मार्केट प्राइस के लिहाज से सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी Bitcoin में पिछले दो सप्ताह से तेजी जारी है। इसका बड़ा कारण बिटकॉइन ETF में भारी इनवेस्टमेंट है। यह 2.27 प्रतिशत बढ़कर 63,485 डॉलर पर ट्रेड कर रहा था। पिछले सप्ताह से बिटकॉइन की वैल्यू में लगभग 1,740 डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
Ether का प्राइस लगभग 1.36 प्रतिशत बढ़कर 3,473 डॉलर पर था। पिछले एक सप्ताह में इसने 3,400 डॉलर के निकट का प्राइस बरकरार रखा है। इसके अलावा Binance Coin, USD Coin, Cardano, Polkadot, Near Protocol और Qtum के प्राइस बढ़े हैं। पिछले एक दिन में
क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन लगभग 1.55 प्रतिशत बढ़कर 2.38 लाख करोड़ डॉलर पर था।
क्रिप्टो एक्सचेंज Mudrex के CEO, Edul Patel ने Gadgets360 को बताया, "पिछले 30 दिनों में बिटकॉइन में लगभग 45 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। बिटकॉइन एड्रेसेज में से 97 प्रतिशत प्रॉफिट में हैं। इस तेजी का प्रमुख कारण स्पॉट बिटकॉइन ETFs में फंडिंग बढ़ना है। बिटकॉइन के लिए अगला रेजिस्टेंस 67,150 डॉलर पर है। इसे तोड़ने पर यह नया हाई बना सकता है।" CoinDCX के मार्केट्स डेस्क का कहना था, "Ether को लगभग 3,500 डॉलर के लेवल को तोड़ना होगा और इसके बाद यह 3,830 डॉलर और 3,965 डॉलर पर जा सकता है।"
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत पर जोर दिया था। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति मिलने के बाद क्रिप्टो मार्केट में तेजी है। हालांकि, देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। इस महीने की शुरुआत में पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री ने केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टोकरेंसीज का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स को निराशा हुई थी। सरकार ने लगभग डेढ़ वर्ष पहले प्रत्येक क्रिप्टो ट्रांजैक्शन पर एक प्रतिशत का
TDS लगाया था। इसके साथ ही क्रिप्टो से मिलने वाले प्रॉफिट पर 30 प्रतिशत टैक्स लागू किया गया था। इससे क्रिप्टो की ट्रेडिंग एक्टिविटीज में कमी हुई है।