लेनोवो ने पिछले महीने के6 पावर को भारत में लॉन्च किया था। इसके ज़रिए कंपनी की कोशिश 10,000 रुपये में प्राइस सेगमेंट में अपनी उपस्थिति और मज़बूत करने की थी। आपको तो याद ही होगा कि कंपनी ने इस साल आईएफए ट्रेड शो में
लेनोवो के6,
के6 पावर और के6 नोट हैंडसेट
लॉन्च किए थे। ऐसे में महीने भर के अंदर इस सीरीज़ के दूसरे मॉडल को लॉन्च किए जाने में कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है।
लेनोवो के6 नोट कंपनी की के-सीरीज़ का पहला स्मार्टफोन है जो एक्सक्लूसिव तौर पर ऑफलाइन स्टोर में मिलेगा। कंपनी का दावा है कि यह देशभर के 15,000 रिटेल स्टोर में उपलब्ध होगा। लेनोवो आने वाले दिनों में देशभर के टियर 1 और टियर 2 मार्केट में इस फोन की जबरदस्त मार्केटिंग भी करेगी। के6 नोट फुल-मेटल बॉडी और ठीक-ठाक स्पेसिफिकेशन वाला फोन है। इसके अलावा कंपनी अपने थिएटरमैक्स टेक्नोलॉजी और डॉलबी एटमस टेक्नोलॉजी को बढ़ चढ़कर पेश कर रही है। क्या लेनोवो के6 नोट अपने सेगमेंट के बाकी प्रतिद्वंद्वियों को चुनौती दे पाएगा? आइए रिव्यू के ज़रिए यह जानने की कोशिश करते हैं।
लेनोवो के6 नोट लुक और डिज़ाइनजब हमारे दफ्तर में के6 नोट का रिव्यू यूनिट आया तो हमने इसे एक पल के लिए के6 पावर (
रिव्यू) मान लिया। क्योंकि दोनों के रिटेल बॉक्स बिल्कुल ही एक जैसे नज़र आते हैं। लेनोवो ने हमें बताया कि एक जैसी रिटेल पैकेजिंग के6 सीरीज़ के लिए अंतरराष्ट्रीय मार्केट में भी होती है। पहली नज़र में के6 नोट का फ्रंट पैनल के6 पावर जैसा नज़र आता है। हालांकि, स्क्रीन साइज़ में अंतर है। हम भरोसे के साथ कह सकते हैं कि दोनों ही फोन के डिज़ाइन में ढेरों समानताएं हैं।
डिस्प्ले के नीचे कैपिसिटिव नेविगेशन बटन हैं। पावर बटन किनारे पर है। हाइब्रिड सिम ट्रे बायीं तरफ है। 3.5 एमएम ऑडियो जैक टॉप पर है। वहीं, दो स्पीकर ग्रिल निचले हिस्से में मौज़ूद हैं। इन्हें माइक्रो-यूएसबी पोर्ट के अगल बगल में जगह दी गई है।
170 ग्राम का लेनोवो के6 नोट अपनी बनावट के हिसाब से ज़्यादा वज़नदार लगा। लेकिन कुछ दिनों तक इस्तेमाल करने के बाद हम इसके आदी हो गए। मेटल डिज़ाइन के कारण स्मार्टफोन मजबूत होने का एहसास देता है। लेकिन रियर हिस्सा हाथों में फिसलता है। रिव्यू के दौरान हमें के6 नोट को हाथों में पकड़े रहने पर अतिरिक्त एहतियात बरतनी पड़ी। बड़े स्क्रीन के बावज़ूद हमें इसे एक हाथ से इस्तेमाल करने में दिक्कत नहीं हुई।
फ्रंट में 5.5 इंच का डिस्प्ले है। इस फोन का बैकपैनल वाकई में के6 पावर से कई मायनों में अलग है। सबसे पहले आपको कैमरे वाला उभार नज़र आएगा। साथ में मौज़ूद है डुअल एलईडी फ्लैश। ये दिखने में थोड़ा अटपटा था। कंपनी अगर समतल बैकपैनल देती तो अच्छा होता। इस्तेमाल के दौरान हमने पाया कि रियर कैमरे के लेंस पर खरोंच के निशान पड़ने की संभावना ज़्यादा थी।
गोलाकार फिंगरप्रिंट सेंसर रियर कैमरे और फ्लैश के नीचे मौज़ूद है। दो गोल्ड लाइन फ्रेम फोन के टॉप और निचले हिस्से में मौज़ूद हैं। कंपनी की ब्रांडिंग निचले हिस्से में है।
