इंटरनेशनल ऑटोमोबाइल कंपनी Honda Motor की योजना अगले कुछ वर्षों में अपनी इलेक्ट्रिक कारों की ड्राइविंग रेंज को दोगुना करने की है। इसके लिए कंपनी सॉलिड-स्टेट बैटरी का इस्तेमाल करेगी। मौजूदा EV में लिक्विड-स्टेट लिथियम आयन बैटरी लगाई जाती है। कुछ बैटरी मेकर्स भी सॉलिड-स्टेट बैटरी बनाने की कोशिश में हैं।
होंडा की रिसर्च एंड डिवेलपमेंट (R&D) यूनिट के प्रेसिडेंट, Keiji Otsu ने बताया, "यह EV के सेगमेंट में एक बड़ा बदलाव होगा।" इस प्रोजेक्ट के ट्रायल के लिए कंपनी लगभग 28 करोड़ डॉलर का इनवेस्टमेंट कर रही है। इसमें से आधा जापान सरकार की ओर से सब्सिडी के तौर पर दिया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में बैटरी का साइज लगभग 50 प्रतिशत तक घटाने का लक्ष्य है। इसके अलावा बैटरी के भार को लगभग 35 प्रतिशत और कॉस्ट में 25 प्रतिशत तक घटाने की कोशिश होगी। होंडा की योजना 2030 तक
EV की अपनी वार्षिक मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाकर 20 लाख यूनिट्स से अधिक करने की है।
भारत में कंपनी की टू-व्हीलर यूनिट होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर (HMSI) जल्द ही इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर के मार्केट में एंट्री करेगी। देश के टू-व्हीलर मार्केट में HMSI की बड़ी हिस्सेदारी है। कंपनी का Activa E अगले सप्ताह लॉन्च किया जाएगा। इस इलेक्ट्रिक स्कूटर की रेंज लगभग 104 किलोमीटर की हो सकती है। एक्टिवा E का मुकाबला
Ola Electric, TVS Motor और Bajaj Auto के इलेक्ट्रिक स्कूटर्स से होगा। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एक्टिवा E के दो वेरिएंट्स होंगे। इसके एंट्री-लेवल वेरिएंट में TFT डिस्प्ले और अन्य वेरिएंट में मल्टी कलर वाली स्क्रीन होगी। इस इलेक्ट्रिक स्कूटर के प्रीमियम वेरिएंट में डिस्प्ले पर बैटरी की चार्जिंग की स्थिति, बाकी रेंज, स्पीड और राइड मोड जैसी जानकारियां मिलेंगी। इसमें टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन और म्यूजिक कंट्रोल जैसे फंक्शंस भी मिल सकते हैं।
कंपनी की ओर से दिए गए टीजर में इसकी पूरी तरह चार्ज होने पर रेंज लगभग 104 किलोमीटर होने का संकेत दिया गया है। इसमें स्पोर्ट मोड भी हो सकता है जिसमें थ्रॉटल को बढ़ाया जा सकेगा लेकिन रेंज कम हो जाएगी। एक्टिवा E में स्विंगआर्म-माउंटेड मोटर का इस्तेमाल किया जाएगा। इस इलेक्ट्रिक स्कूटर में LED हेडलैम्प होगा। एक्टिवा E का प्राइस अफोर्डेबल रखा जा सकता है। HMSI को इससे इलेक्ट्रिक-टू-व्हीलर मार्केट में पहले से मौजूद कंपनियों को टक्कर देने में आसानी होगी।