भारत में सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) eRupee का ट्रायल किया जा रहा है। इसके लिए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने कई बैंकों को जोड़ा है। हालांकि, RBI का कहना है कि इसे लेकर वह कोई जल्दबाजी नहीं करेगा। ई-रुपये का ट्रायल लगभग दो वर्ष पहले शुरू किया गया था। यह ट्रायल अब एडवांस फेज में है। कुछ UPI ऐप्स भी RBI की निगरानी में डिजिटल रुपये के ट्रायल में शामिल होने की योजना बना रहे हैं।
RBI ने बताया कि सोशल मीडिया पर गवर्नर Shaktikanta Das के डीपफेक वीडियो सर्कुलेट किए जा रहे हैं जिनमें RBI के सपोर्ट वाली इनवेस्टमेंट स्कीम्स का दावा किया जा रहा है। इन वीडियोज में लोगों को ऐसी स्कीम्स में रकम लगाने की सलाह देने की कोशिश हो रही है। RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि उसका कोई अधिकारी ऐसी गतिविधियों में शामिल नहीं है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के मंथली आंकड़ों के अनुसार, यूपीआई बेस्ड डिजिटल पेमेंट में बढ़ोतरी के बीच डेबिट कार्ड बेस्ड ट्रांजैक्शन में गिरावट दर्ज हुई है। आंकड़ों के अनुसार, डेबिट कार्ड से होने वाला लेनदेन इस साल अगस्त में लगभग 43,350 करोड़ रुपये से घटकर सितंबर में लगभग 39,920 करोड़ रुपये रह गया। दूसरी ओर, देश में क्रेडिट कार्ड से लेनदेन बढ़ा है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ( RBI) ने क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर दोबारा चेतावनी दी है। इसके साथ ही क्रिप्टोकरेंसीज को वित्तीय और मॉनेटरी स्थिरता के लिए बड़ा जोखिम बताया है। RBI के गवर्नर Shantikanta Das का कहना था कि इसे फाइनेंशियल सिस्टम पर हावी होने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए। इससे ऐसी स्थिति बना सकती है जिसमें इकोनॉमी में फंड की सप्लाई पर सेंट्रल बैंक का कंट्रोल समाप्त हो सकता है।
नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने पेटीएम को इसके लिए हरी झंडी दी है। कुछ महीने पहले रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से पेटीएम की बैंकिंग यूनिट पर बैन लगाया गया था। इस बैन का कारण कम्प्लायंस से जुड़े मुद्दे थे। इसके बाद पेटीएम के शेयर प्राइस में भारी गिरावट हुई थी। हालांकि, पिछले कुछ महीनों में इसमें कुछ रिकवरी हुई है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने यूपीआई लाइट की वॉलेट लिमिट को बढ़ाकर 5 हजार रुपये कर दिया है। पहले यह 2 हजार रुपये थी। रोजाना लेनदेन की लिमिट को 500 रुपये से बढ़ाकर 1 हजार रुपये कर दिया गया है। इसी तरह से यूपीआई123पे (UPI 123 PAY) के लिए रोजाना लेनदेन की लिमिट को 5 हजार रुपये से 10 हजार रुपये कर दिया है। गौरतलब है कि UPI 123PAY का इस्तेमाल फीचर फोन यूजर्स करते हैं।
पेटीएम के फाउंडर Vijay Shekhar Sharma को IPO के लिए दाखिल किए गए दस्तावेजों में कंपनी का एक एंप्लॉयी बताया गया था, जबकि उन्हें बड़े शेयरहोल्डर के वर्ग में रखा जाना चाहिए था
पिछले वर्ष जोमाटो के कुल रेवेन्यू में रेस्टोरेंट टेबल बुकिंग सर्विसेज और इवेंट्स ऑर्गनाइजिंग और टिकटिंग यूनिट की हिस्सेदारी लगभग दो प्रतिशत की थी। हालांकि, यह कंपनी के तेजी से बढ़ने वाले सेगमेंट्स में शामिल है
इस सर्विस का इस्तेमाल मर्चेंट्स और होटल्स के साथ ही ऑनलाइन शॉपिंग और ट्रैवल बुकिंग के लिए किया जा सकेगा। UPI का विदेश में भी तेजी से एक्सपैंशन किया जा रहा है
इस वर्ष की शुरुआत में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने Paytm की बैंकिंग यूनिट को बंद करने का ऑर्डर दिया था। इसके बाद से कंपनी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है
जनवरी में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने पेटीएम की बैंकिंग यूनिट पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) को बंद करने का ऑर्डर दिया था। इससे पेटीएम को बड़ा झटका लगा था
UPI की आठ वर्ष पहले शुरुआत के बाद से यह वॉल्यूम और वैल्यू में सबसे अधिक आंकड़े हैं। मई में फास्टैग ट्रांजैक्शंस छह प्रतिशत बढ़कर 34.7 करोड़ थी। पिछले महीने फास्टैग ट्रांजैक्शंस की वैल्यू बढ़कर 5,908 करोड़ रुपये की थी