इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप व्हाटसऐप भारत में डिजिटल पेमेंट सर्विस में कदम रखने की योजना बना रहा है। फेसबुक के स्वामित्व वाली कंपनी व्हाट्सऐप की यह दुनिया भर में पहली ऐसी सेवा होगी। कंपनी ने देश में डिजिटल ट्रांज़ेक्शन प्रमुख के पद के लिए विज्ञापन दिया है।
व्हाट्सऐप को भारत में कई सारे लोग इस्तेमाल करते हैं। और दुनिया भर में व्हाट्सऐप के एक बिलियन से ज्यादा यूज़र बेस में से कुल 200 मिलियन भारत से आते हैं। व्हाट्सऐप के लिए भारत सबसे बड़ा बाजार है।
न्यूज़ वेबसाइट द केन ने मंगलवार को अनाम सूत्र के हवाले से ख़बर दी कि, व्हाट्सऐप भारत में अगले छह महीनों के अंदर पर्सन-टू-पर्सन पेमेंट सर्विस लॉन्च करने पर काम कर रही है
व्हाट्सऐप की वेबसाइट पर नौकरी के लिए दिए गए विज्ञापन में कहा गया है कि कंपनी एक टेक्नीकल और फाइनेंशिल पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवार की तलाश में है, जो कि भारत के यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई) और भीम पेमेंट्स ऐप की समझ रखता हो। इन पेमेंट सर्विस से मोबाइल नंबर का इस्तेमाल कर पैसों का लेनदेन किया जाता है। भारत के लिए कंपनी को अपने डिजिटल ट्रांज़ेक्शन लीड की जरूरत है।
व्हाट्सऐप के प्रवक्ता ने एक फ्लैगशिप सरकारी प्रोग्राम के बारे में कहा कि देश में इंटरनेट आधारित सेवाओं को बढ़ावा देना उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि, ''व्हाट्सऐप के लिए भारत एक महत्वपूर्ण देश है और हम यह समझ रहे हैं कि हम डिजिटल इंडिया को बनाने में किस तरह अपना योगदान दे सकते हैं।'' प्रवक्ता ने ज़्यादा जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा, ''हम इस परिकल्पना को साकार बनाने के लिए ऐसे ही उद्देश्य वाली कंपनियों के साथ काम कर सकते हैं और हम अपने यूज़र से भी लगातार फीडबैक ले रहे हैं।''
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नवंबर में 500 रुपये और 1000 रुपये के बड़े नोट पर अचानक बैन लगाने के फैसले के बाद डिजिटल ट्रांज़ेक्शन में तेजी से बढ़ोत्तरी हुई। उस समय देश की कुल करेंसी में 80 प्रतिशत हिस्सा इन्हीं नोटों का था।
फरवरी में, व्हाट्सऐप के सह-संस्थापक, ब्रायन एक्टन ने स्थानीय मीडिया को बताया था कि ऐप अभी भारत में डिजिटल पेमेंट की योजना के शुरुआती दौर में है और भारत की सरकार से इस बारे में बातचीत भी हुई थी।
पिछले हफ्ते ही स्वीडन के कम्युनिकेशंस ऐप ट्रूकॉलर ने देश में यूपीआई प्लेटफॉर्म आधारित एक मोबाइल पेमेंट सर्विस लॉन्च की। भारत में इस ऐप को बड़ी संख्या में लोग इस्तेमाल करते हैं।