इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाली ओला इलेक्ट्रिक की स्टोर्स का नेटवर्क चार गुना बढ़ाने की योजना है। कंपनी के पास लगभग 800 स्टोर्स हैं। इनकी संख्या को बढ़ाकर इस महीने के अंत तक लगभग 4,000 किया जाएगा। कंपनी के मौजूदा स्टोर्स पर सर्विस की सुविधा भी मिलती है।
कंपनी के CEO, Bhavish Aggarwal ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में बताया कि कंपनी अपने स्टोर्स के नेटवर्क को दिसंबर के अंत तक बढ़ाकर लगभग 4,000 तक करेगी। नए स्टोर्स 20 दिसंबर को शुरू किए जाएंगे। इसके साथ ओला इलेक्ट्रिक का लक्ष्य देश में प्रत्येक पिनकोड तक इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स की डिलीवरी करने का है। यह देश में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) का सबसे बड़ा डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क भी होगा। हाल ही में कंपनी ने अपने इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के पोर्टफोलियो को भी बढ़ाया था।
पिछले महीने
ओला इलेक्ट्रिक की बिक्री लगभग 33 प्रतिशत घटी है। वाहन पोर्टल के डेटा के अनुसार, नवंबर में कंपनी के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स के रजिस्ट्रेशंस 27,746 यूनिट्स रहे हैं। कंपनी की बिक्री में यह महीना-दर-महीना आधार पर लगभग 33 प्रतिशत की गिरावट है। अक्टूबर में फेस्टिव सीजन के कारण
कंपनी की बिक्री में तेजी रही थी। पिछले महीने ओला इलेक्ट्रिक का मार्केट शेयर घटकर 24 प्रतिशत रह गया। यह आंकड़ा अक्टूबर में 30 प्रतिशत से अधिक का था। हालांकि, इस सेगमेंट में कंपनी का पहला स्थान बरकरार है। TVS Motor का इस मार्केट में लगभग 23 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान है। हालांकि, इसकी बिक्री में भी महीना-दर-महीना आधार पर लगभग 13 प्रतिशत की कमी हुई है। नवंबर में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स के कुल रजिस्ट्रेशंस महीना-दर-महीना आधार पर 18 प्रतिशत से अधिक घटकर लगभग 1.14 लाख यूनिट्स रहे हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने पिछले महीने S1 Z को लॉन्च किया था। यह इलेक्ट्रिक स्कूटर दो वेरिएंट्स में उपलब्ध होगा। इसका शुरुआती प्राइस 59,999 रुपये (एक्स-शोरूम) का है। इसकी डिलीवरी अगले वर्ष शुरू की जाएगी। इसके पास S1 Pro, S1 Air और S1X जैसे इलेक्ट्रिक स्कूटर्स मौजूद हैं। कंपनी ने अपना पहला कमर्शियल इलेक्ट्रिक स्कूटर Ola Gig भी पेश किया है। S1 Z में 1.5 kWh के दो बैटरी पैक दिए गए हैं। हाल ही में ओला इलेक्ट्रिक ने बताया था कि वह जल्द ही इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल्स की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगी। इसकी इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल Roadster की डिलीवरी अगले वर्ष की शुरुआत से की जाएगी।