बड़ी इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों में शामिल Ola Electric के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी का लॉस बढ़कर लगभग 870 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। इसके पीछे राइवल्स का मुकाबला करने के लिए कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स पर भारी डिस्काउंट की पेशकश एक बड़ा कारण है।
पिछले वर्ष अगस्त में इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) लाने के बाद से ओला इलेक्ट्रिक को सेल्स में कमी, रेगुलटरी प्रेशर बढ़ने और अन्य इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों से कड़े कॉम्पिटिशन जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। ओला इलेक्ट्रिक ने बताया है कि वह मौजूदा डेट को चुकाने के लिए लगभग 1,700 करोड़ रुपये का कर्ज लेने पर विचार कर रही है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की सेल्स में कंपनी की बड़ी हिस्सेदारी है लेकिन पिछले कुछ महीनों में Bajaj Auto और TVS Motor जैसी कंपनियों ने इसके मार्केट शेयर में सेंध लगाई है। बजाज ऑटो और
TVS Motor के अफोर्डेबल प्राइस वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की बिक्री तेजी से बढ़ी है।
पहली तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक का ऑपरेशंस से रेवेन्यू 61.8 प्रतिशत घटकर लगभग 611 करोड़ रुपये का रहा है। कंपनी का कुल खर्च लगभग 31.6 प्रतिशत कम होकर 130 करोड़ रुपये से कुछ अधिक का है। मार्केट एनालिस्ट्स ने बताया है कि कपनी का प्रति यूनिट की बिक्री पर औसत रेवेन्यू घटा है। इसके पीछे डिस्काउंट की पेशकश और कम प्राइस वाले इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की अधिक बिक्री प्रमुख कारण हैं। पहली तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक के व्हीकल रजिस्ट्रेशंस वर्ष-दर-वर्ष आधार पर 52 प्रतिशत से अधिक घटकर 56,760 यूनिट्स के हैं। कंपनी के एंट्री-लेवल के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स की वॉल्यूम में लगभग 69.3 प्रतिशत की हिस्सेदारी है। पिछले वर्ष की समान अवधि में यह आंकड़ा 43.1 प्रतिशत का था।
पिछले महीने इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की सेल्स में TVS Motor ने पहली बार अग्रणी स्थान हासिल किया था। इस
मार्केट में ओला इलेक्ट्रिक का दूसरा स्थान था। वाहन पोर्टल पर सेल्स डेटा के अनुसार, अप्रैल में TVS Motor की बिक्री सबसे अधिक लगभग 19,736 यूनिट्स की रही है। ओला इलेक्ट्रिक ने 19,709 यूनिट्स की सेल्स के साथ दूसरा स्थान हासिल किया है। Bajaj Auto को तीसरा और Ather Energy को चौथा स्थान मिला है। हाल ही में महाराष्ट्र में घोषित की गई नई इलेक्ट्रिक व्हीकल पॉलिसी से इस मार्केट में सेल्स बढ़ सकती है।