वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस YouTube ने Shorts के लिए वीडियो की अवधि बढ़कर तीन मिनट की हो गई है। इसके साथ ही कुछ अन्य फीचर्स भी जोड़े गए हैं। इनमें टेम्प्लेट शामिल हैं, जिससे यूट्यूब वीडियोज को सीधे Shorts के साथ मिक्स किया जा सकेगा। यह आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस्तेमाल वाला एक वीडियो जेनरेशन मॉडल है। इसके साथ ही यूट्यूब पर कंटेंट को सर्च के नए तरीके भी मिलेंगे।
यूट्यूब ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया कि वह 15 अक्टूबर से Shorts की अवधि को बढ़ाकर तीन मिनट करेगी। यह बदलाव स्क्वेयर या टॉलर ऑस्पेक्ट रेशो में बनाए गए वीडियोज पर लागू होगा। इससे मौजूदा Shorts पर असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने बताया कि इस फीचर के लिए वीडियो बनाने वाले क्रिएटर्स से काफी निवेदन मिले थे। इसके साथ ही टेम्प्लेट फीचर के साथ क्रिएटर्स जाने पहचाने कंटेंट को बनाकर नए ट्रेंड्स के साथ भी चल सकेंगे। वे अपने क्लिप्स को ट्रेंडिंग साउंड्स के साथ मैच कर सकेंगे और इसके बाद इन्हें कस्टमाइज किया जा सकेगा। Shorts को Remix विकल्प और टेम्प्लेट को सेलेक्ट कर दोबारा बनाया जा सकेगा।
इसके साथ ही कंपनी ने बताया है कि वह आगामी महीनों में Google DeepMind के Veo वीडियो जेनरेशन
AI मॉडल को लॉन्च कर रही है। इससे अधिक वीडियो बैकग्राउंड और अलग वीडियो क्लिप्स मिल सकेंगे। पिछले महीने
यूट्यूब ने अपने प्रीमियम सब्सक्रिप्शन के प्राइस को कई देशों में बढ़ा दिया था। इस सब्सक्रिप्शन में विज्ञापन नहीं होते। यूट्यूब ने इटली, नीदरलैंड, सऊदी अरब और कई अन्य देशों में इसके प्राइस बढ़ा दिए हैं। यूरोप के कुछ देशों में इसके 'सिंगल' प्लान का प्राइस लगभग दो यूरो बढ़ाया गया है। इसके अलावा 'फैमिली' प्लान भी महंगा हो गया है।
गूगल के मालिकाना हक वाली यूट्यूब ने हाल ही में भारत में भी इस सब्सक्रिप्शन के प्राइस बढ़ाए हैं। Reddit पर कई यूजर्स ने बताया था कि उन्हें यूट्यूब की ओर से भेजी गई ईमेल में प्रीमियम सब्सक्रिप्शन महंगा होने की जानकारी दी गई है। आयरलैंड, बेल्जियम, इटली और नीदरलैंड में सिंगल प्लान का प्राइस 11.99 यूरो से बढ़ाकर 13.99 यूरो किया गया है। इसके साथ ही फैमिली प्लान का प्राइस लगभग 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 17.99 यूरो से 25.99 यूरो हो गया है। डेनमार्क, इंडोनेशिया, मलेशिया, नॉर्वे, स्वीडन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात में भी यह सब्सक्रिप्शन महंगा हो गया है।