अंतरिक्ष यात्रियों के साथ देश के पहले स्पेस फ्लाइट मिशन गगनयान के प्रोपल्शन सिस्टम की पिछले महीने सफलतापूर्वक टेस्टिंग की गई थी। यह टेस्टिंग तमिलनाडु के महेन्द्रगिरि में ISRO के प्रोपल्शन कॉम्प्लेक्स में हुई थी
Chandrayaan 3 Successfully launched : इसरो (ISRO) ने अभी दोपहर 2.35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से मून मिशन को लॉन्च किया।
चंद्रयान-3 का लक्ष्य चंद्रमा की सतह पर लैंडिंग और रोविंग की देश की क्षमता को प्रदर्शित करना है। इससे देश की अंतरिक्ष से जुड़े अभियानों में विशेषज्ञता भी बढ़ेगी
Chandrayaan-3 : इसरो अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा, 2019 में जब लैंडर ‘विक्रम’ ने चांद की सतह पर उतरना शुरू किया तो उसके वेग को धीमा करने के लिए डिजाइन किए गए इंजनों में उम्मीद से ज्यादा बल विकसित हो गया।
इसके लिए https://lvg.shar.gov.in/VSCREGISTRATIO पर रजिस्टर करना होगा। चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा में सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा
Chandrayaan-3 Date and Timing Confirm: यह लॉन्च अब 14 जुलाई को 2:35 pm पर होगा। ISRO ने बुधवार को कहा था कि चंद्रयान-3 स्पेसक्राफ्ट को लॉन्च व्हीकल (LVM3) के साथ इंटीग्रेट किया गया है।
चंद्रयान-2 मिशन की तरह ही इस बार लैंडर और रोवर तो होगा, लेकिन ऑर्बिटर नहीं होगा। प्रॉपल्शन मॉड्यूल को कम्युनिकेशन सैटेलाइट की तरह डिजाइन किया गया है जो कि लैंडर और रोवर को लेकर जाएगा।
ISRO : चंद्रयान-3 इसरो का तीसरा मून मिशन है। मिशन के तहत एक स्पेसक्राफ्ट को चांद की कक्षा में भेजा जाएगा। वहीं, आदित्य एल1 सूर्य पर भेजा जाने वाला भारत का पहला मिशन होगा।