चीन ने अपना पहला ह्यूमेनॉइड पैसेंजर सर्विस AI रोबोट Xiaotie लॉन्च कर दिया है। यह 1.5 मीटर लम्बा है। यह देखने में रेलवे पैसेंजर अटेंडेंट की तरह नजर आता है। छोटे बाल, बड़ी आंखें और रेलवे की वर्दी। यह एक बैलेंस बाइक पर चलता है। यह यात्रियों को परामर्श, मार्गदर्शन और नेविगेशन सेवाएं देता है। बैटरी खत्म होने से पहले खुद ही चार्जिंग स्टेशन की ओर चल पड़ता है।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (Nasa) ने एक अभूतपूर्व तकनीक को दुनिया को दिखाया है। इसका नाम लूनार प्लैनेटवैक (Lunar PlanetVac (LPV) है। इससे वैज्ञानिकों के चंद्रमा और अन्य ग्रहों पर मिट्टी और चट्टान के सैंपल इकट्ठा करने और उन्हें स्टडी करने के तरीके में बदलाव आएगा। रिपोर्टों के अनुसार, इस तकनीक को हनीबी रोबोटिक्स ने डेवलप किया है।
नई खोज में वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि भविष्य में बनने वाले रोबोट्स इंसान की फीलिंग भी समझेंगे। शोधकर्ताओं ने किसी व्यक्ति की भावनाओं को समझने के लिए त्वचा की चालकता के गुण पर प्रयोग किया है जिसे अंग्रेजी में स्किन कंडक्टेंस कहते हैं। स्टडी के लिए वैज्ञानिकों ने 33 भागीदारों को शामिल किया। भागीदारों को भावनाएं उकसाने वाले वीडियो दिखाए गए जिनमें अलग-अलग रेस्पॉन्स मिले।
गुस्साए कस्टमर्स से निपटने के लिए अब AI का सहारा लिया जा रहा है। AI रोबोट के माध्यम से गुस्साए कस्टमर की नकल करके अब कस्टमर सर्विस प्रतिनिधियों को ट्रेनिंग दी जा ही है कि वो ऐसे कस्टमर्स को कैसे शांत करें। वैज्ञानिकों ने एक चार-मुंह वाला रोबोट तैयार किया है जो गुस्सा कर सकता है, गाली दे सकता है और किसी भी तरीके के एक्सप्रेशन के लिए प्रोग्राम किया जा सकता है।
NASA ने अपने स्पेस मिशनों के लिए पानी के नीचे तैरने वाले रोबोट तैयार किए हैं। ये रोबोट बृहस्पति और शनि के चंद्रमाओं पर जाकर बर्फ के नीचे दबे महासागर में गोता लगाएंगे। नासा की जेट प्रॉपल्शन लैबोरेट्री (जेपीएल) ने इसे सेंसिंग विद इंडिपेंडेंट माइक्रो स्विमर्स (SWIM) नाम दिया है। यह 16.5 इंच का रोबोट करीब 2kg भारी है। पूल में इस प्रोटोटाइप का टेस्ट भी किया गया है।
ब्लूमबर्ग से बातचीत करते हुए एडवर्ब टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के को-फाउंडर और सीईओ संगीत कुमार ने कहा कि कंपनी अगले साल अपना पहला ह्यूमनॉइड रोबोट पेश करेगी। कंपनी का लक्ष्य ग्लोबल मार्केट में अपना वर्चस्व स्थापित करना है। वर्तमान में चीन में कई टेक दिग्गज इसी क्षेत्र में अपने पैर जमा चुके हैं और Tesla सहित कुछ अमेरिकी कंपनियां भी ह्यूमनॉइड के दुनिया के सामने पेश कर चुकी हैं।
NATO Innovation Fund : नाटो के 32 में से 24 मेंबर्स ने कहा है कि वो 4 यूरोपीय टेक कंपनियों में निवेश करेंगे। 1 बिलियन यूरो का निवेश एआई, स्पेस और रोबोटिक डिफेंस टेक के क्षेत्र में एडवांस्ड बनने के लिए किया जाएगा।
टेस्ला ने सितंबर 2022 में अपने ऑप्टिमस रोबोट के पहले वर्जन को पेश किया था। इस वर्ष कंपनी ने बाइपेडल रोबोट के दूसरे वर्जन का एक वीडियो पोस्ट किया था। इसमें यह रोबोट कंपनी के प्लांट में एक टीशर्ट को फोल्ड करता दिखा था