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Science - ख़बरें

  • एस्टरॉयड में चीनी! NASA की नई खोज ने चौंकाया
    Asteroid Bennu पर अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने ऐसे शर्करा (sugar) खोजे हैं जो जीवन के निर्माण के लिए आवश्यक होते हैं। एस्‍टरॉयड बेन्नु में बहुत सारे कार्बनिक अणु हैं, जिनमें जीवन के लिए जरूरी कई ‘बिल्डिंग ब्‍लॉक्‍स' शामिल हैं। 2023 में नासा का ओसिरिस-रेक्स (Osiris-Rex) अंतरिक्ष यान पृथ्वी के निकट मौजूद एस्टरॉयड बेन्नु से 122 ग्राम धूल और कंकड़ लेकर आया था। तभी से वैज्ञानिक इसे स्टडी कर रहे हैं। एस्टरॉयड पर कई सारे खनिज अणु पहले ही खोजे जा चुके हैं।
  • 'चांद की रेत' से रॉकेट को पावर! अंतरिक्ष कंपनी Blue Origin ने बनाई AI पावर्ड बैटरी
    Blue Origin अंतरिक्ष कंपनी ने एक क्रांतिकारी खोज की है जो रॉकेट ईंधनों की दिशा में बड़ा बदलाव ला सकती है। कंपनी ने एक ऐसा डिवाइस तैयार कर लिया है जो चांद पर पाई जाने वाली रेत से बिजली पैदा कर सकता है। यह एक वैक्यूम डिवाइस बताया जा रहा है जो रेत को प्रोसेस करके उसे इलेक्ट्रिसिटी में बदल देता है। इस प्रयोग से अंतरिक्ष अभियानों के रॉकेट ईंधन उपलब्धता की एक बड़ी समस्या हल हो सकती है।
  • इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ने बनाया रिकॉर्ड, एक साथ डॉक हुए 8 स्पेसक्राफ्ट
    ISS का इस्तेमाल माइक्रोगेविटी में वैज्ञानिक रिसर्च, टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग और मानव पर अंतरिक्ष के प्रवाहों की स्टडी करने के लिए होता है। इस वर्ष जून में भारतीय एस्ट्रोनॉट Shubhanshu Shukla ने Axiom-4 मिशन के साथ इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचकर एक बड़ी सफलता हासिल की थी। भारत की योजना भी स्पेस स्टेशन बनाने की है।
  • Gen-Z के बनाए ड्रोन्स ने जीता PM Modi का दिल, ISRO का 'Mars' चैलेंज हुआ वायरल
    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने रविवार को प्रसारित हुए ‘मन की बात’ (Mann ki Baat) के 128वें एपिसोड में देश के युवाओं की वैज्ञानिक जिज्ञासा के बारे में बात की। इस बार उनका फोकस ISRO की एक अनोखी ड्रोन प्रतियोगिता पर था, जिसने हाल ही में सोशल मीडिया पर खूब चर्चा भी बटोरी। पीएम मोदी ने बताया कि प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लेने वाले Gen-Z प्रतिभागियों का उत्साह और लगातार कोशिशें उन्हें बेहद प्रभावित कर गईं और यही ऊर्जा भारत के वैज्ञानिक भविष्य का आधार है।
  • Asteroid 433 Eros: आज बड़े एस्टरॉयड को LIVE देखने का मौका! नोट कर लें समय
    एस्टरॉयड 433 Eros आज पृथ्वी के करीब आ रहा है। यह 30 नवंबर की शाम को पृथ्वी की कक्षा के इतने करीब से गुजरेगा कि इसको आंखों से लाइव देखना भी संभव होगा। Space.com के अनुसार, 433 Eros एस्टरॉयड को आज लाइव देखा जा सकता है। यह एस्टरॉयड Auguste Charlois और Carl Gustav Witt ने 1898 में खोजा था। इसका साइज (व्यास) 33 किलोमीटर है।
  • एलियंस होते हैं? जल्द लगेगा पता! भारत और जापान मिलकर बना रहे 30 मीटर बड़ा टेलीस्कोप
