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  • चीन ने यहां भी बाजी मार ली! बनाया AI हाथ जो करेगा ऑपरेशन में मदद
    चीन की Chinese University of Hong Kong (CUHK) की रिसर्च टीम ने मेडिकल टेक्नोलॉजी में एक बड़ा कदम बढ़ाया है। उन्होंने ऐसा AI सिस्टम डेवलप किया है जो सर्जिकल रोबोटिक आर्म को खुद कंट्रोल कर सकता है और ऑपरेशन थिएटर में सर्जन के “तीसरे हाथ” जैसा काम करता है। इसका मतलब है कि अब जटिल और बारीक काम जैसे टिशू हटाना, गॉज पकड़ना या ब्लड वैसल क्लिप करना, बिना इंसानी निर्देश के भी हो सकता है। खास बात ये है कि यह सिस्टम सिर्फ कैमरे से आने वाली रियल-टाइम इमेजेज के आधार पर काम करता है और इसमें किसी एक्स्ट्रा सेंसर की जरूरत नहीं पड़ती।
  • अब EPFO UAN बनाने से लेकर एक्टिवेट करने तक सभी काम होंगे सिर्फ UMANG ऐप पर, जानें कैसे
    EPFO ने UAN जनरेट करने और एक्टिव करने के लिए UMANG ऐप को अनिवार्य किया हुआ है। कोई भी कर्मचारी जो नया यूएएन जनरेट करना चाहता है या मौजूदा यूएएन को एक्टिवेट करना करना चाहता है तो उसे UMANG ऐप का उपयोग करना होगा। इसके अलावा बायोमेट्रिक फेस ऑथेंटिकेशन के जरिए EPFO रिकॉर्ड अपडेट करने के लिए भी इसी ऐप का उपयोग होगा। इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए आधार फेस आरडी ऐप भी इंस्टॉल करना होगा।
  • AI की मदद से हुआ बच्चा, IVF की दुनिया में नई मेडिटकल क्रांति!
    अमेरिका के Columbia University Fertility Center में मेडिकल साइंस ने नई मिसाल कायम की है। यहां एक दंपति, जो 18 साल से बच्चे के लिए संघर्ष कर रहा था, पहली बार मां-बाप बनने की उम्मीद पा सका और यह सब संभव हुआ AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की बदौलत। यह उपलब्धि उन तमाम परिवारों के लिए उम्मीद की किरण है, जिन्हें अब तक बार-बार IVF में नाकामी झेलनी पड़ी थी।
  • AI रोबोट्स ने खेला फुटबॉल मैच, किसी मूवी से कम नहीं था पूरा मंजर
    बीजिंग में एक ऐतिहासिक मैच हुआ, जहां Tsinghua University, China Agricultural University और Beijing Information Science & Technology University की टीमें "रोबो लीग" 3v3 फुटबॉल टूर्नामेंट में सामने आई, लेकिन खिलाड़ियों में इंसान नहीं, बल्कि AI-पावर्ड ह्यूमनॉइड रोबोट्स थें। ये मैच बिलकुल ह्यूमन-फ्री था, पूरी तरह ऑटोनॉमस, जिसमें मनुष्यों द्वारा कोई कंट्रोल नहीं शामिल नहीं था।
  • Reliance Jio ने लॉन्च किया Wi-Fi 6 राउटर, 6000 Mbps स्पीड और 100+ डिवाइसेज का सपोर्ट, जानें कीमत
    Reliance Jio का नया AX6000 Universal Wi-Fi 6 Router भारत में लॉन्च हुआ है। Jio AX6000 Router की कीमत 5,999 रुपये रखी गई है, जबकि इसकी MRP 14,999 रुपये है। इसे Amazon.in, Reliance Digital, JioMart और अन्य रिटेल स्टोर्स से खरीदा जा सकता है। राउटर फिलहाल व्हाइट कलर में उपलब्ध है। हालांकि ये एक “यूनिवर्सल राउटर” कहा जा रहा है, लेकिन ये सिर्फ DHCP बेस्ड ISPs के साथ ही काम करता है। यानी अगर आप BSNL या किसी ऐसे प्रोवाइडर का इस्तेमाल कर रहे हैं जो PPPoE या IPoE इस्तेमाल करता है, तो यह डिवाइस आपके लिए काम नहीं करेगी।
  • चावल से भी छोटी, रफ्तार बिजली जैसी! चीन की नई मेमोरी ड्राइव ने उड़ा दिए टेक वर्ल्ड के होश
    डेटा स्टोरेज टेक्नोलॉजी में एक नया मोड़ सामने आया है। Fudan University के वैज्ञानिकों ने एक ऐसी फ्लैश मेमोरी डिवाइस डेवलप की है, जिसे दुनिया की सबसे तेज़ मेमोरी बताया जा रहा है। इस डिवाइस को ‘PoX’ नाम दिया गया है और इसकी साइज चावल के दाने से भी छोटी है। लेकिन इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी स्पीड  है। कंपनी का दावा है कि यह मेमोरी 400 पिकोसेकंड (1 सेकंड का 1 ट्रिलियनवां हिस्सा) में डेटा को मिटा और लिख सकती है।
  • 98 इंच तक बड़े TV Samsung ने 2025 Neo QLED 8K सीरीज में किए लॉन्च, जानें कीमत
    Samsung ने नए QLED TV ग्लोबल मार्केट में 2025 Neo QLED 8K TV सीरीज के तहत लॉन्च किए हैं जिनमें QN990F और QN900F मॉडल्स को शामिल किया गया है। टीवी में Samsung Vision AI सिस्टम है जो रियल टाइम में एडेप्टिव पिक्चर और साउंड पर एकसाथ काम करता है। इसमें Live Translate सबटाइटल, Click to Search, Universal Gestures जैसे AI फीचर दिए गए हैं। टीवी NQ8 AI Gen3 प्रोसेसर से लैस हैं।
  • ब्रह्मांड में मिला 2 लाख प्रकाशवर्ष में फैला रेडियो जेट, Milky Way गैलेक्सी से दोगुना चौड़ा!
