अमेरिकी डिवाइसेज मेकर Apple के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। पिछले वर्ष लॉन्च हुई कंपनी की iPhone 15 सीरीज और आगामी iPhone 16 सीरीज की शिपमेंट्स में गिरावट हो सकती है। एपल के स्मार्टफोन्स की चीन में डिमांड घट रही है। इस वर्ष की दूसरी छमाही में आईफोन 16 सीरीज लॉन्च की जा सकती है।
TF Securities International के एनालिस्ट, Ming-Chi Kuo ने Medium पर एक पोस्ट में बताया है कि उनके सप्लाई चेन के सर्वे से यह संकेत मिल रहा है कि
एपल ने अपने महतवपूर्ण सेमीकंडक्टर कंपोनेंट्स की शिपमेंट्स को लगभग 20 करोड़ यूनिट्स घटाया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 15 प्रतिशत की गिरावट है। इस एनालिस्ट का दावा है कि इस वर्ष की पहली छमाही में एपल की आईफोन 15 सीरीज की शिपमेंट्स लगभग 10 प्रतिशत घटेंगी। इस वर्ष की दूसरी छमाही में आईफोन 16 सीरीज की शिपमेंट्स में लगभग 15 प्रतिशत की कमी हो सकती है।
Kuo ने बताया है कि आईफोन की शिपमेंट्स में कमी के पीछे कुछ बड़े बदलाव हैं। इनमें फोल्डेबल स्मार्टफोन्स की लोकप्रियता बढ़ना और प्रीमियम
स्मार्टफोन्स में जेनरेटिव AI का इंटीग्रेशन शामिल हैं। एपल को चीन में सरकार की ओर से की सख्ती के अलावा Huawei जैसी स्मार्टफोन कंपनियों से टक्कर जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इसके लिए चीन तीसरा सबसे बड़ा मार्केट है।
चीन में सरकारी एजेंसियों और कुछ कंपनियों ने अपने एंप्लॉयीज पर एपल के डिवाइसेज का इस्तेमाल करने की रोक लगाई गई है। इससे पहले अमेरिकी सरकार ने सिक्योरिटी के कारणों से कुछ चाइनीज ऐप्स पर बंदिशें लगाई थी। चीन की बड़ी कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनी Huawei के अमेरिका में बिजनेस पर भी बंदिशों का असर पड़ा था। मार्केट रिसर्च फर्म IDC के डेटा से पता चलता है कि पिछले वर्ष की चौथी तिमाही में Huawei की शिपमेंट्स 36.2 प्रतिशत बढ़ी हैं। यह चीन में चौथी सबसे बड़ी स्मार्टफोन कंपनी बन गई है। हालांकि, पिछले पूरे वर्ष में एपल ने चीन में Vivo को पीछे छोड़कर 17.3 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ स्मार्टफोन्स की सबसे अधिक बिक्री की है। एनालिस्ट्स का अनुमान है कि इस वर्ष कंपनी की सेल्स पर असर पड़ सकता है। एपल के प्रीमियम स्मार्टफोन्स की चीन में अधिक बिक्री होती है। इस सेगमेंट में चाइनीज स्मार्टफोन्स मेकर्स से इसे कड़ी टक्कर मिल रही है। एपल ने चीन में बिक्री बढ़ाने के लिए इस महीने की शुरुआत में आईफोन्स के प्राइसेज को घटाया था।