के6 नोट का 5.5 इंच का फुल-एचडी (1080x1920 पिक्सल) आईपीएस डिस्प्ले वाइब्रेंट और शार्प कलर्स प्रोड्यूस करता है। बाहर में इस्तेमाल करने के लिए ब्राइटनेस उपयुक्त है। चौंकाने वाली बात है कि डिस्प्ले पर कॉर्निंग गोरिल्ला ग्लास जैसी प्रोटेक्शन नहीं मौज़ूद है। के6 पावर की तुलना में के6 नोट के बड़े स्क्रीन पर वीडियो देखने और गेम खेलने का अनुभव बहुत बेहतर है। कुल मिलाकर लेनोवो के6 नोट मज़बूती का एहसास देता है। फोन के साथ आपको एक हेडसेट, पावर एडप्टर, माइक्रो-यूएसबी डेटा केबल, वारंटी और यूज़र मैनुअल मिलेगा।
लेनोवो के6 नोट स्पेसिफिकेशन और फ़ीचरलेनोवो के6 नोट 1.4 गीगाहर्ट्ज़ स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर के साथ आता है। इस प्रोसेसर का इस्तेमाल के6 पावर में भी हुआ है। कंपनी को और पावरफुल प्रोसेसर देना चाहिए था। आप 3 जीबी रैम और 32 जीबी स्टोरेज व 4 जीबी रैम और 64 जीबी स्टोरेज वेरिएंट में से चुन सकते हैं। हमने 3 जीबी रैम वाले वेरिएंट को रिव्यू किया है। कंपनी जल्द ही 4 जीबी रैम वाले वेरिएंट को उपलब्ध कराएगी। स्मार्टफोन में आप 128 जीबी तक का माइक्रोएसडी कार्ड इस्तेमाल कर सकेंगे।
के6 नोट में 16 मेगापिक्सल का रियर कैमरा है जो पीडीएएफ और डुअल-एलईडी फ्लैश के साथ आता है। फ्रंट पैनल पर के6 नोट में 8 मेगापिक्सल का सेंसर है। कनेक्टिविटी फ़ीचर में 4जी, वीओएलटीई, वाई-फाई 802.11 बी/जी/एन, ब्लूटूथ 4.1 और जीपीएस शामिल हैं। के6 नोट में एक्सेलेरोमीटर, जायरोस्कोप, प्रॉक्सिमिटी और डिजिटल कंपास सेंसर भी दिए गए हैं।
सॉफ्टवेयर की बात करें तो लेनोवो के6 नोट एंड्रॉयड 6.0 मार्शमैलो पर चलता है। इसके ऊपर लेनोवो के वाइब प्योर यूआई का इस्तेमाल हुआ है। हमें सॉफ्टवेयर के6 पावर में पसंद आया था और इस फोन के साथ भी ऐसा ही है। इसमें भी आपको ऐप लॉक फंक्शन मिलेगा जिसकी मदद से आप फिंगरप्रिंट के ज़रिए ऐप को लॉक कर पाएंगे। डुअल ऐप्स मोड की मदद से आप एक वक्त पर दो यूज़र आईडी से व्हाट्सऐप इस्तेमाल कर सकेंगे। कुल मिलाकर वाइब प्योर यूआई बेहद ही स्मूथ है। और तेजी से काम करता है।
के6 नोट के ज़रिए एक बार फिर कंपनी थिएटरमैक्स टेक्नोलॉजी और एंट वीआर हेडसेट को प्रमोट कर रही है। इसे
लेनोवो वाइब के4 नोट (
रिव्यू) के साथ को साल 2016 की शुरुआत में लॉन्च किया गया था। दरअसल, इस हेडसेट की मदद से यूज़र सिनेमा, गेम और अन्य कंटेंट से सिनेमा हॉल वाला अनुभव पा सकते हैं। बता दें कि आपको एंट वीआर हेडसेट अलग से अमेज़न इंडिया से खरीदना होगा। हमने के6 नोट के साथ एंट वीआर हेडसेट को इस्तेमाल किया और यह हमारी चाहत के हिसाब से ही चला। आप पावर बटन को ज़्यादा वक्त तक दबाकर वीआर मोड एक्टिव कर सकते हैं। या सेटिंग्स ऐप के ज़रिए भी।
एंट वीआर हेडसेट की कीमत बहुत ज़्यादा है। ऐसे में यूज़र के लिए के6 नोट के साथ वीआर अनुभव बेहद ही सुगम है। हालांकि, हम एक बार फिर अपनी पुरानी बात को दोहराएंगे कि लेनोवो को वर्चुअल रियालिटी कंटेंट के लिए अन्य कंटेंट बनाने वाली कंपनियों के साथ साझेदारी करने की ज़रूरत है।
लेनोवो के6 नोट परफॉर्मेंसमिड रेंज स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर होने के बावज़ूद के6 नोट ने दैनिक इस्तेमाल में निराश नहीं किया। हमें मल्टी-टास्किंग के दौरान शिकायत नहीं हुई। और कई ऐप के बीच आना-जाना भी स्मूथ था। डेड ट्रिगर 2 जैसे पावरफुल ग्राफिक्स वाले गेम आसानी से चले। हालांकि, व्हाट्सऐप, स्काइप और गूगल डुओ पर वीडियो कॉल के दौरान फोन ज़रूर धीमा हुआ। तेज़ वाई-फाई कनेक्शन को देखते हुए ऐसी उम्मीद हमें पहले से थी।