    खगोल वैज्ञानिकों ने एक विशाल रेडियो जेट की खोज की है जो दूर ब्रह्मांड में 2 लाख प्रकाशवर्ष तक फैला हुआ है। यह रेडियो जेट चौड़ाई में मिल्की वे आकाशगंगा से भी दोगुना है। वैज्ञानिक कह रहे हैं कि यह शुरुआती ब्रह्मांडीय ढांचे की एक झलक दिखाता है। यह रेडियो जेट ब्रह्मांड की शुरुआत में बना होगा जब इसकी उम्र वर्तमान उम्र की केवल 10% थी।
  • गजब हो गया! हमारी पृथ्‍वी से ज्‍यादा पानी ब्रह्मांड में लगा रहा ब्‍लैक होल का चक्‍कर, जानें
    खगोलविदों ने यूनिवर्स के एक कोने में पानी के विशाल भंडार का पता लगाया है। यह 12 अरब प्रकाश वर्ष दूर है और एक क्वासर (quasar) व उसके ब्‍लैक होल के चारों ओर घूम रहा है। यह पानी हमसे इतना दूर है कि शायद ही उस तक पहुंचा जा सके। एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इस पानी की मात्रा बहुत अधिक है। अनुमान है कि पृथ्‍वी पर जितने भी महासागर हैं, उनसे 140 ट्रिलियन गुना ज्‍यादा पानी यह है।
  • कोरोना क्‍यों था इतना खतरनाक, जापानी रिसर्चर्स ने लगाया पता
    कोविड-19 को लेकर दुनियाभर में खूब रिसर्च हुई हैं और अब जापानी रिसर्चर्स ने पता लगाया है कि कोविड-19 इतना खतरनाक क्‍यों था। उनका कहना है कि कोविड-19 की वजह बनने वाला कोरोनावायरस 2 ( SARS‑CoV‑2 ) में एक एंजाइम होता है। वैज्ञानिकों ने कोविड वायरस में "ISG15" नाम के मोलेक्युलर टैग की भूमिका पर फोकस किया। यह न्यूक्लियोकैप्सिड प्रोटीन को एक-दूसरे से जुड़ने नहीं देता है- यह वायरस को इकट्ठा करने की एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है।
  • Samsung के Galaxy Z Fold 6 स्पेशल एडिशन में हो सकती है कम दिखने वाली डिस्प्ले क्रीज
    कंपनी जल्द ही Galaxy Z Fold स्पेशल एडिशन को पेश कर सकती है। इस स्मार्टफोन के बारे में कुछ लीक से जानकारी मिली है। इसमें कम दिखने वाली डिस्प्ले क्रीज हो सकती है। टिप्सटर Ice Universe (@UniverseIce) ने दावा किया है कि सैमसंग ने Galaxy Z Fold स्पेशल एडिशन पर क्रीज कंट्रोल को लेकर प्रगति की है। Galaxy Z Fold 6 की तुलना में इस स्मार्टफोन में कम दिखने वाली डिस्प्ले क्रीज हो सकती है।
  • बिग बैंग से नहीं हुई ब्रह्मांड की शुरुआत! मौजूद था ‘रहस्‍यमयी जीवन’, नई स्‍टडी में चौंकाने वाली बात
    एक स्‍टडी में कहा गया है कि बिग बैंग से पहले ब्रह्मांड में ‘रहस्‍यमयी जीवन’ की मौजूदगी हो सकती है। बिग बैंग से पहले हमारा ब्रह्मांड संकुचन के चरण से गुजरा यानी सिकुड़ गया। फ‍िर इसका विस्‍तार हुआ। इन बदलावों ने ब्‍लैक होल और डार्क मैटर के निर्माण में भूमिका निभाई। उनमें से कुछ आज भी मौजूद हो सकते हैं। भविष्‍य की तकनीक अगर उन्‍हें एक्‍सप्‍लोर कर पाती हैं तो ब्रह्मांड के बारे में नई जानकारी मिल सकती है।
  • गजब! वैज्ञानिकों ने बनाया फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’, फोन कवर में भी लग जाएगा, बनेगी बिजली
    रिसर्चर्स ने दुनिया का पहला फ्लेक्सिबल ‘सौर पैनल’ (flexible ‘solar panel’) तैयार किया है। दावा है कि यह इतना पतला है, जिसे कोटिंग के रूप में किसी भी ऑब्‍जेक्‍ट पर लगाया जा सकेगा।
  • New Study : वैज्ञानिकों ने तारे को ब्‍लैक होल में फेंका! क्‍या Black Hole उसे खा पाया? जानें
    New Study : किसी तारे को ब्‍लैक होल में फेंकना भौतिक रूप से संभव नहीं है। अगर ऐसा हो पाता, तो उसका क्‍या नतीजा होता, इस सवाल का जवाब वैज्ञानिकों ने तलाशने की कोशिश की है।
  • मोमबत्ती, बल्‍ब की रोशनी से भी बनेगी बिजली! वैज्ञानिकों ने बनाए इंडोर सोलर सेल
    Indoor Solar Cells : लिथुआनिया की काउनास यूनिवर्सिर्टी के कुछ रिसर्चर्स ने 37 फीसदी चार्जिंग एफ‍िशिएंसी वाले इनडोर सोलर सेल (indoor solar cell) विकसित किए हैं।

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