    भारत और जापान मिलकर थर्टी मीटर टेलीस्कोप (Thirty Meter Telescope) बना रहे हैं। यह एक 30 मीटर बड़ा टेलीस्कोप है जिसमें 30 मीटर का प्राइमरी मिरर यानी मुख्य आइना लगा हुआ है। TMT एक ऐसा प्रोजक्ट है जिसमें भारत, जापान, और अमेरिका की दो अग्रणी यूनिवर्सिटी शामिल हैं। टीएमटी का मुख्य उद्देश्य अंतरिक्ष में अंदर तक जाकर ब्लैक होल, दूरस्थ आकाशगंगाओं, और जीवन के सबूतों की तलाश करना है।
  • Solar Eclipse: सदी के सबसे बड़े सूर्य ग्रहण की कर लें तैयारी! दिन में होगी काली रात, जानें खास बातें
    सदी का सबसे बड़ा पूर्ण सूर्य ग्रहण 2 अगस्त 2027 को लगने वाला है। यह सदी की सबसे बड़ी खगोलीय घटना बनने वाली है क्योंकि यह सबसे बड़ा पूर्ण सूर्यग्रहण होने वाला है जिसका प्रभाव पृथ्वी को कुछ समय के लिए अंधेरे की चादर में पूरी तरह से ढक देगा। यह सूर्य ग्रहण सबसे ज्यादा प्रभावी यूरोप, नॉर्थ अमरीका और मध्य पूर्व में रहेगा।
  • भारत का 2028 में चंद्रयान-4 लॉन्च करने का टारगेट
    केंद्र सरकार ने चंद्रयान-4 मिशन के लिए स्वीकृति दे दी है। इस मिशन में चंद्रमा से सैम्प्ल को लाया जाएगा। यह देश का सबसे जटिल लूनर मिशन होगा। इससे पहले अमेरिका, चीन और रूस ने चंद्रमा से सैम्प्ल लाने की क्षमता को प्रदर्शित किया है। Chandrayaan-4 मिशन को 2028 में लॉन्च करने का टारगेट है। ISRO की योजना अगले तीन वर्षों में स्पेसक्राफ्ट के मैन्युफैक्चरिंग की अपनी कैपेसिटी को तिगुना करने की है।
  • हवा में उड़ने वाली पतंग से पैदा होगी बिजली, चीन ने कर दिया अनोखा कारनामा
    चीन ने पतंग का सफलतापूर्वक उड़ान का परीक्षण पूरा कर लिया गया जो कि हाई एल्टीट्यूड विंड एनर्जी टेक्नोलॉजी में एक बड़ा कदम है। इस पतंग का साइज 5,000 वर्ग मीटर (53,800 वर्ग फुट) है जो कि चीन की पहली राष्ट्रीय अनुसंधान एवं विकास परियोजना का हिस्सा है। एक हीलियम गैस वाले गुब्बारे ने बड़ी पतंग को जमीन से करीब 300 मीटर ऊपर उठाया। हवा में उड़ने के बाद पतंग पूरी तरह खुल गई और जमीन पर मौजूद जनरेटर से जुड़े ट्रैक्शन केबलों को खींच लिया, जिससे विंड एनर्जी पावर में बदल गई।
  • गगनयान मिशन में हुई बड़ी प्रगति, ISRO ने किया क्रू मॉड्यूल के लिए पैराशूट टेस्ट
    ISRO ने यह टेस्ट उत्तर प्रदेश में झांसी की बबीना फील्ड फायरिंग रेंज में किया है। इसमें भारतीय वायु सेना के IL-76 एयरक्राफ्ट से 2.5 किलोमीटर की ऊंचाई से लगभग 2.5 टन के क्रू मॉड्यूल को गिराया था। क्रू मॉड्यूल के नीचे उतरने पर पैराशूट सिस्टम बिना किसी मुश्किल के खुला जिससे इसकी वास्तविक मिशन के दौरान अत्यधिक मुश्किल स्थिति को संभालने में इसकी क्षमता साबित हो गई है।
  • Solar Eclipse 2026: दिन में छाएगा घनघोर अंधेरा! अगले साल इस दिन लगेगा पूर्ण सूर्य ग्रहण, नोट कर लें टाइम
    2026 का पहला सूर्य ग्रहण 17 फरवरी को लगने वाला है। पूर्ण सूर्य ग्रहण 12 अगस्त 2026 को लगने वाला है। इसका अद्भुत नजारा दुनिया के कई हिस्सों में दिखने वाला है। आर्कटिक महासागर, ग्रीनलैंड, आइसलैंड और उत्तरी स्पेन से होकर यह गुजरेगा। अद्भुत नजारे को देखने दुनिया भर के कई हिस्सों में लोग खासतौर पर इकट्ठा होते हैं। इसका इतिहास काफी पुराना है। 2024 में नॉर्थ अमेरिका में इसी तरह के नजारे को देखने के आयोजनों में 3 लाख से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया था।
  • पृथ्वी के बाहर इस ग्रह के चांद पर जीवन की सबसे ज्यादा आस!
