क्रिप्टो मार्केट में बुधवार को नुकसान था। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस मामूली गिरकर इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर लगभग 62,353 डॉलर का था। भारतीय एक्सचेंजों पर यह 63,917 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। हालांकि, बिटकॉइन में बुलिश सेंटीमेंट का संकेत मिल रहा है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether का प्राइस लगभग 1.75 प्रतिशत कम हुआ है। इंटरनेशनल एक्सचेंजों पर इसका प्राइस लगभग 2,442 डॉलर और भारतीय एक्सचेंजों पर लगभग 2,515 डॉलर का था। इसके अलावा USD Coin, Ripple, Cardano, Polkadot, Monero, Stellar और Cronos में गिरावट थी। Tether, Binance Coin और Solana के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 0.54 प्रतिशत घटकर लगभग 2.17 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज ZebPay के ट्रेड डेस्क ने Gadgets360 को बताया, "नए Ethereum Improvement Proposal से Ether से जुड़ी कम्युनिटी में उत्साह है। इससे ट्रांजैक्शन की स्पीड बढ़ेगी और डीसेंट्रलाइज्ड एक्सचेंजों को लगभग 10 करोड़ डॉलर बचाने में सहायता मिलेगी। Ether के लिए 2,400 डॉलर का प्राइस एक मजबूत सपोर्ट है।" पिछले महीने अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट Donald Trump ने एक क्रिप्टोकरेंसी बिजनेस की शुरुआत की थी। ट्रंप, उनके परिवार और सहयोगियों ने सोमवार को World Liberty Financial को लॉन्च किया था। अमेरिका के प्रेसिडेंट के चुनाव में प्रमुख उम्मीदवार ट्रंप पर या उनके परिवार ने इस बिजनेस के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। यह भी नहीं पता चला है कि यह फर्म किस प्रकार की
सर्विसेज उपलब्ध कराएगी।
आमतौर पर, प्रेसिडेंट पद के किसी उम्मीदवार के लिए चुनाव के निकट नया बिजनेस लॉन्च करना असामान्य होता है लेकिन ट्रंप की नजर 5 नवंबर को होने वाले चुनाव से पहले क्रिप्टोकरेंसी के समर्थकों को अपने पक्ष में करने पर है। हालांकि, ट्रंप ने पूर्व में क्रिप्टोकरेंसीज को एक स्कैम भी बताया था। इसके बाद प्रेसिडेंट के पद के लिए दोबारा चुनावी मैदान में उतरने के बाद उन्होंने डिजिटल एसेट्स का समर्थन करना शुरू कर दिया था। ट्रंप ने अमेरिका को क्रिप्टो की राजधानी बनाने का भी वादा किया है। उन्होंने इस सेगमेंट के लिए सख्त रेगुलेशन नहीं बनाने और बिटकॉइन का रिजर्व तैयार करने का भी संकेत दिया है। कुछ देशों में इस सेगमेंट के लिए रूल्स बनाए जा रहे हैं।