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Upi - ख़बरें

  • UPI पेमेंट्स पर नहीं लगेगा कोई चार्ज, फाइनेंस मिनिस्ट्री ने दी जानकारी
    केंद्र सरकार इन ट्रांजैक्शंस पर मर्चेंट डिस्काउंट रेट (MDR) को दोबारा लागू करने पर विचार नहीं कर रही। फाइनेंस मिनिस्ट्री ने यह जानकारी दी है। मिनिस्ट्री ने कहा है कि डिजिटल तरीके से पेमेंट्स के लिए UPI एक कम कॉस्ट वाला प्लेटफॉर्म बना रहेगा। UPI को ऑपरेट करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की UPI के लिए 20 से 30 करोड़ नए यूजर्स को जोड़ने की योजना है।
  • फीचर फोन यूजर्स भी कर सकेंगे UPI पेमेंट्स, PhonePe जल्द लाएगा नया ऐप!
    PhonePe ने अब डिजिटल पेमेंट्स को फीचर फोन यूजर्स तक पहुंचाने के लिए एक नया बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने आज अनाउंस किया कि उसने Gupshup की UPI-बेस्ड 'GSPay' टेक्नोलॉजी का इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) खरीद लिया है। इस डील के तहत PhonePe अब GSPay को कस्टमाइज कर के भारत में नए फीचर फोन्स के लिए अपना खुद का UPI ऐप लॉन्च करेगा। कंपनी का लक्ष्य है कि वह आने वाले कुछ क्वार्टर्स में इस प्लेटफॉर्म को रोलआउट करे और करोड़ों फीचर फोन यूजर्स को डिजिटल पेमेंट इकोसिस्टम में शामिल कर सके।
  • बार-बार बैलेंस चेक करने की आदत? 1 अगस्त से UPI यूजर्स पर नया लिमिट सिस्टम
    UPI इस्तेमाल करने वाले करोड़ों यूजर्स के लिए एक जरूरी खबर है। NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया) ने UPI सर्विसेज को लेकर नई गाइडलाइन्स जारी की हैं जो 1 अगस्त 2025 से लागू होंगी। इन नियमों के तहत अब कुछ खास सर्विसेज़ पर लिमिट लगाई जाएगी ताकि सिस्टम पर ट्रैफिक का लोड कंट्रोल में रहे और पीक टाइम में नेटवर्क स्लो या फेल न हो। बदलाव खासतौर पर बैलेंस चेक और ऑटोपे ट्रांजैक्शन्स को लेकर हैं।
  • 30 जून से लागू होगा नया UPI नियम, पेमेंट करने वालों की खत्म होगी सबसे बड़ी टेंशन!
    UPI यूजर्स के लिए एक जरूरी अपडेट सामने आया है। NPCI (नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने एक नया नियम लागू करने का फैसला किया है, जिसके तहत 30 जून 2025 से जब भी यूजर्स UPI से किसी को पैसे भेजेंगे, तो पेमेंट करने से पहले रिसीवर का बैंक में रजिस्टर्ड असली नाम स्क्रीन पर दिखेगा। यह बदलाव गलत ट्रांसफर और फ्रॉड से यूजर्स को बचाने के लिए लाया जा रहा है।
  • UPI से पेमेंट करने पर मिलेगा कैशबैक!
    सरकार यूपीआई ट्रांजेक्शन को बढ़ावा देने के लिए नया प्लान बना रही है। खरीदारी करने के लिए UPI कोड को स्कैन करना आपके लिए क्रेडिट कार्ड को स्वाइप करने से सस्ता साबित हो सकता है। अगर उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय द्वारा पेमेंट ट्रांजेक्शन फीस पर किए गए प्रयास सफल होते हैं तो ग्राहकों को सीधे तौर पर लाभ होगा। वर्तमान में क्रेडिट कार्ड से भुगतान पर विक्रेता को 2-3 प्रतिशत एमडीआर (एक प्रकार का चार्ज) देना पड़ता है।
  • UPI Down: यूपीआई नहीं कर रहा Paytm, PhonePe, GPay पर काम, ऐसे हो सकता है ठीक
    अगर यूपीआई GPay, Paytm, PhonePe और अन्य प्लेटफॉर्म पर काम नहीं कर रहा है तो इससे यूजर्स को काफी दिक्कत हो सकती है। खराब या अस्थिर इंटरनेट कनेक्शन की वजह से सबसे ज्यादा यूपीआई ट्रांजेक्शन फेल होती हैं। ट्रांजेक्शन करने से पहले चेक करें कि आपके पास एक ठीक इंटरनेट कनेक्शन है। कई बार आपके बैंक के सर्वर के डाउन होने के चलते ट्रांजेक्शन कैंसल हो जाती है।
  • भारत-पाक तनाव: बैंकिंग से लेकर बीमा तक, ATM, UPI सर्विस के लिए बैंकों को सरकार ने जारी किया अलर्ट
    भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक अहम बैठक की। बैंकों को सतर्क और हालातों के लिए पूरी तरह से तैयार रहने के निर्देश दिए। वित्त मंत्री ने खासतौर पर जोर दिया कि बैंक कस्टमर्स को बिना किसी परेशानी के बैंकिंग सुविधाएं मिलती रहें। इसमें ATM, कैश और UPI से जुड़ी सुविधाएं लगातार उपलब्ध करवाने पर जोर दिया गया।
  • UPI का नया नया फीचर खत्म करेगा पैसे भेजने वालों की सरदर्दी, फ्रॉड पर लगेगी लगाम!
