बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों में शामिल Tata Motors ने इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) के सेगमेंट के लिए बड़ी योजना बनाई है। इसके लिए कंपनी अगले पांच वर्षों में 35,000 करोड़ रुपये (लगभग 4.1 अरब डॉलर) का इनवेस्टमेंट करेगी। पिछले कुछ वर्षों में EV की बिक्री तेजी से बढ़ी है। टाटा मोटर्स का टारगेट इस मार्केट में अपनी स्थिति को मजबूत करने का है।
इंटरनल कम्बश्चन इंजन वाले व्हीकल्स के मार्केट में कॉम्पिटिशन बढ़ा है। इसमें Mahindra & Mahindra जैसी ऑटोमोबाइल कंपनियों से टाटा मोटर्स को कड़ी टक्कर मिल रही है। दुनिया के तीसरे सबसे बड़े ऑटोमोबाइल मार्केट भारत में इमिशन से जुड़े नॉर्म्स को कड़ा किया जा रहा है। केंद्र सरकार की योजना 2030 तक कारों की कुल बिक्री में
EVs की हिस्सेदारी बढ़ाकर लगभग 30 प्रतिशत करने की है।
हालांकि, EVs के सेगमेंट में भी टाटा मोटर्स को MG Motor जैसी कंपनियों से चुनौती मिल रही है। पिछले कुछ महीनों से MG Motor ने Windsor EV के साथ इस मार्केट में अपनी हिस्सेदारी तेजी से बढ़ाई है। पिछले महीने इलेक्ट्रिक कारों की
बिक्री ने पहली बार चार प्रतिशत का आंकड़ा पार किया है। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 2.6 प्रतिशत की थी। इस वर्ष अप्रैल में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री लगभग 3.5 प्रतिशत रही थी। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) के डेटा के अनुसार, मई में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 12,304 यूनिट्स की रही है। पिछले वर्ष के इसी महीने में यह 8,029 यूनिट्स की थी।
इस महीने की शुरुआत में टाटा मोटर्स ने अपनी लोकप्रिय SUV Harrier का इलेक्ट्रिक वर्जन लॉन्च किया था। Harrier EV में कुछ नए फीचर्स के साथ ही नेक्स्ट-जेनरेशन टेक्नोलॉजी भी दी गई है। इसकी MIDC रेंज लगभग 627 किलोमीटर की है। Harrier EV का शुरुआती प्राइस लगभग 21.49 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) का है। इसके लिए बुकिंग्स 2 जुलाई से शुरू होंगी। कंपनी ने बताया है कि Harrier EV केवल 6.3 सेकेंड्स में 0 से 100 km/h की स्पीड पर पहुंच सकती है। इससे यह इस सेगमेंट में सबसे तेजी से स्पीड पकड़ने वाला EV होगी। इसमें 75 kWh का बैटरी पैक दिया गया है। इसे क्विक चार्जर से केवल 15 मिनटों में 250 किलोमीटर की रेंज के लिए चार्ज किया जा सकता है।