नोएडा के साइबर पुलिस स्टेशन की एक इंस्पेक्टर का कहना है कि यह मामला 13 नवंबर का है, जब सेक्टर 34 के धवलगिरी अपार्टमेंट में रहने वाली सीजा टीए को एक फोन कॉल आया।
पुलिस की सायबर यूनिट का दावा है कि इस मामले में पीड़ित ने फोन का उत्तर नहीं दिया था और न ही OTP शेयर किया था। इस मामले के आरोपी ने एडवोकेट की बैंकिंग डिटेल्स और उनका प्राइवेट डेटा हासिल कर एकाउंट से रकम निकाल ली थी
रिपोर्ट कहती है कि क्रिप्टो स्कैमों में जवान लोग ज्यादा फंसते हैं, इसके आंकड़े बताते हैं कि क्रिप्टो के रोमांस स्कैम में फंसने वाले ज्यादातर लोग 20 से 40 साल के एज ग्रुप के हैं
ग्लोबल औसत की तुलना में तीन गुना अधिक भारतीय ग्राहक स्कैमर से लंबी बातचीत में फसे पाए गए। वहीं, जापान के ग्राहकों ने ग्लोबल लेवल पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया, जहां सर्वे में शामिल लोगों में से केवल 5% लोगों ने स्कैमर के साथ बातचीत जारी रखी।