टेलीकॉम कंपनियों को अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर्स या अनरजिस्टर्ड सेंडर्स से प्री-रिकॉर्डेड, कंप्यूटर से जेनरेटेड या अन्य प्रकार की स्पैम कॉल्स को रोकने की जरूरत है। इस रूल का उल्लंघन करने वालों के लिए परिणाम का भी फैसला किया गया था। TRAI ने बताया था कि अगर किसी अनरजिस्टर्ड टेलीमार्केटर को स्पैम कॉल्स से जुड़ा पाया जाता है तो उसे फोन कनेक्शन गंवाने पड़ सकते हैं। TRAI और टेलीकॉम डिपार्टमेंट (DoT) ने टेलीकॉम कंपनियों पर कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) फीचर को लागू करने का दबाव बनाया है। इससे जाली और स्पैम कॉल्स पर रोक लगाने में आसानी हो सकती है।