    जल्द ही UPI पेमेंट्स और भी ज्यादा ट्रस्टेबल बन जाएंगे। अब जब भी आप किसी को पैसे भेजेंगे, तो ऐप में आपको उसका असली बैंक रजिस्टर्ड नाम दिखेगा, ना कि कोई QR कोड से निकाला गया नाम, सेव कॉन्टैक्ट का नाम या यूजर का खुद से रखा हुआ डिस्प्ले नेम। यह नया नियम NPCI (नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया) ने 24 अप्रैल 2025 को जारी एक सर्कुलर के जरिए अनाउंस किया है और इसे 30 जून 2025 तक सभी UPI ऐप्स में लागू करना जरूरी होगा।
  • UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर GST लगाने से सरकार ने किया इनकार
    हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि UPI से 2,000 रुपये से अधिक की ट्रांजैक्शंस पर GST लग सकता है। सरकार ने इस तरह की रिपोर्ट्स को पूरी तरह गलत और भ्रामक बताया है। एक नोटिस में यह स्पष्ट किया गया है कि इस तरह के किसी प्रपोजल पर विचार नहीं किया जा रहा है। पिछले वर्ष दिसंबर में UPI के जरिए ट्रांजैक्शंस की कुल वैल्यू लगभग 23.25 लाख करोड़ रुपये की थी।
  • 12 अप्रैल को 5 घंटे के लिए भारत में UPI इसलिए हो गया था डाउन...
    12 अप्रैल को हुई UPI सर्विस में बड़ी आउटेज आई थी, जिसने देशभर में लोगों को कुछ घंटों के लिए परेशान कर दिया था। अब, इस आउटेज को लेकर नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने अपनी जांच रिपोर्ट शेयर की है। रिपोर्ट के मुताबिक, आउटेज की वजह UPI सिस्टम पर जरूरत से ज्यादा "Check Transaction" रिक्वेस्ट भेजा जाना था। यह भारी लोड न सिर्फ पेमेंट सर्वर को क्रैश के करीब ले गया, बल्कि करीब 5 घंटे तक करोड़ों लोगों को पेमेंट ट्रांजैक्शन में दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
  • UPI के लिए NPCI का 30 करोड़ नए यूजर्स जोड़ने का टारगेट
    UPI की लोकप्रियता तेजी से बढ़ने के साथ दुनिया में डिजिटल ट्रांजैक्शंस में भारत का योगदान लगभग 46 प्रतिशत हो गया है। PwC की रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले 12 वर्षों में रिटेल डिजिटल पेमेंट्स में लगभग 90 गुणा की बढ़ोतरी हुई है। NPCI की योजना में UPI के फीचर्स बढ़ाना भी शामिल है। पिछले वर्ष दिसंबर में UPI के जरिए ट्रांजैक्शंस की कुल वैल्यू लगभग 23.25 लाख करोड़ रुपये की थी।
  • मोबाइल से पेमेंट्स 200 लाख करोड़ रुपये तक पहुंची, UPI ट्रांजैक्शंस बढ़ने का असर
    पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में मोबाइल फोन्स के इस्तेमाल से ट्रांजैक्शंस की वैल्यू बढ़कर 198 लाख करोड़ रुपये की थी। यह वर्ष-दर-वर्ष आधार पर लगभग 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी है। इसमें यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) ट्रांजैक्शंस की बढ़ी हिस्सेदारी है। पिछले वर्ष की दूसरी छमाही में मोबाइल से पेमेंट्स क्रेडिट और डेबिट कार्ड्स के जरिए खर्च की गई रकम की तुलना में लगभग 14.5 प्रतिशत अधिक थी।
  • UPI सर्विस डाउन होने के बाद हुई दोबारा शुरू, PhonePe, Google Pay, Paytm जैसे यूजर्स को बड़ी राहत
    शनिवार को दोपहर के समय भारत में UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) सर्विसेज डाउन हो गईं। सर्विस ठप पड़ जाने के कारण यूजर्स को पेमेंट करने में परेशानी होने लगी। इसी दौरान Phone pe, Google Pay, Paytm जैसे ऐप यूजर्स को पेमेंट करने में असुविधा होने लगी। आउटेज ट्रैक करने वाली वेबसाइट Downdetector ने भी इसकी जानकारी दी। हालांकि कुछ समय बाद यूपीआई की सर्विसेज फिर से शुरू हो गईं।
  • Paytm, Google Pay UPI से पेमेंट करने में आ रही दिक्कत, ये है कारण
    यूपीआई ने हाल ही में काम करना बंद कर दिया, यूजर्स ने ट्रांजेक्शन फेल होने की शिकायत की, Paytm और Google Pay जैसी ऐप्स के जरिए पैसे भेजने और प्राप्त करने में परेशानी का सामना किया। यह इस हफ्ते में दूसरी बार है जब लोगों को डिजिटल ट्रांजेक्शन करने में परेशानी का सामना करना पड़ा, इससे पहले भी लोगों ने इसी प्रकार से ऑनलाइन पेमेंट करने में और प्राप्त करने में दिक्कत का सामना किया था।
  • आज से इन नंबर पर नहीं मिलेगी UPI सर्विस, Google Pay, Paytm, PhonePe का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे
    NPCI ने बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स से कहा है कि वे 1 अप्रैल से इनएक्टिव मोबाइल नंबर से लिंक UPI आईडी हटाएं। NPCI के अनुसार, यूपीआई आईडी से लिंक इनएक्टिवेटेड मोबाइल नंबर सिक्योरिटी के लिए खतरा हैं। ऐसे में अगर यूजर्स अपने बैंक डिटेल्स को अपडेट किए बिना अपने मोबाइल नंबर बदलते या इनएक्टिवेटेड करते हैं तो उन्हें खतरा हो सकता है क्योंकि फिर से असाइन किए गए नंबर अभी भी पिछले यूपीआई अकांट से लिंक हो सकते हैं।

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