मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin का प्राइस सोमवार को मामूली घटकर लगभग 43,240 डॉलर पर था। इसके प्राइस में वीकेंड पर लगभग 226 डॉलर की गिरावट हुई है। क्रिप्टो मार्केट को अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन ETF के लिए स्वीकृति मिलने का इंतजार है।
दूसरी सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी
Ether का प्राइस 2.70 प्रतिशत से अधिक गिरकर लगभग 2,186 डॉलर पर था। इसके प्राइस में लगभग 56 डॉलर की कमी हुई है। इसके अलावा Ripple, Cardano, Polkadot और Chainlink में भी गिरावट थी। पिछले एक दिन में क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 2.38 प्रतिशत घटकर लगभग 1.62 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो इनवेस्टमेंट फर्म CoinSwitch Ventures के Parth Chaturvedi ने Gadgets360 को बताया, "अमेरिका में बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को जल्द स्वीकृति मिल सकती है। इन्हें लिस्ट कराने वाले एक्सचेंजों ने संशोधित दस्तावेज जमा किए हैं जिससे इनके लिए SEC से जल्द स्वीकृति मिलने की संभावना है। क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने कहा, "हाल की मार्केट की तेजी से प्रॉफिट बुकिंग हो सकती है और ट्रेडर्स अगले साइकल के लिए नई पोजिशंस बना सकते हैं। आगामी सप्ताहों में मार्केट में वोलैटिलिटी बरकरार रह सकती है।"
पिछले वर्ष के अंत में सॉफ्टवेयर फर्म MicroStrategy ने बताया था कि उसने लगभग 61.57 करोड़ डॉलर के बिटकॉइन खरीदे हैं। MicroStrategy और उसकी सब्सिडियरीज ने 30 नवंबर से 26 दिसंबर के बीच लगभग 42,110 डॉलर के औसत प्राइस पर लगभग 14,620 बिटकॉइन खरीदे थे। पिछले वर्ष
बिटकॉइन का प्राइस लगभग 160 प्रतिशत बढ़ा था। माइक्रोस्ट्रैटेजी ने यह कदम अपने रिजर्व एसेट्स की वैल्यू को बरकरार रखने के लिए उठाया है। स्पॉट क्रिप्टो ETF में इससे जुड़ी क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट प्राइस को ट्रैक किया जाएगा और इनवेस्टर्स को उस क्रिप्टोकरेंसी को खरीदे बिना उसमें रकम लगाने का मौका मिलेगा। क्रिप्टो मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग आधी है। बिटकॉइन ने दो वर्ष पहले लगभग 68,000 डॉलर का हाई लेवल बनाया था। इसके बाद से प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। इससे बिटकॉइन के इनवेस्टर्स को भारी नुकसान उठाना पड़ा था। पिछले महीने के अंत में बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल Binance को अमेरिका में एंटी मनी लॉन्ड्रिंग कानून के उल्लंघन का दोषी पाया गया था। इस वजह से Binance पर 4.3 अरब डॉलर का जुर्माना लगा था। इससे क्रिप्टो मार्केट को बड़ा झटका लगा था।