इसके बेंचमार्क नतीजे लेनोवो के6 पावर और
रेडमी 3एस प्राइम से ज़्यादा आए। बता दें कि तीनों ही फोन में स्नैपड्रैगन 430 प्रोसेसर है।
बैकपैनल पर दिया गया फिंगरप्रिंट सेंसर तेजी से काम करता है। यह डिवाइस को स्टैंडबाय मोड से भी अनलॉक कर देता है। वीडियो व सिनेमा देखने और गेम खेलने का अनुभव शानदार था। इसमें डॉल्बी एटमस ऑडियो इनहांसमेंट भी अपनी भूमिका बखूबी निभाता है। हालांकि, हेंडसेट के साथ दिए गए ईयरफोन की क्वालिटी औसत से भी खराब थी। लेनोवो के6 नोट के दोनों सिम स्लॉट वॉयस ओवर एलटीई को सपोर्ट करते हैं।
आम फोटोग्राफी के लिए लेनोवो के6 नोट का कैमरा पूरी तरह से सक्षम है। 16 मेगापिक्सल का सेंसर पीडीएएफ से लैस है यह तेजी से फोकस लॉक करता है स्मार्ट कंपोज़ीशन टूल आपको कई परिस्थितियों में तस्वीरें लेने में मदद करेगा। आप चाहें तो कैमरा सेटिंग्स के ज़रिए इसे बंद भी रख सकते हैं। ऐप में आपको प्रो, पनोरमा, नाइटस्केप, एचडीआर, फास्ट मोशन और स्लो-मोशन जैसे मोड मिलेंगे। हमें फास्ट मोशन और स्लो मोशन फ़ीचर पसंद आया।
कैमरा इंटरफेस को समझने में दिक्कत नहीं होती। हमने डिटेल के साथ लैंडस्केप शॉट लिए। मैक्रोज़ शॉट भी अच्छे आए। इनमें कलर बेहद ही सटीक थे और डिटेल की कोई कमी नहीं थी। दिन की रोशनी में ली गई तस्वीरें और शार्प हो सकती थीं। इसके अलावा किनारे पर नॉयज़ नज़र आते हैं। सीधी सूरज की रोशनी में ली गई तस्वीरों में हमने पाया कि कलर्स वाश्ड आउट थे।
हम कम रोशनी में कैमरे की परफॉर्मेंस से ज़्यादा प्रभावित हुए। अंधेरे में कैमरे को सब्जेक्ट पर फोकस करने में दिक्कत नहीं होती। के6 नोट के फ्रंट कैमरे ने अच्छी सेल्फी ली। आप इन्हें बेझिझक सोशल मीडिया पर साझा कर सकते हैं। हालांकि, इनकी क्वालिटी बहुत ज्यादा अच्छी नहीं थी।
एचडी वीडियो लूप टेस्ट में फोन की बैटरी 13 घंटे 20 मिनट तक चली। बैटरी साइज़ को देखते हुए इसे अच्छा माना जाएगा। आम इस्तेमाल में यह आसानी से एक दिन तक चली। यह फास्ट चार्ज़िंग को सपोर्ट करती है। लेकिन कंपनी इस फ़ीचर के बारे में बहुत ज़्यादा नहीं बोल रही। हमने पाया कि 30 मिनट में फोन की बैटरी आधी चार्ज हो गई। और डिवाइस को करीब 100 मिनट में पूरी तरह से चार्ज करना संभव है।
हमारा फैसलालेनोवो उन चुनिंदा कंपनियों में से है जिसने भारत में ऑनलाइन सेगमेंट में जबरदस्त पकड़ बनाई है। इस रणनीति के तहत कंपनी ने हाल ही में कई ऑनलाइन एक्सक्लूसिव हैंडसेट भी लॉन्च किए हैं। लेकिन के6 नोट के ज़रिए कंपनी की नज़र उन ग्राहकों पर है जो ऑफलाइन स्टोर से फोन खरीदना पसंद करते हैं। के6 नोट में आपको बड़े स्क्रीन के साथ कामचलाऊ वीआर अनुभव मिलेगा। हमें इस फोन की बिल्ड क्वालिटी और डिस्प्ले पसंद आए। लेकिन कंपनी को और पावरफुल चिपसेट देना चाहिए था।
13,999 रुपये वाले लेनोवो के6 नोट की भिड़ंत
मोटो जी4 प्लस (
रिव्यू) से होगी। वैसे, चुनौती
शाओमी रेडमी नोट 3 (
रिव्यू) से भी मिलेगी जो सस्ता होने के साथ मज़बूत परफॉर्मेंस के लिए जाना जाता है।