अमेरिकी स्मार्टफोन और टेक कंपनी पिछले कुछ वर्षों से अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल को डिवेलप कर रही है। इसे Apple Car कहा जा रहा है। हालांकि, इस प्रोजेक्ट में कुछ रुकावटें आने की रिपोर्ट है। कंपनी ने इसका लॉन्च 2026 तक टाल दिया है। इसका प्राइस एक लाख डॉलर से कम हो सकता है।
इससे पहले इस कार के 2025 तक लॉन्च होने की संभावना थी। इसे
कंपनी ने एक वर्ष टाल दिया है। एपल की शुरुआत में इस कार का डिजाइन इस तरह बनाने की योजना थी जिससे पैसेंजर्स लीमोजीन की तरह एक दूसरे के सामने बैठ सकें। इसमें कोई स्टीयरिंग व्हील या पेडल्स भी नहीं होने की रिपोर्ट थी। हालांकि, इस डिजाइन में बदलाव किया जा रहा है और इस कार में ड्राइवर की सीट के साथ ही स्टीरियिंग व्हील और पेडल भी होंगे। कंपनी ने फुली ऑटोनॉमस ड्राइविंग या सेल्फ-ड्राइविंग फीचर भी नहीं देने का फैसला किया है। हालांकि, यह कार हाइवेज पर एक सेल्फ-ड्राइविंग मोड का इस्तेमाल कर सकेगी।
इस कार में यूजर्स को हाइवेज पर गेम्स खेलने या वीडियो देखने की सुविधा मिलेगी लेकिन शहर की सड़कों या खराब मौसम में मैनुअल तरीके से ही ड्राइविंग करनी होगी। कंपनी ने शुरुआत में इस कार का प्राइस 1,20,000 डॉलर से अधिक रखने की योजना बनाई थी लेकिन इसकी कॉस्ट अब एक लाख डॉलर से कम होगी क्योंकि एपल ने कार में कुछ फीचर्स और टेक्नोलॉजी को नहीं देने का फैसला किया है। एपल ने कार के डिजाइन को फाइनल नहीं किया है। इसके अगले वर्ष के अंत तक तैयार होने की संभावना है। इसके बाद कार के फीचर्स को पूरा किया जएगा और इसकी टेस्टिंग शुरू होगी।
एपल के
iPhone की अगली सीरीज में Sony के स्टेट-ऑफ-द-आर्ट इमेज सेंसर का इस्तेमाल किया जा सकता है। अगले वर्ष लॉन्च होने वाली iPhone 15 सीरीज के विभिन्न स्पेसिफिकेशंस के बारे में अटकलें लग रही हैं। एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इसके लिए सोनी के इमेज सेंसर का इस्तेमाल होगा। हालांकि, इस सेंसर का सोनी ने प्रोडक्शन शुरू नहीं किया है। इसे कंपनी के जापान में नागासाकी प्लांट में बनाया जा सकता है। सोनी ने अगले तीन वर्षों में कॉम्प्लिमेंटरी मेटल ऑक्साइड सेमीकंडक्टर (CMOS) इमेज सेंसर मार्केट का लगभग 60 प्रतिशत हिस्सा प्राप्त करने के लिए इमेज सेंसर्स में भारी इनवेस्टमेंट किया है।