    शनि के बर्फीले चंद्रमा एन्सिलेडस पर जीवन पनपने की संभावना को वैज्ञानिकों ने प्रबल होने का दावा किया है। वजह है इसके उत्तरी ध्रुव से निकलती गर्मी। कहा गया है कि जमे हुए चंद्रमा के नॉर्थ पोल से निकलने वाली गर्मी की खोज से एक बड़ा संकेत मिलता है। वह यह कि भूगर्भीय समय-सीमा में इसका महासागर स्थिर है, जिससे वहां जीवन विकसित होने का समय मिलता है।
  • Beaver Moon: 5 नवंबर को आसमान में खिलेगा 'बीवर मून', क्यों खास है चांद का यह रूप, जानें
    अंतरिक्ष में पृथ्वी का सबसे नजदीकी साथी 5 नवंबर को कहीं ज्यादा बड़ा और नजदीक दिखाई देने वाला है। यह 2025 का सबसे नजदीकी सुपरमून होने वाला है। इसे बीवर मून भी कहते हैं। नवंबर में उत्तरी अमेरिका में बीवर यानी ऊदबिलाव आने वाले ठंडे महीनों के लिए अपने बिल तैयार करते हैं। इस समय वे अपने लिए खाना इकट्ठा करते हैं और उसे अपने बिलों में भर लेते हैं। बीवर के लिए भोजन इकट्ठा करने का यह आखिरी मौका होता है। इसलिए बीवर मून का वहां खास महत्व हो जाता है।
  • बोतल में बंद हो रहा है 'सूरज', AI से होगा कंट्रोल, NVIDIA के इस प्रोजेक्ट ने उड़ा डाले होश!
    Fusion Energy, यानी वो तकनीक जिससे सूरज में एनर्जी या गर्मी लगातार बनी रहती है। इस एनर्जी को हासिल करना इंसानों के लिए हमेशा से सबसे बड़ा सपना रहा है। अगर इस एनर्जी को धरती पर कंट्रोल किया जा सके तो हमें लगभग अनलिमिटेड, साफ-सुथरी और सस्ती बिजली मिल सकती है। लेकिन ऐसा करना बेहद मुश्किल है क्योंकि फ्यूजन में प्लाज्मा नाम की चीज को सैकड़ों मिलियन डिग्री तापमान पर स्थिर रखना पड़ता है। हालांकि, NVIDIA और General Atomic कुछ अन्य अमेरिकी रिसर्च टीम्स के साथ मिलकर इस दिशा में काफी आगे बढ़ चुके हैं।
  • ISRO की बड़ी कामयाबी, देश का सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 किया लॉन्च
    देश का सबसे भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-03 को रविवार को आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया गया है। इस सैटेलाइट का भार लगभग 4,410 किलोग्राम का है। LVM3 (लॉन्च व्हीकल मार्क-3) एक थ्री-स्टेज लॉन्च व्हीकल है। इस हेवी व्हीकल लॉन्च व्हीकल से ISRO को भारी कम्युनिकेशन सैटेलाइट्स को GTO में भेजने में आसानी हो गई है।

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