देश में स्मार्टफोन मार्केट दूसरी तिमाही में वर्ष-दर-वर्ष आधार पर केवल एक प्रतिशत बढ़ा है। इस मार्केट में ग्रोथ कम रहने के पीछे लोकसभा चुनाव, सीजनल डिमांड में कमी और कुछ राज्यों में अधिक गर्मी पड़ना जैसे कारण हैं। दूसरी तिमाही में लगभग 3.64 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की गई। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह लगभग 3.61 करोड़ यूनिट्स थी।
मार्केट एनालिस्ट फर्म Canalys की
रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन की स्मार्टफोन मेकर्स Xiaomi और Vivo प्रत्येक ने लगभग 67 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की है। इन कंपनियों का मार्केट शेयर 18 प्रतिशत का है। शाओमी की बिक्री में कंपनी के सब-ब्रांड Poco का डेटा शामिल है। दक्षिण कोरिया की Samsung ने 61 करोड़ यूनिट्स की शिपमेंट की है। इसका मार्केट शेयर 17 प्रतिशत का है। चीन की Realme और Oppo ने क्रमशः 43 लाख और 42 लाख यूनिट्स की शिपमेंट की है। इनका मार्केट शेयर क्रमशः 12 प्रतिशत और 11 प्रतिशत का है।
शाओमी के लिए 14 Civi और Redmi Note 13 Pro ने सेल्स में बड़ा योगदान दिया है। Vivo की V सीरीज और Y200 Pro की बड़ी संख्या में बिक्री हुई है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकतर
स्मार्टफोन मेकर्स नए लॉन्च से पहले ई-कॉमर्स कंपनियों की मॉनसून सेल्स के दौरान अपनी इनवेंटरी को निकालने की कोशिश करेंगे। स्मार्टफोन खरीदने वाले कस्टमर्स का फोकस 5G कनेक्टिविटी और AI सपोर्ट पर होगा।
इस वर्ष की दूसरी तिमाही में स्मार्टफोन के इंटरनेशनल मार्केट में शिपमेंट्स 6.5 प्रतिशत बढ़ी हैं। इस मार्केट में Samsung Electronics और Apple की बड़ी हिस्सेदारी है। हालांकि, कुछ मार्केट्स में डिमांड में कमजोरी बनी हुई है। दूसरी तिमाही में सैमसंग ने 18.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ पहला स्थान हासिल किया है।अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple का इस मार्केट में 15.8 प्रतिशत शेयर है। Xiaomi (14.8 प्रतिशत) तीसरे स्थान पर है। मार्केट रिसर्च फर्म IDC के डेटा के अनुसार, यह लगातार चौथी तिमाही है जिसमें स्मार्टफोन्स की इंटरनेशनल शिपमेंट्स बढ़ी हैं। पिछले महीने एपल ने अपनी डिवेलपर कॉन्फ्रेंस में iPhones के लिए नए AI फीचर्स को प्रदर्शित किया था। कंपनी की iPhone 16 सीरीज जल्द लॉन्च हो सकती है। सैमसंग ने भी अपने नए Galaxy fold और Flip स्मार्टफोन्स के साथ नए AI फीचर्स की घोषणा की है।