पिछले कुछ दिनों से क्रिप्टो मार्केट में गिरावट है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस भी घटा है। बिटकॉइन में गुरुवार को लगभग 3 प्रतिशत का नुकसान था। इसका प्राइस लगभग 95,417 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है। हाल ही में बिटकॉइन ने 1,08,000 डॉलर से अधिक का नया हाई लेवल बनाया था।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Ether और Solana के प्राइस भी लगभग तीन प्रतिशत घटे हैं। बिटकॉइन की बड़ी होल्डिंग रखने वाली अमेरिकी कंपनी MicroStrategy ने शेयर्स इश्यू करने की योजना की जानकारी दी है। इससे
MicroStrategy के बिटकॉइन की दोबारा खरीदारी करने का संकेत मिल रहा है। सॉफ्टवेयर मेकर MicroStrategy की अगले वर्ष अधिक शेयर्स इश्यू कर बिटकॉइन खरीदने की योजना है। इस वर्ष बिटकॉइन का प्राइस 130 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है। हालांकि, इसके बाद बिटकॉइन में काफी गिरावट हुई है।
हाल ही में माइक्रोस्ट्रैटेजी ने लगातार सातवें सप्ताह में बड़ी संख्या में बिटकॉइन खरीदे थे। कंपनी ने बताया था कि उसने पिछले सप्ताह 5,262 बिटकॉइन की खरीदारी की है। इसके लिए प्रति बिटकॉइन लगभग 1,06,612 डॉलर का प्राइस चुकाया गया है। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने ये बिटकॉइन खरीदने के लिए लगभग 56.1 करोड़ डॉलर के शेयर्स की बिक्री की थी। इस कंपनी के पास कुल 4,44,262 बिटकॉइन हैं। इसके लिए माइक्रोस्ट्रैटेजी ने 27.7 अरब डॉलर का कुल खर्च किया है और प्रति बिटकॉइन औसत प्राइस लगभग 62,257 डॉलर का है। इस सबसे लोकप्रिय
क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल रूस की कंपनियां विदेश से ट्रेड में कर रही हैं। हाल ही में रूस ने कानून में बदलाव कर पश्चिमी देशों की पाबंदियों से निपटने के लिए क्रिप्टोकरेंसीज के इस्तेमाल की अनुमति दी थी। बिटकॉइन की माइनिंग करने वाले प्रमुख देशों में भी रूस शामिल है।
क्रिप्टो सेगमेंट में इनवेस्टमेंट बढ़ाने का कंपनी के शेयर को भी फायदा मिला है। इस वर्ष MicroStrategy का शेयर लगभग 480 प्रतिशत बढ़ा है। हालांकि, इस कंपनी के शेयर्स की बिक्री कर बिटकॉइन खरीदने की स्ट्रैटेजी पर सवाल भी उठ रहे हैं। अमेरिका में प्रेसिडेंट के चुनाव के प्रचार के दौरान Donald Trump ने बिटकॉइन का रिजर्व बनाने का संकेत दिया था। हालांकि, Federal Reserve का कहना है कि उसका बिटकॉइन का बड़ा स्टॉक बनाने की आगामी सरकार की योजना में शामिल होने का इरादा नहीं है।